चार खास खबरों को पढ़ें एक नजर में

मीडिया फाउंडेशन के प्रदेश अध्यक्ष बने सुनील सक्सेना

बांदा। आज आल इंडिया फोटोग्राफर एंड मीडिया फाउंडेशन रजिस्टर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष नागेंद्र कश्यप, राष्ट्रीय कार्यकारणी कोषाध्यक्ष शिवानी गौतम,राष्ट्रीय सचिव राजेंद्र सिंह एवं राष्ट्रीय कार्यकारिणी पदाधिकारियों एवं सदस्यों की सहमति पर जनपद बांदा के सुनील सक्सेना (वरिष्ठ पत्रकार) एवं जिलाध्यक्ष आल इंडिया फोटोग्राफर एंड मीडिया फाउंडेशन रजिस्टर्ड, जनपद बांदा को 6 जून 2022 को उत्तर प्रदेश राज्य का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया एवं उनसे आशा की जाती है की फोटोग्राफरो एवं मीडिया से संबंधित साथियों की मदद के लिए हमेशा आवाज बुलंद करते रहें एवं उनके उत्थान के बारे में हर संभव प्रयास करें।

बिजली के शार्ट सर्किट से लगी आग ने पांच किसानों के घर गहस्थी जल कर हुई राख

  • दो भैंसें एक गाय व तीन बकरिंयां जिंदा जलीं

कमासिन/बांदा। सोमवार की दोपहर लगभग साढ़े ग्यारह बजे बिजली के शार्टसर्किट से आग लगने से पांच घरों की गृहस्थी सहित सारा सामान जलाकर राख कर दिया,वही दो भैंसें एक गाय व तीन बकरियां जिंदा जल गई कमासिन थाना क्षेत्र के ग्राम सांडी मजरा बीरा में रामराज पुत्र राम औतार यादव के मकान के पास लगे बिजली के खम्भे के डिब्बे से उठी चिंगारी से नीचे रखे सरपत में गिरते ही उठी आग की लपटों ने रामराज की सरपत की छानी में फैल गई देखते-ही-देखते आग ने भयंकर रूप धारण कर लिया और शिवसरन पुत्र भवानी दीन राम सरन पुत्र भवानी दीन शिवसिंह पुत्र शिवसरन तथा भोलिया पत्नी सतेंद्र के घरों को अपनी चपेट में ले लिया और उन सभी की सारी गृहस्थी जल कर खाक हो गई साथ ही भोलिया की दो भैंसे रामराज के दो बकरे व एक बकरी तथा शिव सरन का एक बछड़ा जिंदा जल गए।दांदौघाट चौकी प्रभारी मय फोर्स के मौके पर पहुंच कर गांव वालों की मदद से कड़ी मसक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका दमकल कर्मी आग बुझने के बाद ही पहुंच सके मौके पर पहुंचे लेखपाल संदीप कुमार ने उपरोक्त की पुष्टि करते हुए शासन को रिपोर्ट भेज दी है।

विजय अध्यक्ष व हरि बने प्रबंधक

  • डीएवी कालेज प्रबंध समिति का चुनाव हुआ सम्पन्न

बांदा। कई दिनों चल रही खींचातान के बाद रविवार की शाम डीएवी इंटर कालेज प्रबंध समिति का निर्वाचन संपन्न हो गया। निर्वाचन प्रक्रिया में सभी सदस्यों ने प्रतिभाग करते हुए अपने मताधिकार का प्रयोग किया और प्रबंध तंत्र का चुनाव किया। प्रक्रिया में अध्यक्ष व प्रबंधक समेत अन्य पदाधिकारियों और सात कार्यकारिणी सदस्यों का चुनाव संपन्न हुआ। रविवार की देरशाम तक चली शहर के प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान दयानंद एंग्लो वैदिक इंटर कालेज के निर्वाचन प्रक्रिया के बाद जब परिणामों की घोषणा की गई तो विजयी प्रत्याशियों के चेहरे खुशी से खिल उठे। उनके समर्थकां ने फूल मालाओं से लाद कर स्वागत किया और बधाई दी। निर्वाचन प्रक्रिया पूरी होने के बाद घोषित परिणाम के अनुसार अध्यक्ष पद पर विजय कुमार गुप्ता ने 83 मत पाकर अपने प्रतिद्वंदी मनीष कुमार गुप्ता को 40 मतों से पराजित किया। 

वहीं प्रबंधक पद के लिए हरिप्रकाश गुप्ता ने 88 वोट पाकर अपने प्रतिद्वंदी निवर्तमान प्रबंधक रामेश्वर प्रसाद गुप्ता को 51 मतों के बड़े अंतर से हराया। इसी तरह उपाध्यक्ष पद एक तरफा मुकाबले में चौधरी अनिल अग्रवाल ने 93 मत हासिल करके सुशील गुप्ता को पटखनी दी। सुशील को महज 28 वोटों से ही संतोष करना पड़ा। जबकि उप प्रबंधक पद पर रामशरण गुप्ता ने सुनील कुमार गुप्ता और कोषाध्यक्ष पद पर सुनील कुमार गोयल सोहन भइया ने विष्णु कुमार गुप्ता को हराया। इसी तरह कार्यकारिणी सदस्य के निर्वाचन में कुल 13 लोगों ने प्रतिभाग किया। जिसमें से गनेश प्रसाद गुप्ता, मनु अग्रवाल, मुकेश गुप्ता, श्याम किशोर गुप्ता, किशोरी शरण गुप्ता, सौरभ अग्रवाल और योगेंद्र सिन्हा को निर्वाचित घोषित किया गया।

संस्कृत शिक्षकों के वेतन दिलाये जाने की मांग

  • भाजपा नेता ने डीएम को लिखा पत्र

बांदा। भाजपा जिला उपाध्यक्ष व सहकारी क्रय विक्रय समिति के अध्यक्ष डा.धर्मेंद्र त्रिपाठी ने जिले के संस्कृत विद्यालयों के शिक्षकों के अवशेष वेतन और पेंशन आदि का भुगतान करने को लेकर जिलाधिकारी को पत्र लिखा है। कहा है कि मार्च 2022 से जिले के अधिकांश संस्कृत शिक्षकों का वेतन और पेंशन आदि का भुगतान नहीं किया गया है। डा.त्रिपाठी ने जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय और वित्त एवं लेखाधिकारी अभिषेक यादव को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा है कि डीआईओएस और वित्त एवं लेखाधिकारी की मनमानी के चलते संस्कृत विद्यालयों के शिक्षकों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है।

कहा है कि योगी सरकार की छवि खराब करने की कोशिश करने वाले दोनों अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई करने और संस्कृत विद्यालयों के शिक्षकों के वेतन व पेंशन का भुगतान करने की बात कही है। आरोप लगाया है कि वित्त एवं लेखाधिकारी यादव संस्कृत शिक्षकों के वेतन व पेंशन भुगतान के एवज में सुविधा शुल्क की अनुचित मांग करते हैं और न देने की स्थिति में भुगतान न करने की धमकी देते हैं।



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