TOP - 3 NEWS : जीजा ने साली को लगाया रंग फिर क्या हुआ? पढ़ें पूरी खबर को


अरबिंद श्रीवास्तव, ब्यूरो चीफ

कड़ी निगरानी में जेल से अदालत भेजा गया माफिया मुख्तार अंसारी

  • लखनऊ की स्पेशल कोर्ट में हुई पूर्व विधायक अंसारी की पेशी
  • सरकारी जमीन पर कब्जा करने का है आरोप

बांदा। प्रदेश की राजधानी लखनऊ के वीआईपी इलाके में सरकारी जमीन पर कब्जा करने के मामले में यहां मंडल कारागार में निरुद्ध बाहुबली व पूर्व विधायक मुख्तार अंसार को पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच सड़क मार्ग से लखनऊ स्थित एमपी-एमएलए कोर्ट में पेश किया। दोपहर डेढ़ बजे पूर्व विधायक को एसीजेएम तृतीय की कोर्ट में पेश करने के बाद पुलिस सड़क मार्ग से उसे वापस लेकर यहां मंडल कारागार को रवाना हो गई। 

मंडल कारागार में रविवारध्सोमवार की रात लगभग 12 बजे अचानक हलचल बढ़ गई। डीएम-एसपी और सीएमओ समेत पुलिस प्रशासन के बड़े अधिकारी जेल पहुंच गए। यहां जेल में माफिया मुख्तार अंसारी बंद है और उसके विधायक बेटे अब्बास अंसारी के नाम से बने फेसबुक अकाउंट पर रात 11:30 बजे के करीब एक पोस्ट किया गया कि उनके पिता को लखनऊ ले जाने की तैयारी है। तड़के 3रू45 बजे सरकारी एंबुलेंस जेल पहुंची। माना गया कि मुख्तार को कहीं ले जाया जा रहा है। एंबुलेंस पहुंचने के बाद जेल में अंदर से लेकर बाहर तक हलचल एक बार फिर तेजी से बढ़ गई। खबर मिलते ही जेल के बाहर मीडिया कर्मियों का भी जमावड़ा बढ़ गया। 

पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मीडिया के सवालों को जवाब देने से बचते रहे। देर तक माथापच्ची के बाद सुबह 8रू34 बजे मंडल कारागार से माफिया मुख्तार अंसारी को लेकर एंबुलेंस लखनऊ के लिए रवाना हुई। एंबुलेंस के साथ वज्र-वाहन पर पुलिसकर्मी भी रवाना हुए। जिले की सीमा को पार करते हुए एंबुलेंस फतेहपुर पहुंची। यहां फतेहपुर पुलिस की सुरक्षा में उसे आगे ले जाया गया। उनका काफिला फतेहपुर से लालगंज होते हुए लखनऊ की ओर रवाना हुआ। हरेक जिले में स्थानीय पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कर रखे थे। जगह-जगह पुलिस लगाई गई थी। मुख्तार की एक झलक पाने के लिए लोग बेताब हो रहे थे। मुख्तार के काफिले में सुरक्षा कर्मियों के साथ कुछ प्राइवेट वाहन भी साथ थे। 

लोगों का कयास है कि प्राइवेट वाहनों में मुख्तार के समर्थक रहे होंगे। कड़ी सुरक्षा के बीच दोपहर लगभग सवा एक बजे कड़ी सुरक्षा के बीच माफिया को पुलिस ने लखनऊ स्थित उच्च न्यायालय एमपी-एमएलए कोर्ट के कोर्ट रूम संख्या 215 में पेशी कराई। इस दौरान अदालत के अंदर से लेकर बाहर तक पुलिस का सख्त पहरा रहा। पुलिस अधिकारी हर संदिग्ध व्यक्ति पर पैनी नजर रखे रहे। लगभग डेढ़ घंटा तक चली पेशी के बाद पुलिस सड़क मार्ग से उसे वापस लेकर यहां मंडल कारागार को रवाना हो गई। देर शाम तक माफिया के यहां जेल आने की बात जेल अधिकारी स्वीकार कर रहे हैं।

अनियंत्रित कार पेड़ से टकराई, तीन की हुई दर्दनाक मौत

  • राष्ट्रीय राजमार्ग में हुआ दर्दनाक हादसा
  • गंभीर अवस्था में घायल कानपुर रिफर 

बांदा। सोमवार को अनियंत्रित कार सड़क किनारे लगे पेड़ से टकरा गई। कार में सवार दंपति समेत तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि कार में मौजूद बालिका गंभीर रूप से घायल हो गई। दुर्घटना के बाद ग्रामीण मौके पर पहुंच गए। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने सभी को कार से बाहर निकाल लिया। घायल बालिका को जिला अस्पताल में भर्ती कराया, वहां चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद उसे कानपुर रेफर कर दिया। 

प्राप्त जानकारी के अनुसार छत्तीसगढ़ के भिलाई निवासी राकेश (40) पुत्र हलधर सिंह ग्रीन एवेन्यू सटई रोड छतरपुर में पत्नी और बेटी के साथ रहता था। वह माइनिंग इंजीनियर थे। उसने सात माह पहले नौकरी से इस्तीफा दे दिया था। वह दो दिन पहले7 अपनी पत्नी वंदना सिंह (35) बेटी अनबिका सिंह (11) और सास चंद्रावेसन (50) के साथ बनारस गए थे। सोमवार की दोपहर कार से वापस छतरपुर जा रहे थे। झांसी-मिर्जापुर राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित गिरवां थाना क्षेत्र के महुआ गांव के समीप7 तेज रफ्तार कार अनियंत्रित होकर सड़क किनारे लगे पेड़ से टकरा गई। दुर्घटना होते ही कार के परखचे उड़ गए। चंद्रावेसन कार से बाहर छिटककर दूर जा गिरी। राकेश और उसकी पत्नी और बेटी कार में ही फंस गए। दुर्घटना से इलाके में हड़कंप मच गया। 

मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने घटना की जानकारी पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने सभी को कार से बाहर निकाला। जिसमें राकेश और उसकी पत्नी वंदना, सास चंद्रावेसन की मौके पर ही मौत हो गई थी। अनबिका सिंह गंभीर रूप से घायल हो गई। उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर उपचार के लिए उसे कानपुर रेफर कर दिया। घटना की जानकारी परिजनों को दे दी गई है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

जीजा ने साली को लगाया रंग, नाराज पति ने छत से फेंका

  • शहर कोतवाली क्षेत्र के किलेदार का पुरवा की घटना

बांदा। होली के रंगों में जीजा का साली को रंग लगाना पति को आंखां में खटक गया। इस बात पर नाराज पति का गुस्सा इस कदर बढ़ गया कि उसने गुस्से में पत्नी को छत से नीचे फेंक दिया। जिससे पत्नी की हालत खराब हो गई। उसका जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है। प्राप्त विवरण के अनुसार घटना शहर कोतवाली अंतर्गत किलेदार का पुरवा में रविवार की रात्रि हुई। यहां रहने वाले लाखन सिंह राजपूत की पत्नी रामादेवी होली के त्यौहार में अपने मायके लुधौरा गांव गई थी। पत्नी के साथ लाखन भी गया था। इसी त्योहार में रामा देवी का जीजा भी आया हुआ था। जब होली में सभी लोग एक दूसरे के रंग लगा रहे थे। तभी जीजा ने अपनी साली रामादेवी को रंग लगा दिया। यह देख कर लाखन का गुस्सा सातवें आसमान पर चढ़ गया। उसने तुरंत मायके पर ही पत्नी को पीटना शुरू कर दिया। 

मायके वालों ने किसी तरह से मामला शांत कराया लेकिन वह दूसरे दिन भी पत्नी को पीटता रहा। तब पत्नी की ओर से पति के खिलाफ पुलिस चौकी में शिकायत की गई। पुलिस ने शिकायत मिलने के बाद दोनों पक्षों को बुलाकर मामला शांत करा दिया था। इसके बाद रविवार को पत्नी मायके से ससुराल किलेदार का पुरवा शहर कोतवाली में आ गई। रात में ही जीजा द्वारा रंग लगाए जाने के मामले को लेकर पति ने फिर पत्नी को पीटना शुरू कर दिया। वह जान बजाकर छत की तरफ भागी तभी पति ने छत में पहुंचकर उसे छत से नीचे फेंक दिया। जिससे उसे गंभीर चोटें आई हैं। इस घटना के बाद महिला को परिजनों ने अस्पताल में भर्ती कराया। इस बारे में रामादेवी के भाई मनोज ने बताया कि 17 मार्च को मेरी बहन होली में घर आई थी। 

तभी रंग लगाने को लेकर विवाद हुआ था जो पुलिस तक पहुंच गया था। पुलिस द्वारा समझाने के बाद लाखन ने आश्वासन दिया था कि अब वह मारपीट नहीं करेगा लेकिन जैसे ही बहन कल ससुराल पहुंची। तभी छत से फेंक कर बहन की हत्या की कोशिश की गई। इस संबंध में सीओ सिटी राकेश कुमार सिंह ने बताया कि किलेदार का पुरवा में एक महिला को उसके पति द्वारा छत से फेंकने की घटना सामने आई है। महिला के शरीर में कोई फैक्चर नहीं है। इलाज चल रहा है। महिला की तहरीर मिलने पर पति के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा।

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