Siddharth Nagar News : शिक्षा विभाग का इटवा/खुनियांव ब्लॉक स्तरीय संगोष्ठी एवं उन्मुखीकरण कार्यशाला


राजेश शास्त्री ब्यूरो चीफ

सिद्धार्थनगर। परिषदीय विद्यालय सरकार का नहीं है आप सब का है। इसके सुरक्षा सफाई, देख-रेख की जिम्मेदारी गांव वालों की, ग्राम प्रधान की और बच्चों की है। इसके साथ शिक्षिकाओं और बच्चियों के भी सुरक्षा की जिम्मेदारी आप लोगों की है। उक्त बातें बेसिक शिक्षामंत्री उत्तर प्रदेश डॉ सतीश चंद्र द्विवेदी ने इटवा स्थित वेलकम मैरिज हाल में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कही। शिक्षा विभाग की तरफ से ब्लॉक स्तरीय संगोष्ठी एवं उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया था। उन्होंने अपने संबोधन में आगे कहा कि प्रबंध समितियों के उन्मुखीकरण कार्यशाला का पहली बार पूरे प्रदेश में आयोजन हो रहा है। जिसका उद्देश्य है कि सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी आप सबको मिल सके। पहले के परिषदीय विद्यालयों और अब के परिषदीय विद्यालयों में अभूतपूर्व परिवर्तन दिखाई पड़ रहा है। 

पहले के परिषदीय विद्यालयों में भौतिक संसाधन बहुत कम थे। अध्यापकों की संख्या भी कम थी। लेकिन अब भौतिक संसाधनों के साथ-साथ अध्यापकों की भी पर्याप्त संख्या विद्यालयों में हुई है। आज के परिषदीय विद्यालय डिजिटलाइज हो गए हैं। कॉन्वेंट स्कूलों की तरह से इंग्लिश माध्यम की शिक्षाएं दे रहे हैं। अब पूर्व माध्यमिक विद्यालय के बच्चों को भी बैठने के लिए बेंच मिलेगा। बच्चों को चटाई पर बैठकर नहीं पढ़ना पड़ेगा। ऑपरेशन कायाकल्प से विद्यालयों का बाउंड्री वाल बनवाया गया है। मेन्यू के अनुसार बच्चों को भोजन दिया जा रहा है। दिव्यांग बच्चों को पढ़ने के लिए मदद किया जा रहा है। उन्होंने एक कौवा और घड़ा की कहानी का उल्लेख करते हुए बताया कि इससे बच्चों को प्रेरणा मिलती है। विज्ञान बुद्धि और मेहनत की शिक्षा मिलती है। 

आज इसी कहानी को विजुअल रूप में परिषदीय विद्यालयों के बच्चों को दिखाया जा रहा है। बच्चों के लिए योगा शुरू किया गया है। खेल को अनिवार्य रूप से रखा गया है तथा विद्यालयों में खेल की सामग्री भी उपलब्ध कराई गई है। स्कूल चलो अभियान शुरू किया गया। जिसका परिणाम यह है कि आज एक करोड़ 82 हजार बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। उन्होंने ड्रेस, जूता, मोजा आदि में हो रहे भ्रष्टाचार का वर्णन करते हुए कहा कि इन सब पर रोक लगाने के लिए अब प्रति बच्चे के हिसाब से अभिभावक के खाते में 11 सौ रूपया भेज दिया गया है। अध्यापक अपने पसंद से बच्चों को सामान खरीद सकते हैं। मानव संपदा पोर्टल लागू करके पूरे विभाग को डिजिटलाइज कर दिया है। शिक्षा विभाग माननीय योगी  और मोदी जी के नेतृत्व में उत्तरोत्तर विकास कर रहा है।

विद्यालय प्रबंध समिति उन्मुखीकरण कार्यशाला और संगोष्ठी का शुभारंभ लगभग 11ः30 बजे हुआ। बेसिक शिक्षा मंत्री डॉ सतीश द्विवेदी तथा अन्य उपस्थित अतिथियों ने दीप प्रज्वलित किया। इसके उपरांत सरस्वती वंदना बच्चों ने प्रस्तुत किया। पूर्व माध्यमिक विद्यालय सिसवा की बच्चियों ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया। खंड शिक्षा अधिकारी ओमप्रकाश मिश्र ने बेसिक शिक्षा मंत्री तथा आए हुए सभी अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए सबको धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग में विद्यालय प्रबंध समितियों का, ग्राम प्रधान गण का महत्वपूर्ण भूमिका है। उनके सहयोग से कार्यों को और सुचारू रूप से किया जा सकता है। बेसिक शिक्षा अधिकारी देवेंद्र कुमार पांडे ने कहा कि कि मंत्री जी के प्रेरणा से यह कार्यक्रम पूरे जिले प्रदेश में आयोजित किया जा रहा है। शत-प्रतिशत बच्चों का नामांकन हो रहा है। ग्राम प्रधान लोगों के सहयोग से परिषदीय विद्यालय सुसज्जित हुए हैं।

इसमें ग्राम प्रधान और शिक्षा समिति का सहयोग अपेक्षित है। इसी क्रम में शिक्षा समिति के अध्यक्ष राजमणि गिरी, अभय पाण्डेय, अनिल त्रिपाठी, आदित्य शुक्ला, विजय पाण्डेय, राधे रमण त्रिपाठी ने उपस्थित लोगों के समक्ष अपना विचार प्रकट किया। आगे परिषदीय विद्यालयों के विकास में ग्राम प्रधान और शिक्षा समिति के महत्व को बताया। इस अवसर पर विद्यालयों के विकसित संसाधनों का डाटा प्रस्तुत किया गया। मिशन प्रेरणा लक्ष्य का उद्देश्य बताया गया। कार्यक्रम का सफल संचालन धनंजय मिश्रा ने किया। कार्यक्रम में इंद्रमणि त्रिपाठी, हेमंत गुप्ता, ओंकार नाथ साहनी, ओम प्रकाश, मो. अजीम, मो. अहमद, इकराम मो. सहित भारी संख्या में इटवा खुनियांव के अध्यापकगण, ग्राम प्रधान, शिक्षा समिति के अध्यक्ष व पदाधिकारी उपस्थित रहे।

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