- सतसंग तीन तरह का होता है- आम, खास और सीने बसीने
- सबके सिरजनहार सबके पिता सतपुरुष से मिलने का तरीका है सतसंग
नालासोपारा (मुंबई)। काल और माया के जाल में फंस कर तकलीफ पाती जीवात्माओं को राहत देने और बन्धनों से हमेशा के लिए आजाद करने के लिए सतलोक से इस मृत्युलोक में आये पूरी संतगति को प्राप्त, सभी प्रकार से समर्थ, बलवान, त्रिकालदर्शी, अंतरयामी, वक़्त के सन्त सतगुरु उज्जैन वाले बाबा उमाकान्त जी महाराज ने 5 जून 2022 सायंकाल नालासोपारा मुम्बई में दिए व यूट्यूब चैनल जयगुरुदेवयूकेएम पर लाइव प्रसारित संदेश में बताया कि सतसंग मनुष्य के जीवन के लिए बहुत ही जरूरी चीज होती है। लेकिन सतसंग भी कई तरीके का होता है। जहां सत्य का संग करने का रास्ता बताया जाए। सत्य कौन है? वह प्रभु सत्य है बाकी सब यह झूठा है। दुनिया कहा गया थोथा है जो अपने काम न आवे, जो झूठी चीज होती है। जैसे झूठ कोई बोलता है, कहते हैं बेकार में दौड़ा दिया इसने, इसका कोई दौड़ना हमारे लिए काम नहीं आया। यह झूठी चीज है। तो दुनिया की सभी चीजें भी झूठी मानी गई हैं।
जहां सत्य बात और सत्य से मिलने का उपाय बताया जाये, वह होता है सतसंग
सत्य वह प्रभु है जो सबका सिरजनहार, सबका पिता है। किसी ने सतपुरुष कहा, किसी ने आकाल पुरुष, अमरलोकवासी, अजरलोकवासी, अजरलोक मालिक आदि तरह-तरह से लोगों ने उसे संबोधित किया। उसके बारे में, उससे मिलने का तरीका जहां बताया जाता है, वह जो तरीका बताता है, वह जो रास्ते पर चला करके उनके पास तक पहुंचाता है, वह जो वर्णन करता, बातें बताता है, वह समझो वास्तव में सतसंग होता है।
सत्य का संग करने का उपाय जो बताता है वह सतसंग होता है। सत्य का संग करने की बात जहां पर हो वह सतसंग हुआ करता है। कहा गया है-
कलिजुग जोग न जग्य न ग्याना। एक अधार नाम गुन गाना।।
गोस्वामी महाराज जी ने कहा जहां नाम की व्याख्या बताई जाए, नाम पकड़ने का तरीका बताया जाए, मनुष्य ने अपने जिस आधार को छोड़ दिया, वह चीज जहां बताई जाए वह सतसंग होता है। कहा है-
पुण्य पुंज बिन मिले न संता। पुण्य जब उदय होता है तब सतसंग मिलता है, संत मिलते हैं।
आम सतसंग किसको कहते है?
एक होता हैं आम सतसंग जिसमें उठना-बैठना, तौर-तरीका बताया जाता है। देखो घर-घर में लड़ाई-झगड़ा, बीमारी, परेशानी, कलह, मानसिक अशांति कैसे दूर होगी? शरीर रोगी हो गया, दिल-दिमाग काम नहीं करता है, बुद्धि भ्रष्ट हो गई, इसमें कैसे सुधार हो सकता है? यह आम सतसंग है।
खास सतसंग किसको कहते है?
खास किसको कहते हैं? जो ऊपरी मंडलों की व्याख्या करें, उनके लोकों से जाने का रास्ता बतावे, जो प्रभु से प्रेम करने का रास्ता बतावे, जिसमें यह सुनने को मिले वह खास सतसंग होता है।
सीने बसीने सतसंग किसको कहते है?
और एक होता है सीने बसीने सतसंग। जब सतसंग उन्हीं (मालिक) में समा करके सुनाया जाता है, उसका जो प्रभाव होता है, एकदम से बिल्कुल जीव के ऊपर पड़ता है और जीव उसी बातों से, उसी धारा से जुड़ जाते हैं। प्रेमियों सतसंग मनुष्य के जीवन के लिए बहुत जरूरी है। एक पल के सतसंग से बहुत बड़े सुख की प्राप्ति हो जाती है। बराबर सतसंग में समय देना चाहिए आपको।
बाबा उमाकान्त जी के वचन
परमात्मा सत्य है और मौत सत्य है। निष्पक्ष रहोगे तो सब प्रेम करेंगे। बाबा उमाकान्त जी महाराज का यह उद्देश्य, पाप मुक्त हो देश-विदेश। मांसाहार बंद नहीं हुआ तो तरह-तरह की जानलेवा बीमारियां आएंगी। जीव हत्या करके पैसा कमाने वाला कोई भी देश तरक्की नहीं कर सकता है। सन्त उमाकान्त जी का सतसंग प्रतिदिन प्रातः 8:40 से 9:15 तक (कुछ समय के लिए) साधना भक्ति टीवी चैनल और अधिकृत यूट्यूब चैनल जयगुरुदेवयूकेएम पर प्रसारित होता है।
0 टिप्पणियाँ
Please don't enter any spam link in the comment Box.