फरमान के बाद भी पूरे नहीं हो रहे ग्रामीणों के अरमान

बांदा। गांव की सरकार के कार्यकाल के छह माह से अधिक का समय बीत गया लेकिन कई ग्राम पंचायतों में अभी कार्यालय ही नहीं खुल पाए। जबकि इसके लिये अधिकारियों की ओर से कई बार निर्देश भी दिए भी दिए जा चुके हैं, लेकिन वह भी बेअसर हैं। चित्रकूट धाम मंडल की सभी 1403 ग्राम पंचायतों में कार्यालय खोलने के आदेश हैं, इनमें करीब 100 तो अभी पंचायत भवन बनकर ही तैयार नहीं हो पाए। बाकी में अधिकाशतरू ग्राम पंचायतों में पंचायत के भवन बने हुए हैं। लेकिन इनमें ज्यादातर कार्यालय विहीन हैं। 

जबकि उच्चाधिकारियों के आदेश हैं कि प्राथमिकता के आधार पर कार्यालय खोल कर ग्रामीणों को सरकारी योजनाओं व अन्य कार्यों की सुविधा गांव में ही मुहैया कराई जाए। इसके लिये कार्यालय में ग्राम पंचायत स्तरीय कर्मचारियों की उपस्थिति का रोस्टर भी बना है। लेकिन ज्यादातर ग्राम पंचायतों में यह व्यवस्था कागजी आदेश बनकर रह गयी है। गांव वालों को आज भी छोटे- छोटे कामों को लेकर ब्लाक, तहसील व जिला मुख्यालय के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं।



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