SPECICAL INFORMATION : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ट्वीट को देखें एक साथ

SPECICAL INFORMATION : प्रधानमंत्री के ट्वीट को देखें एक साथ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

प्रधानमंत्री ने श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाश परब पर लोगों को बधाई दी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाश परब के उपलक्ष्य में लोगों को बधाई दी है। श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाश परब के पावन अवसर पर श्री मोदी ने उनके पवित्र विचारों तथा महान आदर्शों को याद किया। एक ट्वीट में प्रधानमंत्री ने कहा है- “श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाश परब के पावन अवसर पर, मैं उनके पवित्र विचारों और महान आदर्शों का स्मरण करता हूं। एक सच्चे, संवेदनशील और समावेशी समाज की उनकी दृष्टि से हमें प्रेरणा मिलती है। श्री गुरु नानक देव जी ने दूसरों की सेवा करने पर बल दिया था। इससे भी हमें बहुत प्रेरणा मिलती है।”

प्रधानमंत्री ने पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की है। एक ट्वीट में प्रधानमंत्री ने कहा है- “मैं पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी की जयंती पर उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।” 

प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेश के महोबा में विभिन्न विकास परियोजनाएँ, राष्ट्र को समर्पित कीं

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के महोबा में विभिन्न विकास परियोजनाएँ राष्ट्र को समर्पित कीं। इन परियोजनाओं से क्षेत्र में पानी की कमी की समस्या को दूर करने में मदद मिलेगी और किसानों को वो राहत मिलेगी, जिसकी जरूरत उन्हें बहुत पहले से थी। इन परियोजनाओं में अर्जुन सहायक परियोजना, रतौली वियर परियोजना, भाओनी बांध परियोजना और मझगांव-चिल्ली स्प्रिंकलर परियोजना शामिल हैं। इन परियोजनाओं की कुल लागत 3,250 करोड़ रुपये से अधिक है और इनके संचालन से महोबा, हमीरपुर, बांदा और ललितपुर जिलों में लगभग 65000 हेक्टेयर भूमि की सिंचाई में मदद मिलेगी, जिससे क्षेत्र के लाखों किसान लाभान्वित होंगे। इन परियोजनाओं से क्षेत्र को पेयजल भी प्राप्त होगा। इस अवसर पर राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री  योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत तथ राज्य मंत्रीगण भी उपस्थित थे।        

प्रधानमंत्री ने जनसभा को संबोधित करते हुए गुरुनानक देव जी के प्रकाश पर्व की शुभकामनाएं दीं जिन्‍होंने गुलामी के उस दौर में भारत में नई चेतना जगाई थी। उन्‍होंने कहा, ‘आज ही भारत की वीर बेटी, बुंदेलखंड की शान, वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई की जयंती भी है।’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘बीते 7 सालों में हम कैसे सरकार को दिल्ली के बंद कमरों से निकालकर देश के कोने-कोने में ले आए हैं, महोबा उसका साक्षात गवाह है।’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘ये धरती ऐसी योजनाओं, ऐसे फैसलों की साक्षी रही है, जिन्होंने देश की गरीब माताओं-बहनों-बेटियों के जीवन में बड़े और सार्थक बदलाव किए हैं।’ प्रधानमंत्री ने मुस्लिम महिलाओं को ‘तीन तलाक’ के अभिशाप से मुक्त कराने के अपने वादे को स्‍मरण किया जो उन्होंने महोबा की धरती से किया था, आज वादा पूरा हुआ। ‘उज्ज्वला 2.0’ को भी यहीं से लॉन्च किया गया था।

प्रधानमंत्री ने यह बात रेखांकित की कि समय के साथ यही क्षेत्र पानी की चुनौतियों और पलायन का केंद्र कैसे बन गया? उन्होंने उस ऐतिहासिक समय को स्‍मरण किया जब यह क्षेत्र अपने उत्‍कृष्‍ट जल प्रबंधन के लिए जाना जाता था। धीरे-धीरे पिछली सरकारों के कार्यकाल में इस क्षेत्र को भारी उपेक्षा और भ्रष्ट शासन का सामना करना पड़ा। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘ऐसी स्थिति भी आ गई कि इस क्षेत्र में लोग अपनी बेटी को ब्याहने से कतराने लगे, क्यों  यहां की बेटियां पानी वाले क्षेत्र में शादी की कामना करने लगीं। इन सवालों के जवाब महोबा के लोग, बुंदेलखंड के लोग जानते हैं।’

प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले की सरकार ने बुंदेलखंड को लूट कर अपने परिवारों का भला किया। उन्होंने जोर देकर कहा, “उन्हें आपके परिवारों की पानी की समस्या के बारे में कभी चिंता नहीं हुई।”प्रधानमंत्री ने कहा कि बुंदेलखंड की जनता ने दशकों तक ऐसी सरकारों को देखा है जिन्होंने उन्हें लंबे समय तक लूटा है। उन्होंने जोर देकर कहा कि पहली बार बुंदेलखंड के लोग, यहां के विकास के लिए काम करने वाली सरकार को देख रहे हैं। “पिछली सरकारें उत्तर प्रदेश को लूटते हुए नहीं थकती थीं, हम काम करते-करते नहीं थकते हैं।" उन्होंने कहा कि जब राज्य के माफिया तत्व बुलडोजर का सामना कर रहे हैं, तो कई लोग हल्ला मचा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह शोरगुल हालांकि राज्य में विकास कार्यों को नहीं रोक पायेगा।

प्रधानमंत्री ने कहा कि किसानों को हमेशा समस्याओं में उलझाए रखना ही कुछ राजनीतिक दलों का आधार रहा है; ये समस्याओं की राजनीति करते हैं और हम समाधान की राष्ट्रनीति करते हैं। केन-बेतवा लिंक का समाधान भी हमारी ही सरकार ने सभी पक्षों के साथ संवाद करके निकाला है। प्रधानमंत्री ने कहा कि परिवारवादियों की सरकारें किसानों को सिर्फ अभाव में रखना चाहती थीं। प्रधानमंत्री ने टिप्पणी करते हुए कहा, “वो किसानों के नाम से घोषणाएं करते थे, लेकिन किसान तक पाई भी नहीं पहुंचती थी। जबकि हमने पीएम किसान सम्मान निधि से अब तक 1,62,000 करोड़ रुपये सीधे किसानों के बैंक खातों में हस्तांतरित किए हैं।” 

प्रधानमंत्री ने कहा कि हम बुंदेलखंड से पलायन को रोकने के लिए इस क्षेत्र को रोजगार में आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे और यूपी डिफेंस कॉरिडोर भी इसका एक बहुत बड़ा प्रमाण है। प्रधानमंत्री ने इस क्षेत्र की समृद्ध संस्कृति के बारे में भी टिप्पणी की और ‘कर्म योगियों’की ‘डबल इंजन की सरकार’ के तहत इस क्षेत्र को प्रोत्साहित करने के प्रति अपनी वचनबद्धता व्यक्त की।   

प्रधानमंत्री ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री से राज्य के कुछ हिस्सों में भारी बारिश से जुड़े हालात के बारे में बात की

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने आंध्र प्रदेश के मुख्‍यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी से राज्‍य के कुछ हिस्‍सों में भारी वर्षा से जुड़े हालात के बारे में बात की। मोदी ने केंद्र सरकार की ओर से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है।प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में कहा; ‘आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री @ysjagan Garu से राज्य के कुछ हिस्सों में भारी बारिश से जुड़े हालात के बारे में बात की। केंद्र सरकार की ओर से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। मैं सभी लोगों के सुरक्षि‍त और सलामत रहने के लिए प्रार्थना करता हूं।’

प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेश के झांसी में ‘राष्ट्र रक्षा समर्पण पर्व’में भाग लिया

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के झांसी में ‘राष्ट्र रक्षा समर्पण पर्व’ में भाग लिया। प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने झांसी किले के प्रांगण में आयोजित ‘राष्ट्र रक्षा समर्पण पर्व’ के एक भव्य समारोह में रक्षा मंत्रालय की कई नई पहलों को राष्ट्र को समर्पित किया। इन परियोजनाओं में एनसीसी पूर्व छात्र संघ का शुभारंभ भी शामिल है, प्रधानमंत्री को इस संघ के प्रथम सदस्य के रूप में पंजीकृत किया गया। एनसीसी कैडेटों के लिए राष्ट्रीय सिमुलेशन प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ; राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए कियोस्क; राष्ट्रीय युद्ध स्मारक का मोबाइल ऐप; भारतीय नौसेना के जहाजों के लिए डीआरडीओ द्वारा डिजाइन एवं विकसित उन्नत इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सूट 'शक्ति'; हल्का लड़ाकू हेलीकाप्टर और ड्रोन भी इन परियोजनाओं में शामिल है।

प्रधानमंत्री ने झांसी के गरौठा में 600 मेगावाट के अल्ट्रामेगा सौर ऊर्जा पार्क की आधारशिला भी रखी। इस ऊर्जा पार्क का निर्माण 3000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से किया जा रहा है और यह सस्ती बिजली एवं ग्रिड स्थिरता के दोहरे लाभ प्रदान करने में मदद करेगा। प्रधानमंत्री ने झांसी में अटल एकता पार्क का भी उद्घाटन किया। पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर रखा गया यह एकता  पार्क 11 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनाया गया है और लगभग 40,000 वर्गमीटर में फैला हुआ है। इस पार्क में एक पुस्तकालय के साथ-साथ श्री अटल बिहारी वाजपेयी की एक प्रतिमा भी होगी। इस प्रतिमा का निर्माण प्रसिद्ध मूर्तिकार श्री राम सुतार ने किया है, जिन्होंने स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का निर्माण किया था।

इस अवसर पर एक जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने वीरता और पराक्रम की प्रतीक रानी लक्ष्मीबाई की जयंती का उल्लेख किया और कहा कि आज झांसी की यह धरती आजादी के भव्य अमृत महोत्सव की साक्षी बन रही है और आज इस धरती पर एक नया सशक्त और सामर्थ्यशाली भारत आकार ले रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्हें रानी लक्ष्मीबाई की जन्मस्थली यानी काशी का प्रतिनिधित्व करने पर गर्व महसूस होता है। प्रधानमंत्री ने गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व, कार्तिक पूर्णिमा और देव-दीपावली की भी हार्दिक शुभकामनाएं दीं। प्रधानमंत्री ने वीरता और बलिदान के इतिहास में योगदान के लिए कई नायकों और नायिकाओं को श्रद्धांजलि दी। 

प्रधानमंत्री ने कहा, “यह धरती रानी लक्ष्मीबाई की अभिन्न सहयोगी रहीं वीरांगना झलकारी बाई की वीरता और सैन्य कौशल की भी साक्षी रही है। मैं 1857 के स्वतंत्रता संग्राम की उस अमर वीरांगना के चरणों में भी नमन करता हूं। मैं नमन करता हूँ इस धरती से भारतीय शौर्य और संस्कृति की अमर गाथाएं लिखने वाले चंदेलों-बुंदेलों को, जिन्होंने भारत की वीरता का लोहा मनवाया! मैं नमन करता हूं बुंदेलखण्ड के गौरव, उन वीर आल्हा-ऊदल को, जो आज भी मातृ-भूमि की रक्षा के लिए त्याग और बलिदान के प्रतीक हैं।” प्रधानमंत्री ने झांसी के सपूत मेजर ध्यानचंद को भी याद किया और खेलों में उत्कृष्टता के लिए दिए जाने वाले सर्वोच्च पुरस्कार का नाम बदलकर हॉकी के इस दिग्गज के नाम पर रखने के बारे में बात की।

प्रधानमंत्री ने कहा, “आज एक ओर हमारी सेनाओं की ताकत बढ़ रही है, तो साथ ही भविष्य में देश की रक्षा के लिए सक्षम युवाओं के लिए जमीन भी तैयार हो रही है। ये 100 सैनिक स्कूल जिनकी शुरुआत होगी, ये आने वाले समय में देश का भविष्य ताकतवर हाथों में देने का काम करेंगे।” उन्होंने कहा,  “हमारी सरकार ने सैनिक स्कूलों में बेटियों के एडमिशन की शुरुआत की है। 33 सैनिक स्कूलों में इस सत्र से गर्ल्स स्टूडेंट्स के एडमिशन शुरू भी हो गए हैं। सैनिक स्कूलों से रानी लक्ष्मीबाई जैसी बेटियाँ भी निकलेंगी जो देश की रक्षा-सुरक्षा, विकास की ज़िम्मेदारी अपने कंधों पर उठाएंगी” एनसीसी पूर्व छात्र संघ के पहले सदस्य के रूप में पंजीकृत प्रधानमंत्री ने साथी पूर्व छात्रों से राष्ट्र की सेवा के लिए आगे आने और हर संभव तरीके से योगदान देने का आह्वान किया।

प्रधानमंत्री ने कहा, “मेरे पीछे ये ऐतिहासिक झांसी का किला, इस बात का जीता जागता गवाह है कि भारत कभी कोई लड़ाई शौर्य और वीरता की कमी से नहीं हारा! रानी लक्ष्मीबाई के पास अगर अंग्रेजों के बराबर संसाधन और आधुनिक हथियार होते, तो देश की आज़ादी का इतिहास शायद कुछ और होता।”उन्‍होंने कहा, “लंबे समय से भारत को दुनिया के सबसे बड़े हथियार खरीदार देशों में गिना जाता रहा है। लेकिन आज देश का मंत्र है-मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्‍ड। आज भारत अपनी सेनाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए काम कर रहा है।”उन्‍होंने कहा कि झांसी इस उद्यम का प्रमुख क्षेत्र बनकर उभरेगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि 'राष्ट्र रक्षा समर्पण पर्व' जैसे आयोजन रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता का वातावरण तैयार करने में बेहद मददगार साबित होंगे। उन्होंने कहा कि हमें अपने राष्ट्रीय नायकों और नायिकाओं का इसी तरह भव्य तरीके से गुणगान करने की जरूरत है। 

प्रधानमंत्री ने रानी लक्ष्मीबाई को उनकी जयंती पर नमन किया

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रानी लक्ष्मीबाई को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि दी है। एक ट्वीट में, प्रधानमंत्री ने कहा; "मैं बहादुर रानी लक्ष्मीबाई को उनकी जयंती पर नमन करता हूं। भारत के इतिहास में उनका एक विशेष स्थान है। उनकी बहादुरी को पीढ़ियों द्वारा भुलाया नहीं जा सकेगा। भारत के रक्षा क्षेत्र को बढ़ावा देने से संबंधित कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए मैं आज झांसी में मौजूद रहने की आशा करता हूं।" 

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