स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान समाचारपत्रों द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका की याद दिलाते हुए उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी सहित अनेक नेता पत्रिकाओं और समाचारपत्रों के माध्यम से सामाजिक आंदोलनों के अग्रदूत बने रहे। आज भी, मीडिया लोगों में जागरूकता पैदा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उन्होंने बताया कि मीडिया ने कैसे स्वच्छ भारत अभियान को एक जन-आंदोलन में बदल दिया।
उन्होंने कहा कि मीडिया को हमेशा सत्य, निष्ठा और सटीकता के मूल्यों को बनाए रखना चाहिए। उन्होंने मीडिया से कहा कि उन्हें दूसरों के दबावों के आगे नहीं झुकना चाहिए। उन्होंने मीडिया घरानों से कृषि, ग्रामीण विकास और महिला सशक्तीकरण से संबंधित मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह किया। उन्होंने समाचार पत्रों और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया को कृषि संबंधी विषयों को स्थान देने और इसके लिए कुछ विशेष कार्यक्रम बनाने का सुझाव दिया।
उपराष्ट्रपति ने पत्रकार बिरादरी की सराहना की जिन्होंने कोरोना महामारी के दौरान निरंतर काम करते हुए कोविड से संबंधित उपयुक्त व्यवहार और टीके लेने की आवश्यकता को लेकर लोगों में अत्यंत जरूरी जागरूकता लाई। उन्होंने महामारी के दौरान अपनी जान गंवाने वाले पत्रकारों को श्रद्धांजलि दी और उनके परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की। कॉफी टेबल बुक का विमोचन करते हुए, नायडु ने साप्ताहिक समाचारपत्र ’लॉयर’ का 40 साल तक सफलतापूर्वक प्रकाशन व संचालन करने के लिए इसके संस्थापकों और प्रबंधन की सराहना की।
कार्यक्रम में राज्यसभा सदस्य वेमिरेड्डी प्रभाकर रेड्डी, लोकसभा सदस्य मगुंटा श्रीनिवासुला रेड्डी, डीआरडीओ अध्यक्ष जी. सतीश रेड्डी और संथा बायोटेक के संस्थापक अध्यक्ष श्री वरप्रसाद रेड्डी, पब्लिक हेल्थ फाउंडेशन के अध्यक्ष श्रीनाथ रेड्डी, साप्ताहिक लॉयर के संपादक तुंगा शिवा प्रभात रेड्डी व अन्य ने भाग लिया।
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