- जनता की मांग पर सदर विधायक ने सीएम को लिखा पत्र
बांदा। महर्षि बामदेव नगर एक्शन फोरम के ज्ञापन को सदर विधायक प्रकाश द्विवेदी ने इनेबल संस्कृति के साथ उत्साहित करते हुए मुहिम की सफलता के लिए हर संभव योगदान करने का आश्वासन दिया जिला बांदा का नाम बदलकर महर्षि बामदेव नगर रखे जाने की मुहिम त्रिवेणी फाउंडेशन ट्रस्ट के संबंधित महर्षि रामदेव नगर एक्शन फोरम द्वारा चलाई जा रही है जिसमें हर वर्ग के लोगों का जोरदार समर्थन मिल रहा है विगत दिवस फोरम का प्रतिनिधिमंडल सदर विधायक के साथ चंदू बेदी ने मुलाकात की मुख्यमंत्री संबंधित मांग पत्र सौंपा जिसमें बांदा शहर का नाम बदलकर रामदेव नगर रखे जाने की बात कही।
आप को बता दे की लगातार प्रदेश में जिलों का नाम बदला जा रहा है इसके चलते बांदा सदर विधायक प्रकाश दिवेदी ने 16 अक्टूबर को एक पत्र के माध्यम से मुख्यमंत्री को बांदा शहर का नाम बदलकर बामदेव नगर रखने के लिए भेजा है। उत्तर प्रदेश विभिन्न शहरों को उनके वास्तविक ऐतिहासिक पराक्रम महत्त्व एवं गरिमा के अनुसार नाम सुधार पुनकारण की प्रक्रिया के अंतर्गत प्रदेश के कई शहरों को विगत समय पर नाम परिवर्तन किया गया है जो कि एक स्वाभाविक प्रक्रिया है इसी क्रम में आपको सादर अवगत कराना है बांदा शहर का नाम बांदा इसलिए पड़ा क्योंकि बांदा रामायण काल से ही गौतम ऋषि के पुत्र महर्षि बामदेव की तपोस्थली रही है वेदों के अनुसार सप्तर्षियों के महर्षि बामदेव का नाम भी आता है।
जिसके आधार पर ज्ञात स्रोतों से अनुसार पूर्व में इस स्थान क्षेत्र का नाम बंधा हुआ था फिर बाद में बांदा पड़ गया केन नदी किनारे इस तरफ बामदेव का प्राचीन मंदिर और उनके द्वारा स्थापित शिव ने भी मौजूद है। मानता है कि कि त्रेता युग के वनवास के दौरान भगवान राम माता जानकी एवं लक्ष्मण जी के साथ महेश बामदेव से मिलने इस स्थान पर आए थे क्योंकि किसी के लिए भी बांदा शब्द के उच्चारण एवं प्रथम दृष्टया अंदाजा लगाना बहुत ही मुश्किल होता है बांदा शब्द का इतिहास क्या है। उक्त प्रकरण को गंभीरता से विचार करते हुए बांदा जिले का नाम परिवर्तन करने और महर्षि बामदेव नगर रखने की के साथ क्षेत्र को चित्रकूट धाम मंडल की तरह रामायण सर्किट योजना में जोड़ने की कृपा करें। जिले का तीर्थ क्षेत्र विकास संभव हो सके।
0 टिप्पणियाँ
Please don't enter any spam link in the comment Box.