शराबी ट्रक चालक की लापरवाही से क्षतिग्रस्त हुई महाराणा प्रताप की प्रतिमा

  • तेज रफ्तार ट्रक से हुआ हादसा
  • क्षत्रिय महासभा ने व्यक्त किया आक्रोश

अरबिंद श्रीवास्तव, ब्यूरो चीफ

बांदा। शहर के वीआईपी इलाके में आयुक्त व आईजी आवास के समीप स्थित चौराहे में महाराणा प्रताप की विशालकाय घोड़े पर सवार लगी हुई प्रतिमा को बीती रात एक ट्रक चालक की लापरवाही से महाराणा प्रताप का स्मारक पूरी तरह से ध्वस्त हो गया। जिससे आक्रोशित क्षत्रिय महासभा के लोग मौके पर ही धरने पर बैठ गए और कहा कि 10 दिन के अंदर अगर यह स्मारक और प्रतिमा स्थापित नहीं की गई तो आंदोलन उग्र होगा।

शहर के पाश इलाके जहां चित्रकूट मंडल के कमिश्नर, आईजी और पुलिस अधीक्षक के आवास हैं। इसी से कुछ दूरी पर विकास भवन और जिला महिला व पुरुष अस्पताल है। यहां वर्षों पहले शहर के प्रसिद्ध मूर्तिकार सुंदरलाल अनाड़ी ने महाराणा प्रताप की विशालकाय प्रतिमा अपने हाथों से गढीं थी। जिसे क्षत्रिय महासभा द्वारा स्थापित किया गया था। हर साल महाराणा प्रताप की जयंती पर क्षत्रिय महासभा इसी स्मारक में आकर महाराणा प्रताप के की वीरता और शौर्य को याद करते हुए उनके आदर्शों को जीवन में अपनाने का संकल्प लेते थे। यह स्मारक इस क्षेत्र की पहचान बन चुका था।

बीती रात शराब के नशे में तेज रफ्तार ट्रक ने इस स्मारक को चकनाचूर कर दिया। प्रतिमा से लेकर घोड़ा और स्मारक जड़ से उखड़ गए। जब इस बात की जानकारी क्षत्रिय महासभा को हुई तो आक्रोशित क्षत्रिय महासभा के लोगों ने मौके पर ही धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। क्षत्रिय महासभा के पदाधिकारी नरेंद्र सिंह परिहार ने कहा कि हमने पहले ही जिला अधिकारी और एडीएम को इस बारे में पत्र लिखकर आशंका व्यक्त की थी कि कभी भी तेज रफ्तार गुजरने वाले ट्रक इस स्मारक को ध्वस्त कर सकते हैं। इसलिए यहां डिवाइडर बना दिया जाए लेकिन प्रशासन ने किसी तरह की सुध नहीं ली। 

पूर्व मंत्री विवेक सिंह के पुत्र ईशान्त सिंह उर्फ लवी ने बताया कि इस चौराहे का सुंदरीकरण व चौड़ीकरण कराने के लिए 21 लाख की धनराशि स्वीकृत हो चुकी है। लेकिन अभी तक यह कार्य शुरू न होने से यह बड़ा हादसा हुआ। जिसके लिए प्रशासन पूरी तरह से जिम्मेदार है। धरना प्रदर्शन में बैठे क्षत्रिय महासभा के पदाधिकारियों ने यह भी कहा कि इस घटना के कई घंटे बीत जाने के बाद भी प्रशासन ने मौके पर आकर देखा तक नहीं और न ही हमें किसी तरह का आश्वासन दिया गया। 

बताते हैं कि रात में ट्रक चालक ने इतनी तेज रफ्तार में स्मारक पर ठोकर मारी की ट्रक भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। साथ ही चालक उसी ट्रक के केबिन में फंस गया जिसे बाहर निकालकर अस्पताल पहुंचाया गया। आरोपी ट्रक चालक शराब के नशे में बताया जा रहा है। इस बीच खबर है कि बाद में सिटी मजिस्ट्रेट मौके पर पहुंचे और धरने पर बैठे क्षत्रिय महासभा के कार्यकर्ताओं को आश्वासन दिया कि जल्दी ही उसी स्थान पर प्रतिमा स्थापित की जाएगी। इस आश्वासन के बाद धरना समाप्त हो गया।

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