- मध्य एवं उत्तर भारत का होगा अनूठा केन्द्र
चित्रकूट। नेत्र चिकित्सा के क्षेत्र में नए वैश्विक कीर्तिमान स्थापित करने वाला चित्रकूट स्थित सदगुरु नेत्र चिकित्सालय में भारत भर के नेत्र रोगियों को आधुनिक और गुणवत्ता युक्त चिकित्सा उपलब्ध कराने के लिए एक नवीन केन्द्र प्रारम्भ किया, सदगुरु सेन्टर फ़ॉर ग्लूकोमा एंड रिसर्च नामक या केन्द्र विशेष रूप से समलवायु (ग्लूकोमा) के रोगियों के लिए लाभदायक होगा। इसका उद्घाटन 19 नवम्बर को ट्रस्ट के अध्यक्ष विशद मफतलाल की मातुश्री मिलोनी बेन के करकमलों से सम्पन्न हुआ। चिकित्सालय में ग्लूकोमा विभाग के प्रमुख डॉ राकेश शाक्या ने बताया कि, पूरे भारत मे ग्लूकोमा के मरीज 11.2 मिलियन हैं।
नेत्रालय में ग्लूकोमा का विभाग विगत 15 वर्षों से अभी अधिक समय से संचालित है और यहाँ देश भर के समलवायु के मरीज इलाज के लिए आते हैं। इसलिए इस विभाग का समय के साथ आधुनिकीकरण किया गया और नवीन उपकरणों और विशेषज्ञों के साथ इस विभाग की चिकित्सकीय क्षमता में वृद्धि की गई है साथ ही भारत में ग्लूकोमा सम्बंधित शोध कार्य (रिसर्च) को भी इस केन्द्र से बढ़ावा मिलेगा। हमारा उद्देश्य है कि और अधिक क्षमता के साथ मरीजों को नवीन पद्धति द्वारा गुणवत्ता पूर्ण इलाज हम प्रदान करें।
ट्रस्टी डॉ.बी.के. जैन ने बतलाया कि यह केन्द्र समूचे मध्य और उत्तर भारत में अपने आप में अनूठा केन्द्र होगा और देश में ग्लूकोमा मैनेजमेंट एवं रिसर्च के क्षेत्र में विशेष योगदान देगा। इसीके साथ आने वाले मरीजों को समलवायु के लक्षण और बचाव संबंधित जानकारी एवं प्रशिक्षण भी साझा किए जाएंगे, जिससे इस बीमारी से रक्षण किया जा सके। इस अवसर पर ट्रस्टी डॉ बीके जैन, उषा बी जैन, मिलोनी बहन सहित सभी कार्यकर्त्ता उपस्थित रहे।
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