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अरबिंद श्रीवास्तव, ब्यूरो चीफ

धूमधाम से मनाई गई महात्मा बुद्ध की जयंती

  • भागवत प्रसाद मेमोरियल अकादमी में हुआ आयोजन

बांदा। भगवान गौतम बुद्ध की जयंती बुद्ध पूर्णिमा के रूप में धूमधाम से मनाते हुए शिक्षक-शिक्षिकाओं ने विद्यार्थियों को मानव जीवन में उनके उपदेशों का महत्व बताया गया। बौद्ध धर्म के उदय और धर्म से संबंधित रोचक जानकारी साझा की। कहा कि गौतम बुद्ध की शिक्षा आत्मिक उन्नति से लेकर सामाजिक हित तक हर युग में सार्थक है। चिल्ला रोड श्रीनाथ विहार परिसर स्थित भागवत प्रसाद मेमोरियल अकादमी में सोमवार को गौतम बुद्ध की जयंती बुद्ध पूर्णिमा के रूप में धूमधाम से मनाई गई। 

सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं और छात्र-छात्राओं ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया। कार्यक्रम की शुरूआत दीप प्रज्वलन, पुष्पार्चन  व माल्यार्पण से हुई। शिक्षक-शिक्षिकाओं ने विद्यार्थियों को बौद्ध के उपदेशों और बुद्ध पूर्णिमा का महत्व बताया। शिक्षक डा.अजय ने बौद्ध धर्म के उदय के साथ धर्म से संबंधित रोचक जानकारी बच्चों के साथ साझा की। शिक्षिका भारती ने बुद्ध के जन्म एवं बौद्ध धर्म की स्थापना से संबंधित तथ्यों को उजागर किया। छात्रा आस्था कुशवाह ने बौद्ध की जीवन शैली पर प्रकाश डाला। निदेशक संध्या कुशवाहा ने उनके ज्ञान प्राप्ति मार्ग का वर्णन करते हुए बोधि वृक्ष की महिमा का बखान किया।

बताया कि बोधगया स्थित महाबोधि मंदिर परिसर में स्थित यह वृक्ष आज भी है। प्रधानाचार्या डा.मोनिका मेहरोत्रा ने कहा बुद्ध की शिक्षा आत्मिक उन्नति से लेकर सामाजिक हित तक हर युग में सार्थक है। बुद्ध का विचार था कि अपने तन को स्वस्थ रखना भी कर्तव्य है। सोच खराब होने से ही सभी गलत कार्य मन से ही उठते हैं। यदि मन परिवर्तित हो जाए तो गलत कार्य हरगिज नहीं हो सकते। मैनेजर राम लखन कुशवाहा बुराइयों को त्याग कर अच्छाई धारण करने का आह्वान किया। चेयरमैन अंकित कुशवाहा ने कहा महात्मा बुद्ध ने मानव जगत को पहला आर्य सत्य का ज्ञान दिया था। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान से हुआ। संचालन शिक्षिका कविता वर्मा एवं रचना श्रीवास्तव ने किया।

समर कैंप में बच्चों ने विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम प्रस्तुत किए

बांदा। सोमवार को बबेरू रोड़ स्थित लिटिल एंजल पब्लिक स्कूल में दिवसीय समर कैंप का आयोजन किय गया। समारोह का मुख्य अतिथि श्रद्धा निगम व विद्यालय के प्रधानाचार्य उमापटेल दीप जलाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया प्रधानाचार्य ने अतिथियों का परिचय कराते हुए समर कैंप वृत्त प्रस्तुत किया। मुख्य अतिथि श्रद्धा निगम ने अपने सम्बोधन में उन्होंने कहा कि समर कैंप का उद्देश्य भैया बहनों की सर्वांगीण विकास एवं गृह सज्जा से विद्यालय सज्जा के भाव को जागृत करना है।

समर कैंप में पर्यावरण संरक्षण, सेल्फ इंट्रोडक्शन, पेपर क्राफ्ट, होम-स्टडी, रूम डेकोरेशन, महापुरुष, वीरांगना, देवी-देवता रूप सज्जा, पूजा थाली सजावट, पत्र पुष्प रंगोली, कबाड़ से जुगाड़, सुंदर रोटी बनाना, किचन डेकोरेशन, वस्तु प्रदर्शनी, मातृ पद प्रक्षालन, मेहंदी लगाओ, एकल गीत, स्वाद पहचानना, हनुमान चालीसा पाठ, योग-प्राणायाम, संतुलन का खेल, भजन आदि की प्रतियोगिता शिशु, बाल, किशोर एवं शिशु वाटिका वर्गों में आयोजित हुई। 

उमापटेल ने कहा कि भारत का भविष्य आप भैया-बहन ही हैं। समर कैंप के माध्यम से सद्गुण विकसित होता है। अच्छी पढ़ाई करना है एवं अपना जीवन बनाना है। वर्तमान में टेक्नोलॉजी से अध्ययन अध्यापन हो रही है।उन्होंने कहा कि आपके पास मोबाईल लैपटाप है इसका सदुपयोग कर तरक्की करना है। कार्यक्रम के दौरान स्कूल शिक्षक शिक्षिकाए और अभिभावक उपस्थित रहे।

छात्राओं को दी गई महिला सुरक्षा की जानकारियां, महाविद्यालय पिपरहरी में हुआ आयोजन

बांदा। प्रदेश सरकार के निर्देश पर स्कूल-कालेजों में मिशन शक्ति के तहत जागरूकता कार्यक्रम आयोजन का सिलसिला लगातार जारी है। इसी कड़ी में राजकीय महाविद्यालय पिपरहरी में मिशन शक्ति के तहत वृहद कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें छात्र-छात्राओं को महिलाओं के अधिकार एवं सुरक्षा आदि के संदर्भ में विस्तार से जानकारी दी गई। महाविद्यालय में आयोजित मिशन शक्ति कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए प्राचार्य डा.विनोद कुमार ने हेल्प लाइन नंबर के साथ बदलते सामाजिक परिवेश में परिवार की भूमिका विषय पर अपने विचार व्यक्त किए। 

इसी क्रम में डा. भूपनारायण ने छात्र-छात्राओं को महिलाओं के अधिकार एवं कर्तव्य से परिवार के साथ तालमेल बैठाने की जानकारी दी। सहायक प्रवक्ता सुशील यादव ने विद्यार्थियों को मिशन शक्ति कार्यक्रम से संबंधित महिलाओं की सुरक्षा एवं शिक्षा के बारे में विस्तार से जानकारी दी। प्रवक्ता सुखेश कुमार, अनिरुद्ध सिंह ने भी मिशन शक्ति के बारे में विद्यार्थियों को जानकारी दी। इस दौरान कालेज का स्टाफ मौजूद रहा।

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