- भारत को अग्रणी राष्ट्र बनाने के लिए बच्चों को सही भोजन, व्यायाम करना होगा : बजरंग पुनिया
- बजरंग ने विद्यार्थियों से संतुलित आहार, फिटनेस के महत्व के बारे में बात की
- यह विशेष पहल सरकार के ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ का हिस्सा है, जिसकी शुरुआत ओलम्पिक स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा ने गुजरात में की थी
नई दिल्ली/पीआईवी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विशेष स्कूल भ्रमण अभियान को आगे बढ़ाते हुए भारतीय पहलवान(रेसलर) और टोक्यो ओलम्पिक में कांस्य पदक विजेता बजरंग पूनिया ने गुरुवार को हरियाणा के पानीपत स्थित आरोही मॉडल स्कूल का भ्रमण किया और चार जिलों के 75 स्कूलों से आए विद्यार्थियों से मुलाकात की।
भ्रमण के दौरान, बजरंग ने विद्यार्थियों से संतुलित आहार, फिटनेस के महत्व पर बात की और विद्यार्थियों के साथ खो-खो खेल में भाग लेकर भारत के पारम्परिक खेलों को बढ़ावा भी दिया। उन्होंने फिटनेस से जुड़े कुछ आसान व्यायाम भी करके दिखाए।
पीएम के ओलम्पिक और पैरालम्पिक खिलाड़ियों के भारत भर के स्कूलों में भ्रमण और विद्यार्थियों के साथ संवाद के विचार की सराहना करते हुए, बजरंग ने कहा, “मैं इस स्कूल में आने पर काफी खुश हूं, इसने मुझे अपने स्कूली दिनों की याद दिला दी क्योंकि मैं भी हरियाणा के गांव से आता हूं और यहां आना स्कूल वापस लौटने जैसा है।”
विद्यार्थियों के साथ सही खुराक और स्वस्थ जीवनशैली के पालन पर बात करते हुए बजरंग ने कहा, “यदि आप मानसिक और शारीरिक रूप से मजबूत होना चाहते हैं और भारत को किसी भी क्षेत्र में शीर्ष पर ले जाना चाहते हैं तो आपको अच्छे खानपान और दिन में दो बार आधे-आधे घंटे व्यायाम करने की जरूरत है।” यह विशेष पहल सरकार के ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ का हिस्सा है, जिसकी शुरुआत इस महीने ओलम्पिक स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा ने गुजरात में की थी।
बजरंग ने घर में बने ऐसे खाने पर जोर दिया जिसमें हरी सब्जियां, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, खनिज शामिल हों और उन्होंने बच्चों से जंक फूड से दूर रहने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा, “प्रशिक्षण के शुरुआती दिनों में हमें अपने प्रशिक्षण केंद्र से एक कदम भी बाहर निकालने की अनुमति नहीं थी, इसलिए जब भी हमें बाहर निकलने का मौका मिलता तो हम सड़क पर चाट और टिक्की खाना चाहते थे। लेकिन ऐसा महीनों में एक बार होता था, नियमित रूप से नहीं। इसलिए, आपको मुझसे वादा करना होगा कि आप नियमित रूप से जंक फूड नहीं खाएंगे और आप इसे छोड़ने की कोशिश करेंगे।”
विशेष स्कूल अभियान ‘मीट द चैम्पियंस’ (चैम्पियनों से मिलिए) को शिक्षा मंत्रालय और युवा कार्यक्रम व खेल मंत्रालय द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया जा रहा है। आने वाले महीनों में, हम अपने ओलम्पिक और पैरालम्पिक हीरोज को देश भर के विभिन्न स्कूलों में भ्रमण करते हुए और इसी तरह विद्यार्थियों के साथ संवाद करता हुआ देखेंगे। अपने भ्रमण के दौरान, एथलीट अपने अनुभव, जीवन के सबक, सही खानपान से जुड़े सुझाव साझा करेंगे और स्कूली बच्चों को प्रेरणादायक प्रोत्साहन भी देंगे।
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