बबेरु/बाँदा। बबेरु कस्बे में रामलीला के पांचवे दिन धनुष यज्ञ का सुंदर मंचन किया गया। जिसमे रावण बाणासुर संवाद व लक्ष्मण परशुराम संवाद का मंचन आकर्षण का केंद्र बना रहा। औऱ सुबह तक परसुराम लक्ष्मण संवाद का मंचन हुआ। बबेरु कस्बे के रामलीला मैदान पर श्री श्री 108 स्वामी वीरदास बाबा की अनुकंपा से 175 वर्ष पुरानी रामलीला कमेटी के द्वारा रामलीला के पांचवे दिन धनुष यज्ञ रामलीला का मंचन किया गया। जिसमे लीला के पहले बबेरु विधायक चन्द्रपाल कुशवाहा ने भगवान की आरती कर लीला की शुरवात कराई। जिसमे धनुष यज्ञ की लीला में रावण वाणासुर के संवाद से दर्शक भाव विभोर हो गए।
वही राजा जनक ने विलाप करते हुए कहा कि जिसकी फटी न पीर विवाई सो क्या जाने पीर पराई सुनकर दर्शकों के आशू छलक पड़े वही श्रीराम ने विश्वामित्र की आज्ञा पाकर धनुष की प्रत्यंचा चढ़ाया तो धनुष खंड खंड हो गया। धनुष टूटते ही जय श्री राम के जयकारों से पंडाल गूंज उठा। उसके बाद परसुराम लक्ष्मण संवाद का सुंदर मंचन किया गया। जिसमें रामलीला का सैकड़ो की संख्या में सुबह तक दर्शकों ने आनंद उठाया।
राम का अभिनय अस्मित चतुर्वेदी, लक्ष्मण का शशांक मिश्रा, सीता आ अभिनय किशन तिवारी, जनक का अभिनय अनुराग द्विवेदी, रावण का अभिनय रवि पांडेय वकील, परशुराम का अभिमय अवधेश गौतम के भूमिका निभाई, इस मौके में कमेटी के अध्यक्ष सूर्यपाल यादव,प्रबंधक प्रकाश नारायण चतुर्वेदी, दिलीप सोनी,सतीश मिश्र, नगर पंचायत अध्यक्ष विजयपाल सिंह, नीरज पांडेय,आदित्य सिंह गौतम, सहित कमेटी के सदस्य व पदाधिकारी मौजूद रहे।
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