बांदा जनपद की पांच टॉप खबरों को पढ़ें एक नजर में


किसान बेटा सुधीर बना असिस्टेंट प्रोफेसर

अरबिंद श्रीवास्तव, ब्यूरो चीफ

कमासिन/बांदा। कमासिन विकासखंड क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम अछरील निवासी रामहित मिश्रा जो खेती किसानी का काम करते थे। उनका सबसे छोटा पुत्र सुधीर कुमार मिश्रा का चयन असिस्टेंट प्रोफेसर में हुआ है चयन होने पर खुशी व्यक्त करते हुए सुधीर कुमार ने बताया है कि मैंने हाई स्कूल से स्नातक की शिक्षा प्रयागराज से तथा परास्नातक की शिक्षा कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से ग्रहण किया है चयन के लिए माता पिता का आशीर्वाद तथा भाइयों का भरपूर सहयोग था इस कामयाबी से यमुना तटवर्ती गांव अछरील में भी खुशी का माहौल व्याप्त है। 


प्रशिक्षण के समापन पर हुआ पुरस्तकार वितरण समारोह
  • सेवा भारती द्वारा किया गया आयोजन
बांदा। सामाजिक समर सता एवं समाज जागरुकता के लिए आज सरस्वती विद्या मंदिर अतर्रा रोड में सेवा भारती द्वारा  कार्यक्रम  हुआ। जिसमे छह माह के प्रशिक्षण के उपरांत प्रशिक्षार्थियों को सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज शास्त्री नगर में पुरुस्कार एवं प्रमाण पत्र वितरण प्रांतीय मंत्री नावेन्दु जी के मुख्य आतिथ्य एवं सेवा भारती के अध्यक्ष रामेंद्र शर्मा की अध्यक्षता में सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ संपन्न हुआ। सेवा भारती की भूमिका के बारे में डा.रागिनी शिवहरे  ने प्रकाश डाला। मुख्य अतिथि ने अपने उद्बोधन में कहा की सेवा भारती संगठन पूरे  भारतवर्ष में अपने सेवा प्रकल्पों के माध्यम से समाज की सेवा विगत 50 वर्षों से कर रही है।


वही कार्यक्रम के अध्यक्ष  ने बताया कि बांदा नगर में सेवा भारती द्वारा दो सिलाई प्रशिक्षण केंद्र एक संस्कार केंद्र और एक ब्यूटी पार्लर प्रशिक्षण केंद्र महिलाओं को स्वावलंबी  बनाने के लिए चल रहे हैं कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर शिवदत्त त्रिपाठी ने किया। इस अवसर पर नगर मंत्री योगेश जैन सत्यप्रकाश सराफ, राजेंद्र बाल्मीकि, सुनील श्रीवास्तव प्रमोद कुमार, जमुना प्रसाद, श्यामसुंदर, विजय ओमर, रामकिशोर शिवहरे, नवीन निगम, अनीता पाराशर, चांदनी विनीता आदि मौजूद रहे।


गैंगरेप का आरोपी लापता, पुलिस ने नोटिस कराया तामील

बांदा। मुकदमा लिखे जाने के 10 महीने बाद भी पुलिस गैंग रेप के आरोपी को नहीं पकड़ पाई। पास्को कोर्ट ने आरोपी के खिलाफ 82 सीआरपीसी का नोटिस जारी कर दिया है। जिसे मुकदमे के विवेचक ने तामील करा दिया है। बांदा शहर के एक मोहल्ले की निवासी महिला ने अज्ञात लोगों के खिलाफ अपनी 15 वर्सीय नाबालिग पुत्री के अपहरण का मुकदमा 9 अगस्त 2021 को नगर कोतवाली में लिखवाया था। कोतवाली पुलिस ने मुकदमा लिखने के बाद लड़की को बरामद कर लिया और लड़की के बयान और जांच के बाद गैंग रेप का मामला प्रकाश में आया और दो आरोपियों रवि कश्यप पुत्र स्व. प्रहलाद बिजली खेड़ा और संजय सिंह उर्फ सम्राट निवासी सुकुल कुआं के नाम प्रकाश में आये।

पुलिस ने मुकदमा अपराध संख्या 513/21 धारा 376 डी आई पी सी 5/6 पास्को एक के तहत कार्यवाही करते हुए रवि को 17 मई 2022 गिरफ्तार कर जेल भेज दिया लेकिन संजय सिंह उर्फ सम्राट अभी भी पुलिस की पहुंच से दूर है। पास्को कोर्ट ने संजय के खिलाफ  27 जून 2022 को 82 सी आर पी सी का नोटिस जारी किया जिसे मुकदमे के विवेचक रामराज सिंह एस एस आई कोतवाली नगर ने आरोपी संजय के घर पर चस्पां कर दिया। विवेचक रामराज सिंह ने बताया कि समय अवधि के अंदर अगर आरोपी हाजिर नहीं होता है तो अग्रिम कार्यवाही कुर्की की होगी।


एसपी अभिनंदन के कार्यकाल में आई अपराधियों की शामत
  • एक साल में तीन दर्जन गैंगस्टरों पर हुई कार्यवाही
  • करोड़ों रूपये की सम्पत्ति की गई जब्त
बांदा। पुलिस अधीक्षक अभिनंदन का कार्यकाल जिल के कुख्यात अपराधियों को भारी पड़ रहा है। उन्होंने पत्रकार वार्ता के दौरान बताया कि अब तक तीन दर्जन शातिर अपराधियों के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई करते हुए 15 अपराधियों की 11.27 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गई है। वहीं पांच कुख्यात अपराधियों पर एनएसए के की कार्रवाई की गई है। महिला अपराधों के मामले में पुलिस ने 88 आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए 61 मामलों में आरोप पत्र न्यायालय में दाखिल किए हैं। 
 
बुधवार को पुलिस लाइन सभागार में पत्रकार वार्ता के दौरान एसपी अभिनंदन ने बताया कि नकली नोट का कारोबार करने वाले चार अपराधियों के विरुद्ध कोतवाली नगर व चिल्ला थाने से एनएसए की कार्रवाई की गई है। नाबालिग के साथ दुराचार और हत्या करने वाले आरोपी के खिलाफ भी एनएसए समेत सुसंगत धाराएं लगाई गई हैं। गैंग बनाकर अवैध तरीके से संपत्ति का अर्जित करने के आठ मुकदमें दर्ज किए गए हैं। 35 के विरुद्ध गैंगस्टर लगाया गया है। जबकि इसमें 15 आरोपितों की 112661986 रुपये की संपत्ति जब्त की गई है। 152 के विरुद्ध थ्री यूपी गुंडा एक्ट और 16 को जिलाबदर किया गया। पाक्सो एक्ट में नामजद 13 अपराधियों को सजा दिलाई गई।

सुरक्षित गर्भपात से महिलाओं की बच सकती है जान
  • मातृ मृत्यु दर में भी आ सकती है कमी 
  • पिछले एक साल में कराए 51 सुरक्षित गर्भपात 
बांदा। अनचाहे गर्भ से बचने के लिए कई अस्थायी व स्थायी साधनों की मौजूदगी के बाद भी असुरक्षित गर्भपात की स्थिति बनना मातृ स्वास्थ्य के लिए जोखिम से भरी हो सकता है। यदि किन्हीं कारणों से अनचाहा गर्भ ठहर भी जाता है तो सुरक्षित गर्भपात करवाना ही उचित होता है जिससे महिला की जान को जोखिम से बचाया जा सकता है। इससे मातृ मृत्यु दर में भी कमी लायी जा सकती है। 

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. अनिल कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि महिलाओं और किशोरियों में असुरक्षित गर्भपात के जोखिम को ध्यान में रखते हुए, मेडिकल टर्मिनेशन ऑफ़ प्रेगनेंसी (संशोधित) एक्ट, 2021 को समझने की ज़रुरत है जिनमें समाज और धार्मिक नेता भी शामिल हैं ताकि महिलाओं को असुरक्षित गर्भपात से बचाया जा सके। बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार विश्व में हर वर्ष कुल गर्भधारण में लगभग आधे गर्भधारण अनचाहे होते हैं। इनमें 10 में से छह अनचाहे गर्भधारण और सभी 10 में से तीन गर्भधारण गर्भपात में समाप्त होते हैं। जनपद में वर्ष 2021-22 में 51 सुरक्षित गर्भपात हुए हैं। 

परिवार नियोजन कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डा. आरएन प्रसाद का कहना है कि असुरक्षित गर्भपात से होने वाली मातृ मृत्यु को कम करने एवं गर्भपात सेवाओं को  बेहतर बनाने और गुणवत्तापूर्ण पहुंच बनाने के उद्देश्य से देश में वर्ष 1971 में चिकित्सीय गर्भपात अधिनियम (मेडिकल टर्मिनेशन ऑफ़ प्रेगनेंसी एक्ट या एमटीपी एक्ट) लागू किया गया। यह अधिनियम सुरक्षित गर्भपात सेवा के लिए दिशा-निर्देश प्रदान करता है जिससे असुरक्षित गर्भपात को कम किया जा सके। पहले इस अधिनियम के अनुसार भारत में विशेष परिस्थितियों में 20 सप्ताह तक के गर्भ का गर्भपात कराना वैध था लेकिन अब संशोधित अधिनियम (2021) के अनुसार 24 सप्ताह तक के गर्भ का गर्भपात कराना वैध है। 

किन परिस्थितियों में गर्भपात करा सकती हैं ?
  • यदि गर्भ को रखने से महिला के जीवन को खतरा है या उसके कारण महिला के शारीरिक या मानसिक स्वास्थ्य को गहरी चोट पहुंच सकती है। 
  • अगर पैदा होने वाले बच्चे को शारीरिक या मानसिक असमानताएं होने की सम्भावना है। 
  • अनचाहा गर्भ होने पर और गर्भनिरोधक विधि की असफलता के कारण गर्भपात कराया जा सकता हैं।



एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ