15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस समारोह का नेतृत्व करेंगे अर्जुन मुंडा

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नई दिल्ली/पीआईवी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आजादी का अमृत महोत्सव के भाग के रूप में 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस समारोह का नेतृत्व करेंगे। केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्री अर्जुन मुंडा ने आज नई दिल्ली में एक संवाददाता सम्मेलन में यह बात कही। अर्जुन मुंडा ने कहा कि प्रधानमंत्री भोपाल में जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर आयोजित होने वाले एक बड़े कार्यक्रम में भाग लेंगे जिसमें दो लाख से अधिक आदिवासी शामिल होंगे। मुंडा ने कहा की मोदी वर्चुअल माध्यम से रांची में बिरसा मुंडा स्वतंत्रता सेनानी संग्रहालय का शुभारंभ भी करेंगे।

15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस घोषित करने के लिए प्रधानमंत्री का धन्यवाद करते हुए मंत्री महोदय ने कहा कि इसने आदिवासियों में एक नया जोश और आत्मविश्वास भर दिया है। उन्होंने कहा कि यह पहली बार होगा कि ऐसे आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि देने के लिए बड़े पैमाने पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जो अब तक स्वतंत्रता संग्राम के गुमनाम नायक रहे हैं।

उन्होंने कहा कि आदिवासियों ने प्राचीन काल से ही जम्मू-कश्मीर, मणिपुर, नागालैंड सहित सीमावर्ती क्षेत्रों में निवास किया है और देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभाई है। आजादी से पहले भी आदिवासी नायकों ने भारत की स्वतन्त्रता के संघर्ष में प्रमुख भूमिका निभाई है। इस श्रृंखला में बिरसा मुंडा एक बहुत ही प्रमुख नाम है और इस प्रकार, प्रधानमंत्री के नेतृत्व में मंत्रिमंडल ने उनके जन्मदिन को जन जातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि इस भावना के माध्यम से, पूरा देश विभिन्न आदिवासी नायकों और स्वतंत्रता संग्राम में उनकी भूमिका के प्रति आभार व्यक्त करता है।

आजादी का अमृत महोत्सव के लिए आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मान देने के लिए 15 से 22 नवंबर तक कार्यक्रमों के आयोजन की योजना बनाई गई है। उन्होंने यह भी बताया कि आजादी का अमृत महोत्सव दूर-दराज के क्षेत्रों सहित पूरे देश में मनाया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि यह उत्सव सभी को शिक्षा, आदिवासियों के लिए स्वास्थ्य और आदिवासी संस्कृति और कला के संरक्षण के क्षेत्र में काम करने के लिए भी प्रेरित करेगा।

उन्होंने कहा कि 15 नवंबर को प्रधानमंत्री पहले नई दिल्ली में संसद भवन में बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करेंगे और रांची में वर्चुअल माध्यम से बिरसा मुंडा स्वतंत्रता सेनानी संग्रहालय का उद्घाटन करेंगे। इस बारे में और अधिक जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि संग्रहालय रांची जेल में बना है जहां कैद के दौरान बिरसा मुंडा की मृत्यु हुई थी। उन्होंने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री भोपाल में एक समारोह के माध्यम से आधिकारिक तौर पर बिरसा मुंडा जनजातीय गौरव दिवस का उद्घाटन करेंगे। इस कार्यक्रम में 2 लाख से अधिक आदिवासी शामिल होंगे। नई दिल्ली में 16 नवंबर से, राष्ट्रीय आदि महोत्सव आयोजित किया जाएगा जो आदिवासी उत्पादों और आदिवासी कला और उनकी संस्कृति को प्रदर्शित करने के लिए एक मंच प्रदान करता है।

उन्होंने कहा कि रानी दुर्गावती, रानी गैदिनल्यू और बाबा तिलका मांझी सहित कई आदिवासी नायक हैं जिन्होंने आजादी के संघर्ष में खुद को कुर्बान कर दिया है। उन्होंने बताया कि आजादी से पहले के 85 से अधिक आदिवासी आंदोलनों की पहचान की गई है और उन्हें संकलित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 200 से अधिक आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों की पहचान विभिन्न राज्यों द्वारा की गई है।

जनजातीय कार्य मंत्रालय आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है और बिरसा मुंडा स्वतंत्रता सेनानी संग्रहालय रांची सहित 10 आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों के संग्रहालयों को मंजूरी दी है। रांची संग्रहालय में रांची में बिरसा मुंडा जेल के संरक्षण और नवीनीकरण कार्यों को पूरा करना, 13 आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों की मूर्तियों की स्थापना, लाइट एंड साउंड शो शामिल हैं। मंत्री महोदय ने अंत में कहा कि इन सभी पहलों और आने वाली कई अन्य पहल अब देश में आदिवासी लोगों के वास्तविक योगदान को सामने लाएगी और उनके सर्वांगीण विकास के लिए एक कार्य योजना भी प्रस्तुत करेंगी।

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