- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 70.3 फीसदी लोगों की पहली पसंद
गोरखपुर। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के इलेक्शन स्टडी सेल ने चार विधानसभाओं में हुए पोलिंग सर्वे का परिणाम जारी कर दिया है। सर्वे में गोरखपुर शहर के भाजपा प्रत्याशी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जीतने की प्रबल संभावना जताई है। सर्वे के मुताबिक गोरखपुर शहर में योगी आदित्यानाथ 70.3 प्रतिशत लोगों की पहली पसंद हैं। बुधवार को कुलपति प्रो. राजेश सिंह ने सर्वे के निष्कर्ष और इलेक्शन स्टडी सेल द्वारा किए जा रहे कार्यों की प्रगति के बारे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ को गोरखनाथ मंदिर में अवगत कराया है। गोरखपुर शहर से सर्वे में भाग लेने वाले 25.5 प्रतिशत लोगों ने समाजवादी पार्टी की सुभावती शुक्ला को पसंद किया है।
जबकि, गोरखपुर ग्रामीण में विधायक विपिन सिंह और सपा के प्रत्याशी विजय बहादुर यादव में कांटे का मुकाबला नजर आ रहा है। मगर, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और पार्टी की इमेज के चलते इस सीट पर विपिन सिंह बाजी मारते नजर आ रहे हैं। ऐसे ही फाजिलनगर सीट पर सुरेंद्र सिंह कुशवाहा के जीतने की संभावना है। कुशवाहा की सबसे बड़ी ताकत मुख्यमंत्री और बीजेपी की इमेज बनी है। सर्वे में देवरिया सदर के प्रत्याशी शलभ मणि त्रिपाठी के जीत की अत्यधिक संभावनाएं हैं। कुलपति प्रो. राजेश सिंह ने बताया कि लिकर्ट विधि से किए गए सर्वे मेें जनता ने रराष्ट्रीयता, धर्म, विकास, निशुल्क राशन, मुद्रास्फीति और आतंकवाद, हिसाब विवाद, ब्राहमण/उच्च जाति, ओबीसी, एससी एसटी, मुस्लिम, राजनीतिक दल के प्रभाव, राष्ट्रीय नेता, मुख्यमंत्री का प्रभाव और लोकल प्रत्याशियों के मुद्दे सर्वे का मुख्य एजेंडा रहा है। जिसपर लोगों की राय ली गई है।
इलेक्शन स्टडी सेल ने तीन चरणों में सर्वे को पूरा किया है। पहले चरण मेें 13-21 फरवरी तक तकनीकी डाटा को द्वितीयक स्त्रोत से प्राप्त किया। दूसरे चरण में 24-28 फरवरी तक हर विधानसभा में 25 नोटिफाइड पोलिंग बूथ पर फिल्ड सर्वे किया है। तीसरे चरण में 3 मार्च को चार नोेटिफाइड बूथ पर हर विधानसभा में चुनाव के दिन फिल्ड सर्वे किया है। सर्वे की रिपोर्ट को तैयार करने में इलेक्शन स्टडी सेल के बाहरी विशेषज्ञ और हावर्ड यूनिवर्सिटी के ग्रेजुएट प्रो. मुकुल सक्सेना ने अहम भूमिका निभाई है।
साइलेंट सपोर्टर बनकर उभरी महिलाएं : निशुल्क राशन की वजह से महिलाएं भारतीय जनता पार्टी की साइलेंट सपोर्टर बनकर उभरी हैं, जिनमें मुस्लिम महिलाएं भी शामिल हैं। जबकि कोविड महामारी का चुनाव पर कोई वास्तविक प्रभाव नहीं रहा है।
पांच फेलो को तीन महीने तक दे रहे 25 हजार रूपये : कुलपति ने मुख्यमंत्री को बताया कि इलेक्शन स्टडी सेल में पांच फेलो को तीन महीने तक 25-25 हजार रूपये प्रदान किया जा रहा है। हर फेलो के साथ पांच पांच वालंटियर्स को अर्न बाय लर्न योजना के अंतर्गत जोड़ा गया है।
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