- जेल से छूटने की खबर से सुनते ही खुश हुए परिजन
अरबिंद श्रीवास्तव, ब्यूरो चीफ |
पैलानी/बांदा। करीब पांच साल से पाकिस्तान जेल में कैद रहे जनपद के पांच युवक अब आजादी की सांस ले रहे हैं।इनमें से चार चिल्ला थाना क्षेत्र के महेन्दू गांव के एक ही परिवार के हैं। इनमें सुनील कुशवाहा पहले भी पाकिस्तानी जेल में बंद हो चुका है। तीन साल तक कैद रहने के बाद छूटा था, तो कुछ समय बाद फिर मछली पकड़ने का काम करने गुजरात के ओखा चला गया था। इस दौरान उसके साथ छोटा भाई और दो भतीजे भी साथ में थे। समुद्र में पाकिस्तानी सीमा में प्रवेश करने पर नवंबर 2017 में पकड़ लिए गए थे।बता दें कि चिल्ला के महेदू गांव निवासी प्यारे लाल कुशवाहा राजमिस्त्री का काम करते हैं।
उनके तीन बेटे सुशील (40), बाबू (36) और विनोद हैं। आर्थिक तंगी के चलते सुशील, बाबू और विनोद का बेटा राजू मछली पकड़ने का काम करते हैं।पकड़े गए युवकों के रिश्तेदार केशव ने बताया कि वह भी मछली पकड़ने का काम करते हैं। सुशील 2012 में भी पाकिस्तानी जलसेना द्वारा पकड़ लिया गया था। तीन साल बाद छूटा था और फिर वही काम करने लगा। यह हम लोगों की मजबूरी है। इस बार सुशील और बाबू अपने भतीजे विवेक और राजू भी गए थे। एक नाव का चालक बाबू था और दूसरी को वह चला रहे थे। नवंबर 2017 में समुद्र में पाकिस्तानी सीमा में जाते ही बाबू की नाव पकड़ ली गई, जबकि वह किसी तरह बच गए थे। जो नाव पकड़ी गई थी,उसमें छह लोग थे। दो लोग पहले रिहा हो चुके हैं। अब परिवार के चार लोग छूटे हैं।
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