- वृद्धों को दिए हीटिंग पैड व स्माइल बाल
- शिविर में 200 वृद्धों की गई स्वास्थ्य जांच
- जिला अस्पताल सहित कई स्वास्थ्य केंद्रों पर हुए आयोजन
बांदा। अंतरराष्ट्रीय बुजुर्ग दिवस पर शुक्रवार को स्वास्थ्य केंद्रों पर शिविर आयोजित कर बुजुर्गों के स्वास्थ्य की जांच की गई। आवश्यक दवाओं का वितरण भी किया गया। शिविर में मधुमेह, उच्च रक्तचाप, गठिया, पार्किंसंस, मनोभ्रंश, अल्जाइमर, हृदय रोग, कान -नाक -गला रोग एवं नेत्र आदि बीमारियों की जांच के साथ ही बीमारियों से बचाव के उपाय एवं खानपान से संबंधित उचित सलाह दी गई। जिला अस्पताल परिसर में आयोजित शिविर की शुरूआत करते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. वीके तिवारी ने बताया कि बुजुर्गा से ही हमें जीवन मिला है। उन्होंने ही हमें राह दी है। उन पर गुस्सा नहीं बल्कि उनका सम्मान करें। मकान बना लेना बड़ी बात नहीं है, न ही इसमें बहुत समय लगता है।
बड़ी बात है मकान को घर बनाना। घर अपनों से बनता है, बच्चों, बड़े और बुजुर्गों के प्रेम से बनता है। वर्तमान जीवन शैली में संयुक्त परिवार की परंपरा कम होती जा रही है। पहले जहां घर-परिवार के बुजुर्गों का सर्वाच्च स्थान हुआ करता था, अब उसमें कमी आ रही है। छोटे परिवार की चाहत में लोग अपने बुजुर्गों से दूर हो रहे हैं।
इस को ध्यान में रखते हुए लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से अंतर्राष्ट्रीय वृद्ध दिवस का आयोजन किया गया। शिविर में वृद्धों को हीटिंग पैड, स्माइली बॉल, तौलिया एवं फल बांटे गए। डा. शशि चतुर्वेदी ने 200 मरीजों के ब्लड प्रेशर, वजन आदि की जांच की। इस मौके पर एनसीडी कार्यक्रम के वित्तीय सलाहकार अरविंद गुप्ता, वर्षा गुप्ता, अंकिता धुरिया, शोभा देवी, मनीषा व रश्मि प्रजापति सहित स्टाफ उपस्थित रहा।
अरबिंद श्रीवास्तव, ब्यूरो चीफ |
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