छतरपुर। कोरोना संक्रमण काल में एनएसएस की भूमिका सराहनीय रही है। इसमें मानवीयता के कई उदाहरण सामने आए हैं। रक्तदान से किसी की भी जान बचाई जा सकती हैं । रक्तदान के ऐसे पुनीत कार्य महाराजा छत्रसाल बुंदेलखंड विश्वविद्यालय छतरपुर में पढ़ने वाली राष्ट्रीय सेवा योजना की स्वयंसेविका प्रियंका कुशवाहा ने पहली बार रक्तदान किया है। कल्लू सेन उम्र 38 वर्ष निवासी बिजावर को खून की अति आवश्यकता थी।
जानकारी मुझे एनएसएस के स्वयंसेवक नीलेश तिवारी ने जानकारी दी। ओ पॉजिटिव ब्लड की सख्त आवश्यकता है तो महामारी में प्रियंका ने जिला अस्पताल में अपना रक्तदान देकर उसके युवक की जान बचाई सभी से अपील कि ऐसी महामारी ऐसे संकट में सभी एक दूसरे की मदद करें जितनी ज्यादा से ज्यादा हो सके मदद करें रक्तदान से बढ़कर कोई पुण्य काम नहीं होता है। इस मौके पर नीलेश तिवारी, रोशनी कुशवाहा रही मौजूद रहे।
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