जयगुरुदेव नाम की ध्वनि बोलना बहुत जरूरी

  • मौत के आखरी समय पर यदि वक़्त का जगा हुआ नाम याद आ जाए तो प्रभु आ जाएंगे, करेंगे तुरंत मदद 
  • कलयुग के जगाए हुए जयगुरुदेव नाम में पूरी शक्ति है, परीक्षा ले कर देख लो 

 उज्जैन, मध्य प्रदेश। लोगों के दुःख से दुःखी होकर तकलीफ, परेशानियों में आराम पाने का सरल रास्ता बताने वाले इस समय के पूरे पहुंचे हुए महात्मा, उज्जैन वाले परम सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज ने 5 जनवरी 2022 को उज्जैन (म. प्र.) में दिए व यूट्यूब चैनल जयगुरुदेवयूकेएम पर लाइव प्रसारित संदेश में बताया कि 

कोटि-कोटि मुनि जतन कराही। अंत नाम मुख आवत नाही।। 

मौत के समय जब पीड़ा होती है तब कोई मददगार नहीं होता, नाती-पोता घर परिवार डॉक्टर रिश्तेदार सब खड़े रहते हैं कोई काम नहीं आता 

आखरी समय पर किसको पुकारता है आदमी? बच्चे बहू नाती पोता को। आदत बनी रहती है। यह कोई आखिरी वक्त पर काम आते हैं? मरते समय जवान लड़का, रिश्तेदार, पड़ोसी, घर के सब लोग खड़े रहते हैं,  कोई कुछ नहीं कर सकते हैं। कितना भी बढ़िया डॉक्टर हो जब अंदर से पीड़ा उठती है तो कोई मददगार नहीं होता। कहते है-

आस-पास जोधा खड़े, सभी बजावै गाल। महल से हमको ले चलै, ऐसो काल कराल।।

काल किसी को नहीं छोड़ता। 

काल किसको कहते हैं ?

काल वो जो किसी को नहीं छोड़े, जो सबको अपने गाल में ले ले। आज तक कोई भी उसके गाल से बच नहीं पाया। 

मरने वाले के कान में जब 10 बार जयगुरुदेव नाम जब बोले तो मरने वाला बताया की जयगुरुदेव जी आ गए उनको देखकर के यमराज के दूत भाग गए 

आखरी वक्त पर अगर प्रभु का जगाया हुआ नाम याद आ जाए तो प्रभु आ जाएंगे। बहुत लोगों ने परीक्षा लिया। मरते आदमी के कान में 10 बार जयगुरुदेव नाम बोला तो मरने वाले आदमी ने आंख खोल दिया और कहा यमराज के दूत जो मुगदर हथौड़ी लेकर के आए थे, झुलसा रहे थे, मार रहे थे, इस शरीर से निकाल रहे थे आत्मा को। जयगुरुदेव नाम बोलते ही वह हट गए। किसी-किसी ने गुरु महाराज जी को देखा बता दिया की बाबा जी आ गए। बाबा जी को देख करके यमराज के दूत रफूचक्कर हो गए, भाग गए तेजी से। आप समझो आखिरी वक्त पर जल्दी नाम याद नहीं आता। 

पुरुष पुरुषों के और महिलाएं महिलाओं के घरों में जा जाकर के नाम ध्वनि बुलवाओ

सबके घरों में जा जाकर के पुरुष पुरुषों को और महिलाएं महिलाओं को अलग बैठाकर नाम ध्वनि बुलवाओ 

आप सत्संगी हो, आपको कुछ न कुछ जरूर लाभ मिलता होगा तभी तो गुरु महाराज के नाम पर उज्जैन आश्रम पर भी आते हो, सतसंग में भी आते हो, विश्वास है आपको। ऐसे ही इनको विश्वास दिलाने के लिए इनके घरों में आप जा-जा जाकर के नाम ध्वनि करवाओ। महिलाएं, बच्चियों माताओं को बैठाकर और पुरुष लोग, पुरुषों को अलग बैठाकर नाम ध्वनि करवाओ। जब बोलने लग जाएंगे तो अपने आप रट जाएगा। बोलने लग जाएंगे। अजपा जाप जिसको कहते हैं, मुंह से अपने आप निकलता है। 

अगर बच्चों को तरीके से बोलवाओगे तो जयगुरुदेव नाम ध्वनि बोलने लग जाएंगे 

देखो जब बच्चे कोई प्रार्थना याद कर लेते हैं तो चलते जाते हैं, बोलते जाते हैं। कोई भी कोई चीज याद करले, फिल्मी गाना याद कर ले तो वह भी मुंह से बोलता चला जाएगा। ऐसे ही नाम ध्वनि रट जाती है। कुछ छोटे बच्चे जल्दी जयगुरुदेव नाम नहीं बोलते लेकिन वो बोलेंगे ही बोलेंगे। कैसे? बच्चियों जब भोजन बनाने के बाद यह नियम बना दोगी की जब जयगुरुदेव नाम की ध्वनि हो जाएगी तभी खाना परोसा, खिलाया जाएगा। जयगुरुदेव नाम की ध्वनि बोलने के बाद ही खाने को मिलेगा। इस तरीके से अगर बच्चियों बच्चों को बोलवाओगे तो बच्चे भी बोलने लग जाएंगे। जयगुरुदेव नाम की ध्वनि इस समय पर जरूरी है, तकलीफों में राहत पाने के लिए। 

सन्त उमाकान्त जी के वचन 

बाहरी आंखों को बंद करने पर अंतर में उजाला ला दे वोही सच्चा गुरु होता है। सतगुरु का आदेश सबके लिए लाभकारी होता है। जिनका लक्ष्य पैसा कमाना है, वह सेवा नहीं कर सकते। पशु-पक्षियों में भी बराबर मालिक/प्रभु को याद करने वाले भक्त हुए हैं। सभी धर्म ग्रंथ में लिखी बातें थ्योरी और सन्तमत की साधना प्रैक्टिकल है।


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