लड़खड़ाते कदमों का सहारा बना रायबरेली जिला अस्पताल


दुर्गेंद्र श्रीवास्तव, संवाददाता

रायबरेली। प्रदेश के रायबरेली जिला अस्पताल लड़खड़ाते कदमों का सहारा बना। आपको बता दें कि पिछले दो साल में लगभग 80 पैदाइशी बच्चों के पैर टेढ़े होने की दिक्कत काे दूर कर चुके हैं। इस समस्या के समाधान में मुख्य भूमिका है- डॉ एमपी सिंह, डॉक्टर भूपेंद्र सिंह,  डॉक्टर परवीन पाल तथा डॉक्टर डीपी सरोज का। जिस में डॉक्टर भूपेंद्र सिंह जी सबसे अधिक टेनोटॉमी (ऑपरेशन) किया है। 

लड़खड़ाते कदमों का सहारा बना रायबरेली जिला अस्पताल

बहरहाल, जिला अस्पताल रायबरेली में संचालित मिरेकलफीट इंडिया तथा आरबीएसके द्वारा संचालित क्लब फुट क्लीनिक लगातार जन्मजात बच्चों को क्लब फुट की बीमारी से निजात दिला रहा है। जिसमें अभी तक 78 बच्चों का सफलतापूर्वक इलाज हो चुका है। 17 नवंबर, 2021 को 16 बच्चों को निशुल्क ब्रेस (जूते) तथा कास्टिंग (प्लास्टर) प्रदान किया गया। डॉक्टर भूपेंद्र सिंह, डॉक्टर एमपी सिंह डॉक्टर प्रवीण पाल तथा डॉक्टर डीपी सरोज की टीम मिल कर आरबीएसके के बच्चो लगातर अपने प्रयासों से उन के पैरो पर खड़ा कर के समाज के मुख्य धारा से जोड़ रहे है।

जिसमे आरबीएसके डीआईसी नितेश जेसवाल तथा मिरेकलफीट इंडिया से प्रोग्राम के संचालक दिलीप धर दुबे अपनी रायबरेली के सभी ब्लॉकों से बच्चों का चयन करके जिला अस्पताल राना बेनी माधव में संचालित आरबीएसके तथा मिरेकलफीट इंडिया की क्लीनिक पर लाकर बच्चों का सफलतापूर्वक इलाज करा रहे हैं।

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