BANDA NEWS : महुटा गौशाला बन रही ‘मौत की प्रयोगशाला’, प्रधान की लापरवाही से गोवंश बेहाल


अरबिंद श्रीवास्तव, ब्यूरो चीफ

CDO ने गौशाला का किया भ्रमण संचालकों को दिए जरूरी निर्देश, ब्लॉक के अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे

  • गौशाला की गाय दूध भी दे रही हैं , भूसा खरीदने के निर्देश भी दिए
  • सभी गोवंश निरीक्षण में मिले स्वस्थ

बांदा। आज मुख्य विकास अधिकारी वेद प्रकाश मौर्य ने महुआ विकासखंड में ग्राम पंचायत पनगरा की अस्थाई गौशाला में भ्रमण का कार्यक्रम जारी किया गया था। जिसके क्रम में खंड विकास अधिकारी महुआ एव अन्य कर्मचारियों के साथ गौशाला का निरीक्षण किया गया। यह अस्थाई गौशाला निजी भूमि पर संचालित की जा रही है। गौशाला में 470 गोवंश संरक्षित है जिनके भरण पोषण के लिए पुवाल का भंडारण पाया गया। गोवशों में नर पशुओं के रहने के लिए अलग अलग वाड़ा बनाया गया है। तथा नवजात गोवंशों के संरक्षण के लिए भी अलग से बड़ा बनाया गया है। जिसमें लगभग 25 बछड़े पाए गए पेयजल की व्यवस्था ठीक है तथा छाया की व्यवस्था भी सही है। गौशाला की 25 गाय दूध भी दे रही हैं।

जिसका उपयोग गौशाला के सेवकों प्रधान एवं अन्य ग्रामवासियों द्वारा किया जा रहा है। इस गौशाला में समीप की अतिरिक्त भूमि भी किराए पर ली गई है जिसमें चरने के लिए गोवंश को छोड़ा जाता है अधिकांश पशु स्वस्थ पाए गए। ग्राम प्रधान द्वारा पूरी निष्ठा एवं समर्पण भावना से गौशाला को संचालित किया जा रहा है। भूसा खरीदने के लिए ग्राम प्रधान द्वारा पर्याप्त तैयारी की जा रही है तथा गेहूं कटाई के समय भूसा आवश्यकतानुसार संरक्षित किए जाने के लिए निर्देशित किया गया।

महुटा गौशाला बन रही ‘मौत की प्रयोगशाला’

  • भूख प्यास से दम तोड़ रहे गोवंश

बांदा। योगी सरकार ने गायो की सेवा और उन्हें सुरक्षित रखने के उद्देश्य से गौशालाएं खुलवाई थी,लेकिन ये गौशालाएं गौवंशो के लिये मौत शाला बन गई है ये ऐसी सरकारी कसाईखाना बन गई है जहाँ गौवंश भूख व प्यास से तड़प तड़प कर मर रही है और वही सिथिल अवस्था मे जमीन पर पड़ी दीनहीन जिंदा गौवंशो को कौवे नोच-नोच खा रहे हैं वही मृतक गौवंशो को सचिव व प्रधान द्वारा बिना पोस्टमार्टम करवाये चुप चाप दफन कर दिया जाता है। 

ताकि किसी को भनक न लग सके ताजा मामला विकासखंड नरैनी महुटा ग्राम पंचायत में बने अस्थाई गौशाला का सामने आया है जहाँ पर आज मँगलवार को सायँकाल करीब चार बजे तक मे भूख और प्यास से तिलिझ-तिलिझ कर दो गौवंशो ने दम तोड़ दिया व करीब तीन से चार गाय जीर्ण शीर्ण अवस्था में जमीन में पड़ी जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष लड़ रही है केंद्र में मौजूद गौशाला कर्मी छोटू सिंह ने बताया कि केवल लाही का भूसा यदा कदा खिलाया जाता है प्रधान व सचिव मिलजुलकर गायो के आने वाला पैसा खा रहे है।

प्रधान की लापरवाही से गोवंश बेहाल

  • विरोध करने पर ग्रामीण को धमकाया

बांदा। नरैनी तहसील क्षेत्र के ग्राम गुढ़ा के शिवशंकर पुत्र अष्टमी प्रसाद ने नरैनी कोतवाली प्रभारी को ज्ञापन सौंपकर प्रधान पर गंभीर आरोप लगाए हैं। कोतवाली प्रभारी को दिये ज्ञापन में बताया कि ग्राम प्रधन द्वारा 4 आवारा गांयों को बांध लिया गया है। जिनको न तो भूसा दिया जाता है और न ही पानी। प्रधान की मनमानी से गोवंशों की हालत बिगड़ती जा रही है। इस बात का विरोध करने पर प्रधान भाई सहित कई लोगों ने उसके घर आकर जान-माल की धमकी देकर चले गए। पीड़ित जांच कर कार्यवाही की मांग की है।

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