बांदा जनपद की 10 खबरों को पढ़ें एक नजर में


घर-घर तिरंगा अभियान के तहत जनता को प्रेरित करेंगे पार्टी कार्यकर्ताः प्रदेश उपाध्यक्ष

  • भाजपा की बैठक में बनाई घरों में तिरंगा फहराने की रणनीति

अरविंद श्रीवास्तव, ब्यूरो चीफ

बांदा। आजादी के 75 वर्ष के अवसर पर आयोजित होने वाले अमृत महोत्सव के अंतर्गत हर घर तिरंगा अभियान को लेकर जिला भाजपा कार्यालय के सभागार में आयोजित जिला बैठक में कार्य योजना को अंतिम रूप देते हुए जनपद के एक लाख से ज्यादा घरों में तिरंगा फहराने का लक्ष्य रखा गया। बृहस्पतिवार को जिला भाजपा कार्यालय के सभागार में आयोजित जिला बैठक की अध्यक्षता कर रहे जिला संयोजक संजय सिंह ने आगामी योजना बताते हुए कहा कि 9 अगस्त से 11 अगस्त तक तिरंगा यात्रा कार्यक्रम को लेकर प्रचार प्रसार, हाट, बाजारों, मेंलो, सार्वजनिक स्थलों पर होल्डिंग लगाकर वातावरण बनाया जाएगा। 9 तथा 10 अगस्त को प्रत्येक मंडल में युवा मोर्चा बाइक रैली, बैंड, ढोल इत्यादि से देशभक्ति गीतों के साथ तिरंगा यात्रा निकालेगा। 

11 से 13 अगस्त तक प्रत्येक वार्ड, बूथ में वंदे मातरम, रघुपति राघव राजा राम भजन के साथ प्रातः प्रभात फेरी निकाली जाएगी। 4 अगस्त से 15 अगस्त के बीच सभी परिवारों में तिरंगा झंडा लगाने का कार्य किया जाएगा। तिरंगा झंडो के लिए सांसद विधायक जिला पंचायत अध्यक्ष चेयरमैन ब्लाक प्रमुख जिला पंचायत सदस्य सभासद प्रधान सामाजिक प्रतिनिधि तथा विचार परिवार के लोगों से संपर्क कर व्यवस्था की जाएगी। बैठक में मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित हर घर तिरंगा कार्यक्रम के प्रदेश सह संयोजक तथा भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष बृजबहादुर भारद्वाज ने कहा कि देश की आन बान शान जो हमारा तिरंगा है इसे हर घर में फहराना है। जहां पहले जाने के लिए परमिट लेना पड़ता था वहां आज डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान स्वरूप उनके सपनों का भारत जहां जम्मू-कश्मीर ही नहीं पूरे हिंदुस्तान में तिरंगा फहराया जाएगा। 

आजादी के 75 वर्ष पर अमृत महोत्सव को ऐतिहासिक बनाने के लिए उत्तर प्रदेश के तीन करोड़ परिवारों के घरों में हम तिरंगा फहराएंगे। विशेष अतिथि के रुप में उपस्थित जिला प्रभारी तथा प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष कमलावती सिंह ने हर घर तिरंगा अभियान को सफल बनाने के लिए सभी जनप्रतिनिधियों तथा पदाधिकारियों का आह्वान किया। बैठक का संचालन जिला महामंत्री कल्लू सिंह राजपूत ने किया। हर घर तिरंगा अभियान को लेकर भाजपा जिला कोषाध्यक्ष संतू गुप्ता को कार्यक्रम संयोजक नियुक्त किया गया है।

इस अवसर पर पूर्व विधायक चंद्रपाल कुशवाहा, राजकुमार शिवहरे तथा राजकरण कबीर, सहकारिता प्रकोष्ठ के प्रदेश सह संयोजक पुरुषोत्तम पांडेय, किसान मोर्चा के क्षेत्रीय अध्यक्ष बालमुकुंद शुक्ला, पूर्व जिला अध्यक्ष अशोक त्रिपाठी जीतू तथा अखिलेश श्रीवास्तव, भारतीय कृषि अनुसंधान के सदस्य बलराम सिंह कछवाह, जिला पंचायत अध्यक्ष सुनील सिंह पटेल, माताबदल प्रजापति,पूर्व चेयरमैन विनोद जैन, शैलेंद्र जयसवाल,जिला महामंत्री विवेकानंद गुप्ता तथा अखिलेश नाथ दीक्षित, अजीत प्रकाश गुप्ता, राम प्रसाद सोनी, ममता मिश्रा, जागृति वर्मा, मटौध चेयरमैन सुधीर सिंह, तिंदवारी चेयरमैन प्रतिनिधि भूरेलाल फौजी, लखन लाल राजपूत, प्रेम नारायण द्विवेदी, ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि जसपुरा महेश निषाद, मनोज पुरवार, जिला मीडिया प्रभारी आनंद स्वरूप द्विवेदी, उत्तम सक्सेना, डॉ राम राज आनंद, सीताराम वर्मा, पिछड़ा वर्ग मोर्चा जिला अध्यक्ष प्रेम नारायण सिंह पटेल, महिला मोर्चा जिला अध्यक्ष वंदना गुप्ता,रामकिशुन गुप्ता बासु, विवेक त्रिपाठी, किशन बाबू गुप्ता, योगेश जैन, नवीन गुप्ता आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

पुलिस अधीक्षक को पीड़ित ने प्रार्थना पत्र देकर लगाई जानमाल की सुरक्षा की गुहार

बांदा। जसपुरा थाना क्षेत्र के एक गांव में पीड़ित का लड़का गांव के ही एक लड़की को भगाकर ले जाने के बाद शादी कर लिया था जिसके बाद लड़की के परिवार के लोगों ने पीड़ित परिवार के साथ मारपीट कर गांव से निकाल दिया था जिसकी शिकायतें लेकर आज पीड़ित रामकिशन पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचा है। जिसने आरोप लगाते हुए बताया कि पीड़ित के परिवार को विजय गुप्ता दिनेश गुप्ता उर्फ साधु गुप्ता आदि लोगों ने परिवार सहित पीट-पीटकर गांव से निकाल दिया था तथा घर में आग लगा दी जिससे वह गांव में नहीं रह पा रहे थे गांव के साधु गुप्ता विजय गुप्ता के परिवार के लोग कोई भी घटना पीड़ित परिवार के साथ कर सकते हैं । जो अपराधी लोग हैं पीड़ित परिवार  अपने गांव में रहना चाहता है इसलिए उसने पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगाई है और अपने परिवार की जानमाल सुरक्षा की मांग की है।

भागवत प्रसाद मेमोरियल एकेडमी में बच्चों ने चित्रकला में दिखाई अपनी प्रतिभा

बांदा। सावन हरियाली महोत्सव के चौथे दिन बांदा के चिल्ला रोड स्थित भागवत प्रसाद मेमोरियल एकेडमी में चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमे कक्षा 1 से 12 तक की कक्षाओं के बच्चों ने अपने हांथों से चित्र बनाकर अपनी कला का प्रदर्शन किया स अन्य कलाओं के समान ही भारतीय चित्रकला का भी अपना एक महत्व है। गुफाओं से मिले अवशेषों और साहित्यिक स्रोतों के आधार पर यह स्पष्ट है कि भारत में एक कला के रूप में ‘चित्रकला’ बहुत प्राचीन काल से प्रचलित रही है। भारत में चित्रकला का इतिहास मध्यप्रदेश की भीमबेटका गुफाओं की प्रागैतिहासिक काल की चट्टानों पर बने पशुओं के रेखांकन और चित्रांकन के नमूनों से प्रारंभ होता है। बौद्ध  धर्म ग्रंथ “विनयपिटक”  में अनेकों शाही इमारतों पर चित्रित आकृतियों के अस्तित्व का भी वर्णन प्राप्त होता है। मध्यकालीन भारत में मुग़ल सत्ता में होने के कारण सल्तनत काल में भारतीय चित्रकला पर पश्चिमी और अरबी प्रभाव भी देखने को मिलता है हैं। 

भारत में पारसी लोगों के आगमन से भारत में पारसी चित्रकला का आगमन हुआ।  पारसी और भारतीय-चित्रकला शैली के मिश्रण से एक सशक्त शैली विकसित हुई और इस प्रकार ‘मुगल चित्रकला’ शैली का विकास हुआ। आधुनिक युग में भी चित्रकला अपना महत्वपूर्ण स्थान रखती है स कला के इसी महत्त्व को समझते हुए , बच्चो के अन्दर छुपी हुई कला को बाहर लाने और उसे निखारने के उद्देश्य से ही भागवत प्रसाद मेमोरियल एकेडमी में चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। विद्यालय की प्राचार्या डा. (प्रो0) मोनिका मेहरोत्रा जी ने बच्चों को चित्रकला के उद्भव एवं विकास के बारे में बताया। 

उन्होंने बच्चो को बताया की यह सिर्फ कला नहीं है बल्कि यह एक अच्छे रोजगार का साधन भी बन सकता है, कला प्रमियों द्वारा चित्रकला को वैश्विक स्तर पर सराहा जाता है स बच्चों की कला की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि यह नन्हे-नन्हे बच्चे बहुमूल्य प्रतिभाओं के धनी हैं स यह ऐसे  मणिरत्न है जो हमारे विद्यालय को विभूषित कर रहे हैं। विद्यालय की निर्देशिका श्रीमती संध्या कुशवाहा, नामित चेयरमैन अंकित कुशवाहा प्रबंधन समिति के सदस्य राम लखन कुशवाहा ने बच्चों की चित्रकला की प्रशंसा की एवं उन्हें आशीर्वाद दिया। कार्यक्रम में अजय सैनी एवं रचना श्रीवास्तव का विशेष योगदान रहा।

खबर प्रकाशित होने के बाद भरा गया गड्ढा

जसपुरा/बांदा। बाँदा-हमीरपुर राज्य मार्ग पर जसपुरा में सड़क के बीचोंबीच हुए गड्ढ़े को लेकर मंगलवार को हादसे को न्यौता दे रहा सड़क पर बना गड्ढा नामक शीर्षक से फ़ोटो सहित खबर प्रकाशित की थी, जिसका असर गुरुवार को दिखाई पड़ा, खबर की सुध लेकर जिला प्रशासन ने पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई, गुरुवार को कर्मचारियों ने आनन फानन में जानलेवा गड्ढ़े पर बालू गिट्टी आदि मैटेरियल का मिक्चर डाल कर मरम्मत किया, साथ ही बरसात के बाद डामरीकरण कर मजबूती से बनाने का भरोसा दिया। इस गड्ढ़े की मरम्मत होने से आये दिन होने वाले दुपहिया वाहनों के गिर कर चुटहिल होने से राहत के  साथ साथ बड़े हादसे से बचाव हो सकेगा। कस्बेवासियों ने खबर के बाद गड्ढ़े बनने से खुशी जाहिर की।

मवेशी चराने गए युवक के ऊपर गिरी आकाशीय बिजली झुलसा अस्पताल में भर्ती

बबेरु/बांदा। बबेरू कस्बे के रहने वाले 25 वर्षीय युवक अपने घर के मवेशी चराने के लिए खेतों पर गया था। तभी एक पेड़ के नीचे बैठ गया, अचानक तेज बारिश के साथ अकाशीय बिजली गिरी जिसकी चपेट पर आने से युवक झुलस गया, परिजनों के द्वारा अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बबेरू कस्बे के जमुनिहा पुरवा  के रहने वाला श्रवण कुमार पुत्र दंगल प्रसाद उम्र (25) यह अपने घर के मवेशी लेकर खेतों की तरफ चराने गया हुआ था। तभी मवेशी खेतों पर चर रहे थे, और यह खेतों पर लगे पेड़ के नीचे बैठा था, तभी अचानक तेज बारिश के साथ आकाशीय बिजली गिर गई। जिसकी चपेट पर आने से श्रवण कुमार झुलस गया। 

जैसे ही आसपास के लोगों ने देखा तो गंभीर हालत में बबेरू सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर भर्ती कराया। जहां पर डॉक्टरों द्वारा इलाज किया जा रहा है, लेकिन श्रवण कुमार की हालत गंभीर बनी हुई है। झुलसे श्रवण कुमार ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि जानवर चराने के लिए मैं खेतों पर गया था। तभी पेड़ के नीचे बैठा था तभी बारिश के साथ अकाशीय बिजली गिरी जिसकी चपेट पर मैं आ गया। वहीं मेरे कुछ दूर पर एक लड़की भी बैठी थी, लेकिन वह बाल-बाल बच गई है। मेरी हालत गंभीर देखते हुए लोगों ने अस्पताल में भर्ती कराया है।

डीएम को पत्र देकर देयकों का भुगतान कराने की मांग

बाँदा। राज्य सेतु निगम लिमिटेड में हें. मैकेनिक के पद पर तैनात लल्लन प्रसाद गुप्ता ने जिला अधिकारी को पत्र देकर सेवा निवृत्त एवं अवकाश नकदीकरण व तीन प्रतिशत डीए के एरियर का भुगतान कराये जाने की मांग की है।हें. मैकेनिक का कहना है कि 31 जुलाई को 60 वर्ष की अधिवर्षता आयु पूर्ण करने के बावजूद शासन व प्रबंध निदेशक सेतु निगम के इस बात के आदेश हैं कि यदि कोई भी कर्मचारी सेवानिवृत्त होने के अंतिम दिवस में ही अवकाश नकदीकरण एवं अन्य सभी देयकों को इकाई उसी अंतिम दिवस मे ही भुगतान कर दिया जाये परंतु वर्तमान मे उप परियोजना प्रबंधक हठधर्मिता के चलते मात्र दो लाख का चेक देते हैं। कर्मचारी को इस बात की दिलासा दी जाती है कि शेष धनराशि मुख्यालय से प्राप्त होने पर भुगतान किया जायेगा। जबकि मुख्यालय से स्पष्ट निर्देश हैं कि कर्मचारी हेड से इकाई द्वारा भुगतान किया जाये उसे अलग से कोई धनराशि नदी जाये। लल्लन प्रसाद गुप्ता ने कहा है कि दस्तावेजों के लिए कई बार कार्यालय के चक्कर लगाने पड़ते हैं लेकिन सेवानिवृत्त संबंधित दस्तावेज पूर्ण होने के बावजूद उप परियोजना प्रबंधक दस्तावेजों मे हस्ताक्षर नहीं करते जिस कारण सारे दस्तावेज समय से मुख्यालय नहीं पहुंचते जिससे अन्य देयकों के भुगतान में काफी विलम्ब होता है इस दौरान कर्मचारी को बेहद कठिनाई का सामना करना पड़ता है।

कभी ढह सकती हैं जर्जर दुकान

बांदा। शहर के सब्जी मंडी नजर बाग मार्ग स्थित जर्जर दुकान कभी भी राहगीरों के लिए हादसे का सबब बन सकती है। श्यामलाल गुप्ता ने जिलाधिकारी को दिये पत्र में कहा कि शहर को सरांय रोड नजर बाग गेट के बगल में दुकान स्थित है। यह दुकान बहुत पुरानी होने के कारण जर्जर व गिराऊ हालत में है। इस दुकान के भूतल पर शगुनचंद्र जैन किराये पर थे। जिनकी मृत्यु हो गयी है। दुकान का कब्जा दखल वापस नहीं किया। दुकान जर्जर व गिरने होने की शिकायत पहले भी नगर पालिका में दी जा चुकी है। बीते दिवस रात में उस दुकान की छत गिर गयी है। राहगीर बाल-बाल बचे हैं। दुकान का मलबा सार्वजनिक सड़क पर पड़ा है। उन्होंनें इस सम्बंध में कार्यवाही करवाये जाने की मांग की है।

युवती को लेकर फरार हुआ आधा दर्जन बच्चों को पिता

  • युवक की पत्नी ने की कार्यवाही की मांग

जसपुरा/बांदा। जसपुरा थाना क्षेत्र के एक गांव में 6 बच्चों का पिता गांव की ही कुंवारी लड़की को लेकर फरार हो गया जिससे  पीड़िता पत्नी न्याय के लिए दर-दर भटक रही। आपको बता दें कि पूरा मामला जसपुरा थाना क्षेत्र के झंझरी गांव का है। जहां की रहने वाली पीड़िता सुशीला पत्नी राजू ने आरोप लगाते हुए बताया कि वह अपने घर में परिवार के साथ रहती ह।  जिसके 6 बच्चे हैं दो लड़के चार लड़कियां हैं जिनमें से एक पुत्री की शादी कर दिया है जिसका पति राजू पुत्र मलखान निवासी झंझरी 16 जुलाई को प्रातः काल गांव की ही एक युवती को भगा कर चला गया है। जिससे वह न्याय के लिए दर-दर भटक रहे हैं पीड़िता के पति द्वारा युवती को भगा ले जाने से पीड़िता को बच्चों का पालन पोषण करने की समस्या हो रही हैं। जब भी पीड़िता इस संबंध में अपने पति से बात करती है तो फोन पर जान से मारने की धमकी दी जाती है। पीड़िता जिसकी शिकायत लेकर जसपुरा थाने गई थी वहां पर तैनात महिला कांस्टेबल के द्वारा महिला के साथ बदतमीजी की गई जब से पीड़िता अपने बच्चों को लेकर न्याय के लिए दर-दर भटक रही है जब पूरे मामले की जानकारी जसपुरा थाना प्रभारी से ली गई तो उनके द्वारा बताया गया कि किसी ने अभी तहरीर नहीं दी है।

दिव्यांग महिला चिकित्साधिकारी ने सीएमएस पर लगाए कमरे में कैद करने के आरोप

  • पीड़ित ने अधिकारियां से की कार्यवाही की मांग

नरैनी/बांदा। स्वास्थ्य केंद्र में आवास में कब्जे को लेकर दिव्यांग महिला चिकित्साधिकारी को सीएचसी के चिकित्साधीक्षक ने एक आवास में ताला डालकर कैद कर दिया।चिकित्साधिकारी तीन घंटे तक बाहर निकालने की गुहार लगाती रही। सीएमओ का आदेश मिलने पर चिकित्सा अधिकारी नर्स ट्रेनिंग सेंटर के अपने पुराने आवास को छोड़कर पूर्व चिकित्साधीक्षक के आवास में रहने के लिए आई थी।

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात आयुष विभाग की महिला चिकित्सा अधिकारी डा. स्नेहलता बीते एक दशक से यहा सीएचसी में संविदा पर काम करती हैं।इन्होंने बताया कि गुरुवार को करीब साढ़े दस बजे अस्पताल से अपने कमरे में आयी थी तभी चिकित्साधीक्षक डॉ लवलेश पटेल ने उनके आवास में ताला लगाकर उन्हें घर में कैद कर दिया।बताया कि जब उन्होंने बाहर निकलने का प्रयास किया तो लोगो ने दरवाजे पर दो ताले लगे होने की जानकारी दी।दिव्यांग चिकिसक तीन घण्टे तक परेशान रही।स्नेहलता ने बताया कि जिलाधिकारी, सीएमओ आदि को 30जून 22 को पत्र भेजकर बताया था कि वह पैरो से दिव्यांग है स्वास्थ केंद्र परिसर में निवास बनाये हैं।यदि उसे अस्पताल परिसर से हटा दिया गया तो उसे आने जाने में परेशानी का सामना करना पड़ेगा।

चिकित्साधीक्षक डा. लवलेश पटेल ने आवास में ताला लगाने की बात को स्वीकारते हुए बताया कि कई कर्मचारी अस्पताल के नर्स ट्रेनिंग सेंटर में अवैध रूप से अपने आवास बना कर रह रहे है।यहा सीघ्र ही प्रशुक्षुओ की ट्रेनिग शुरू की जानी है।बताया कि मुख्यचिकित्सा धिकारी ने 27 जुलाई को पत्र जारी कर ट्रेनिंग सेंटर में रह रहे डॉ विनोद राजपूत, चिकित्साधिकारी डॉ स्नेहलता, एलटी विनय सिंह, बीएचडब्लू कु प्रियंका श्रीवास्तव, स्वीपर मोहन अवैध आवास खाली न करने पर जुलाई माह का वेतन रोकने की कार्यवाही की है।साथ ही तीन दिनों के अंदर राजकीय आवास खाली करने का आदेश दिया है।अन्यथा की स्थिति में कड़ी कार्यवाही करने की चेतावनी दी है। चिकित्साधीक्षक ने बताया कि डा. स्नेहलता ने ट्रेनिंग सेंटर का आवास खाली कर बगैर किसी आदेश के पूर्व चिकित्साधीक्षक के आवास में 27 जुलाई को अपना सामान रखकर कब्जा जमा लिया था।जब कि संविदा कर्मचारी को आवास आवंटित करने का प्राविधान नही है।

जमीनी विवाद को लेकर चले लाठ-डंडे, एक वृद्ध की मौत

  • घटना में चार लोग हुए घायल 

कमासिन/बांदा। थाना क्षेत्र के दलपापुर गांव में 6 बिस्वा जमीन को लेकर बुधवार की शाम झगड़ा शुरू हुआ। दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया। दोनों तरफ के लोग खून से लथपथ हो गए। सभी घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां चिकित्सक ने एक बुजुर्ग को मृत घोषित कर दिया। जबकि 4 लोग गंभीर रूप से घायल हैंसभी घायलों का इलाज चल रहा है। मामला कमासिन थाना क्षेत्र के दलपा पुरवा का है। बताया जाता है कि राजा बलि ने दलपापुर के महाराज दीन से  एक बीघा 5 बिस्वा जमीन खरीदी थी। इसी तरह बुद्ध विलास ने महाराज दीन के बेटे संतोष से 6 बिस्वा जमीन लिखावा ली थी। इस बीच चकरेही गांव चौराहा बन जाने से यहां की जमीन कीमती हो गई। दोनों की जमीन अगल-बगल होने के कारण बुद्ध विलास कई वर्षों से राजा बलि प्रजापति पर 6 बिस्वा जमीन कब्जाने का आरोप लगा रहा था।  बुधवार रात 60 वर्षीय राजा बलि प्रजापति अपनी जमीन में गाय बांधने के लिए बरसाती लगा रहे थे। तभी चकरेही निवासी बुद्ध विलास यादव ने छह बिस्वा जमीन को लेकर विवाद शुरू कर दिया।

इस झगडे ने खूनी रूप ले लिया। दोनों पक्ष से लाठी-डंडे चले। जिसमें राजबलि की मौत हो गई। घायल उसके पुत्र 25 वर्षीय कल्याण व 21 वर्षीय आनंद को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मारपीट में बुद्ध विलास पुत्र शिव कुमार और मुन्नी पत्नी शिव कुमार घायल हो गए है। इनका भी इलाज चल रहा है। उनकी हालत भी गंभीर बताई जा रही है। थाना प्रभारी उमेश चंद्र सिंह ने बताया कि अभी मामला संज्ञान में आया है। मामले की जानकारी कर कार्रवाई की जाएगी। वही इस संबंध में क्षेत्राधिकारी नगर राकेश कुमार सिंह ने बताया कि दोनों पक्षों में बुधवार की शाम खूनी संघर्ष हुआ है। जिसमें राजा बलि प्रजापति की मौत हो गई और उसके दो बेटे गंभीर रूप से घायल हैं। जिनका जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है।


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