मरका/बांदा। प्रदेश की योगी सरकार स्वास्थ्य सेवाएं सुचार रूप से चालू कराने के लिए आए दिन नए-नए तरीके अपना रही हैं लेकिन उत्तर प्रदेश के बांदा जिले के मरका गांव में आज भी स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह से धड़ाम है जहां पर बने राजकीय होम्योपैथिक चिकित्सालय व मातृ शिशु परिवार कल्याण उपकेंद्र मरका की सेवाएं पूरी तरह से धड़ाम है जहां पर ना ही कोई नर्स और कोई कर्मचारी पहुंचता है कस्बे के लोगों को अगर खांसी बुखार जुखाम कुछ भी होता है तो उन्हें 20 किलोमीटर की दूरी तय करना पड़ता है सबसे बड़ी बात तो यह है कि अगर किसी महिला की डिलीवरी होनी है तो उसे बबेरू जाना पड़ेगा और लगभग 1 से 2 घंटे साधन का इंतजार करना पड़ता है।
इस तरह की काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है वहीं गांव के ही रमेशचंद ने बताया कि यहां पर अस्पताल शोपीस की तरह है यह अगर चालू हो जाए तो गांव की काफी मरीजों को राहत मिल जाए और बबेरू बांदा ना जाना पड़े वही गांव के ही रामजीत ने बताया कि गांव की लगभग 15000 की आबादी है। गांव के लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं के लिए काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है अगर गांव में राजकीय होम्योपैथिक चालू हो जाएगा तो लोगों को काफी राहत मिल जाएगी जब वही पूरे मामले की जानकारी बबेरू प्रभारी अधीक्षक से लेनी चाही तो उनका फोन ही नहीं रिसीव हुआ।
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