- 8 में से 7 गांव नरैनी क्षेत्र के
- 77 फीसद आबाद को लगी पहली डोज
- अब तक 9.99 लाख लोगों ने लगवाए टीके
बांदा। कोरोना वायरस का खतरा अभी टला नहीं है। यह नए-नए रूप में सामने आ रहा है। इसी को लेकर शासन व स्वास्थ्य विभाग गंभीर हैं। गांवों को प्रथम डोज संतृप्त बनाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। जनपद में लगभग 8 गांव ऐसे हैं जो कोविड-19 टीका के पहले डोज से संतृप्त हो चुके हैं। इसमें नरैनी ब्लाक सबसे आगे है। यहां 7 गांव प्रथम डोज संतृप्त हैं। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. एमसी पाल ने बताया कि शासन के निर्देश पर जनपद के सभी गांवों को प्रथम डोज संतृप्त बनाने के लिए काम किया जा रहा है। इसमें प्रधानों व समाजसेवियों का भी सहयोग लिया जा रहा है।
सभी चिकित्सा प्रभारियों (एमओआईसी) को निर्देश दिए जा चुके हैं। जनपद के नरैनी प्रभारी चिकित्सक ने नरैनी ब्लाक के कनाय, थनैल, पुरैनिया, गया प्रसाद का पुरवा, बछली पुरवा, दिवली तथा तेरा ब गांवों की लक्षित आबादी कोराना वैक्सीन की पहली डोज लगवा चुकी है। बड़ोखर ब्लाक में सिर्फ बांधा पुरवा के ग्राम प्रधान ने प्रथम डोज संतृप्त का प्रमाण पत्र दिया है। जिले में 18 वर्ष से ऊपर के 12.91 लाख लोगों को कोरोना टीका लगाने का लक्ष्य मिला है, जिसमें से 77 फीसद आबादी को कोरोना का कम से कम एक डोज लगाया जा चुका है। इसमें से 4 लाख 55 हजार ऐसे लोग हैं जो दोनों डोज ले चुके हैं।
133 केंद्रों पर चल रहा टीकाकरण
शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन करने के लिए स्वास्थ्य विभाग में द्वारा जनपद में 133 टीकाकरण केंद्र बनाए गए हैं। इसमें वह टीमें भी शामिल हैं जो गांव-गांव जाकर कैंप कर रही हैं। वहीं कोरोना की दूसरी लहर के दौरान जनपद में 62 टीकाकरण केंद्र थे। जैसे-जैसे जिले में वैक्सीन की उपलब्धता बढ़ती गई, वैसे-वैसे टीकाकरण केंद्र भी बढ़ते गए।
0 टिप्पणियाँ
Please don't enter any spam link in the comment Box.