मरौली खदानों में ब्लैकमेलर का आतंक, किसानों के खेत से जबरन निकाले जा रहे ओवरलोड ट्रक

ग्रामीणों पर भारी पड़ रहे मरौली खण्ड चार के संचालक के तुगलकी फरमान

  • किसानों के खेत से जबरन निकाले जा रहे ओवरलोड ट्रक
  • पीड़ितों ने डीएम से लगाई न्याय की गुहार

अरबिंद श्रीवास्तव, ब्यूरो चीफ


बांदा। बुंदेलखंड का किसान कभी कुदरत की मार से परेशान तो कभी दैवीय आपदा से परेशान रहता है लेकिन अब मौरंग माफ़िया किसानों के ऊपर कर रहे हैं अत्याचार। बाँदा जनपद में मौरंग माफियाओं के हौसले इस तरह बुलंद हैं कि प्रशासन और खनिज विभाग की सांठगांठ से जिम्मेदारों को मिला करके मोरंग माफिया अवैध-खनन के साथ अवैध परिवहन जबरदस्त तरीके से कर रहे हैं। बुंदेलखंड में लाल सोने की लूट के लिए पूरे प्रदेश सहित देश में चर्चित साहू एंड कंपनी भी किसी बड़े भ्रष्टाचारियों से कम नहीं है। मरौली निवासी इस समय सुर्खियों में है। सूत्रों की माने तो इस समय रमेश साहू द्धारा अर्जित की गई अकूत सम्पत्ति को भी जाँच के घेरे में माना जा रहा है। ग्रामीणों का मुंह बंद करने के लिए वह असलहों के दम पर उनको धमका रहा है। 

माफियाओं ने किसान की खेती उजाड़ने के बाद उनकी जमीनों को तहस नहस कर अवैध रास्ता बना लिया है। वर्षा काल का समापन होने के बाद से अवैध खनन के खेल में महारत हासिल कर चुके मरौली खण्ड 4 के खदान संचालक और उसके गुर्गों ने असलहे और दबंगई के बल पर फिर पैर पसारने शुरू कर दिए हैं जिससे अवैध खनन कराया जा रहा है। किसानों की जमीन से जबरन गुण्डई के बल पर ओवरलोड बालू भरे ट्रकों को दिन-रात निकाले जा रहे हैं, यदि किसी किसान ने इस बात का विरोध किया तो उसे जान से मारने की धमकी देते हुए शांत करा दिया जाता है। इतना ही नहीं खदान 4 संचालक के माफिया गुर्गों के द्धारा बिना एग्रीमेंट के किसानों की जमीन से ओवरलोड ट्रकों को निकाला जा रहा है। पीड़ित किसान सम्बंधित थाना, जिलाधिकारी व उच्चाधिकारियों से कई बार शिकायत कर कार्यवाही व न्याय की माँग कर चुके हैं पर प्रशासन मौन धारण किये हुए है।

मरौली के प्रधान किंगमेकर व ठेकेदार और मरौली में खदान रस्ते के बिचौलियों में शामिल रमेशचंद्र साहू के साथ मटौंध चेयरमैन सुधीर के साथ मारपीट की घटना हुई थी। बताते चलें की घटना झिंगाखोढ से चमराहा गांव की जो कच्ची रास्ता जाती है वहां पर विवाद घटित बतलाई जा रही है। कच्चे रास्तों को रास्ता बना कर पैसे कमाने वाला गांव का दबंग  गांव की प्रधानी किंगमेकर राजनीति में पिछले 15 साल से हॉबी रमेशचंद्र साहू परिवार ने करोड़ों की चल अचल संपत्ति जोड़कर परिवार में लगभग सबके नाम लाइसेंसी असलहे, डम्फर, जेसीबी, ट्रैक्टर की बाड़ खड़ी की है। उधर मरौली में खदान के लिए रस्ते में खदान में और लोड गाड़ियों से अवैध तरीके से वसूली करवाता है, कई बार शिकायत होने के बावजूद भी कोई कार्रवाई ना होने पर इसके हौसले बुलंद हैं, मरौली में किसी की इतनी हिम्मत नहीं है कि रमेश साहू के खिलाफ आवाज उठा सके। 

चंबल और चित्रकूट के बीहड़ डकैत खत्म हो गए लेकिन आज भी मरौली में बेखौफ घूम रहा है एक डकैत बगैर डीएम का डिक्लेरेशन लिए धारा 143 का उल्लंघन करके सदर रजिस्ट्रार के यहां गलत तरीके से किसानों की खेतिहर ज़मीन दबाव बनाकर एग्रीमेंट करवाई है जिसपर अक्सर गांव में विवाद होता है। डीएम को दिये शिकायती पत्र में गंगा दीन व रामस्वरूप अन्य लगभग दर्जनभर किसानों ने बताया कि वे सभी किसान हैं और मटौंध थाना क्षेत्र के अन्तर्गम मरौली ग्राम के रहने वाले हैं, उनके ग्राम से लगी हुई खण्ड संख्या 4 की खदान है जिसमें सारे नियमों को ताक पर रखकर रास्ता बना कर खंड संख्या 4 के माफियाओं द्वारा खुलेआम उनसे दबंगई की जा रही है। 

इतना ही नहीं अन्ना जानवरों से बचाने के लिए उनसभी लोगों द्धारा खेतों में मेड़बंदी व तारबंदी करा ली थी लेकिन खनन माफियाओं ने उखाड़कर जबरन रास्ता बनाकर उनके खेतों से अवैध रास्ता बनाकर कार्य किया जा रहा है। ग्रामीणों ने उनके खेतों को बचाते हुए सीमांकन भी कराने की मांग की है। डीएम साहब को शायद यहाँ अवैध खनन नजर ही नही आ रहा है या फिर उन्हें किसानो के दर्द का अहसास नही है। जिलाधिकारी का मतलब होता है जिले का अधिकारी, पर जब जिलाधिकारी को ही अपने जिले में लाल सोने का ये नंगा नाच नही दिख रहा है तो इन बेबस किसानों की कौन सुनेगा। जिलाधिकारी और खनिज अधिकारी महोदय नींद से उठिए और किसानों के दर्द को समझिये और ऐसे दबंग मोरम माफियाओं से नदियों का अस्तित्व बचाकर और किसानों को उनका हक दिलाइये वरना जनता का कानून और अधिकारियों से भरोसा ही उठ जाएगा।

मरौली खदानों में ब्लैकमेलर भाजपा नेता का आतंक

  • मरौली खण्ड तीन में जारी है कथित नेता तांडव
  • अवैध वसूली के लिए खदान संचालक पर बना रहा दबाव
  • उच्चाधिकारियां को झूठी शिकायत कर गुमराह करने का आरोप

बांदा। लाल सोने की लूट में छुटभैये नेता भी अपने आपको सीएम सहित कद्दावर मंत्रियों का करीबी बताकर प्रशासन सहित खदान संचालक पर रौब गांठने से बाज नहीं आ रहे हैं। चटचटगन का रहने वाला एक कथित जो अपने आपको भाजपा नेता बताता है के आतंक से प्रशासन सहित खदान संचालक हलाकान है। दरअसल उस कथित नेता के द्वारा मरौली खण्ड तीन के खनन क्षेत्र के अपनी भूमि बताकर लगातार प्रशासन को गुमराह करने का काम किया जा रहा है। खदान संचालक ने प्रशासन को पत्र भेजकर उक्त नेता के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है। प्रदेश के मुख्यमंत्री सहित अधिकारियों को भेजे शिकायती पत्र में मरौली खण्ड तीन के संचालक संजय ने बताया है कि ग्राम चकचटगन का रहने वाला तथाकथित व्यक्ति दीपक शुक्ला अपने आपको भाजपा नेता बताते हुए अवैध वसूली की गरज से ब्लैकमेल करने का काम करता है। 

खनन क्षेत्र के जमीन को अपनी बताकर मुख्यमंत्री सहित प्रशासनिक अधिकारियों से फर्जी शिकायत करने के बाद जब राजस्व टीम ने जांच की तो उक्त भाजपा नेता की जमीन खदान के दूसरी ओर ग्राम चकचटगन में पायी गयी। इसके बावजूद भी उक्त दबंग व्यक्ति के द्वारा खदान के संचालन में बाधा उत्पन्न की जा रही है। खदान संचालक ने आगे बताया कि बीते दिनों मरौली खण्ड तीन की खदान में दीपक के द्वारा दबंगई के बल पर अपने कई साथियों के साथ मिलकर खनन कार्य को बंद करा दिया जाता है। कर्मचारियों के कार्य न बंद करने पर उक्त दबंग के द्वारा कर्मचारियों से मारपीट भी की जाती है। खदान संचालक ने प्रशासनिक अधिकारियों से खदान के सुचारू रूप से संचालन के लिए उक्त दबंग के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग की है।

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