खुले आसमान के नीचे सोने को मजबूर है विकलांग युवक, नहीं मिला किसी भी सरकारी योजना का लाभ

खुले आसमान के नीचे सोने को मजबूर है विकलांग युवक, नहीं मिला किसी भी सरकारी योजना का लाभ

  • पीड़ित के पास न खाने की व्यवस्था न पीने की व्यवस्था डीएम से लगाई गुहार

अरबिंद श्रीवास्तव, ब्यूरो चीफ

बाँदा। जहां नेता बड़े-बड़े दावे करते है। हर गरीब को आवास मुहैया कराने की बातें करते है। हर घर तक पानी पहुंचाने की बातें करते हैं। नेता चुनाव के समय में बड़े-बड़े वादे करते हैं।लेकिन चुनावी वादे तो सिर्फ वादे हैं। आपको बतादे की  आज एक विकलांग  करहिया निवासी ओम नारायण उम्र लगभग 40 वर्ष ने जिलाधिकारी से गुहार लगाते हुए बताया कि आज तक किसी भी तरह की सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिला है। पीड़ित के मुताबिक पहले पंचायत भवन में रह कर अपना जीवन यापन कर रहा था।

खुले आसमान के नीचे सोने को मजबूर है विकलांग युवक, नहीं मिला किसी भी सरकारी योजना का लाभ

लेकिन मौजूदा प्रधान के द्वारा किन्ही कारणों बस वहां से निकाल दिया गया और पीड़ित के पास कोई आवाज नहीं है ना ही कोई खाने पीने की व्यवस्था है उसने आज जिला अधिकारी बांदा अनुराग पटेल के समक्ष गुहार लगाई है कि पीड़ित को शीघ्र आवास व बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराई जाएं वहीं पीड़ित के मुताबिक बताया गया कि जिलाधिकारी ने आश्वासन दिया है कि आगे उनको आवास की व्यवस्था कराने का आश्वासन दिया है।

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