सुदामा चरित्र की कथा सुन भावविभोर हुए श्रोतागण

सुदामा चरित्र की कथा सुन भावविभोर हुए श्रोतागण

अरबिंद श्रीवास्तव, ब्यूरो चीफ

बबेरू/बांदा। कस्बे के अतर्रा रोड में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के अंतिम दिन कथावाचक सुदामा चरित्र का वर्णन कर श्रोताओं को रसपान कराया। कस्बे के अतर्रा रोड निवासी सेवा निर्बाध ग्राम पंचायत अधिकारी रामदेव शुक्ला के आवास में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के अंतिम दिन कथावाचक आचार्य शुक्ला ने सुदामा चरित्र का विस्तार से वर्णन कर श्रोताओं को रसपान कराया श्रोता कथा सुनकर भाव विभोर होकर राधे राधे की धुन पर नृत्य करने को आतुर हो जाते हैं और वही पंडाल पर राधे राधे की धुन पर नृत्य करने लगते हैं तबला वादक राजा तिवारी पैड वादक धर्मेंद्र दीक्षित हारमोनियम मनीष त्रिपाठी वाद्य यंत्रों के द्वारा कथा को और भी सुंदर बना देते हैं। सुदामा का प्रेम भगवान कृष्ण के लिए एक पोटली में चावल बांध कर ले जाना कथा को और आगे बढ़ाते हुए कहा कि भगवान के प्रति मनुष्य की असीम श्रद्धा होनी चाहिए। इस दौरान पंडाल में महिला एवं पुरुषों की भीड़ लगी रही।

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