अगर वाद के चक्कर में पड़ोगे तो कब धन इज्जत पर हमला हो जाए, कुछ कहा नहीं जा सकता

  • यदि धरती पर खून बहता रहा तो धरती सबक सिखाएगी जगह-जगह फटेगी, आदमी धँसेगा, बचाने वाले को भी खींच लेगी
  • शराब, अफीम, कोकीन, तमाम नशे की गोलियां नौजवानों का जीवन कर रही बर्बाद

जालंधर (पंजाब)। देश के कर्णधारों नौजवानों के भविष्य को उज्ज्वल बनाने में जुटे, आज की युवा पीढ़ी को सबसे ज्यादा खतरा जिस चीज से है उसके बारे में बार-बार सबको आगाह कर बचने का उपाय भी बताने वाले, मेहनत ईमानदारी से जीवन यापन कर प्रभु से बरकत दिलाने वाले, मौज में जीव पर दया कृपा कर जो प्रारब्ध भाग्य में नहीं होता वह भी देने वाले, सभी में प्रभु को देखने वाले इसलिए किसी से भेदभाव न करने वाले इस समय के पूरे समरथ सन्त सतगुरु त्रिकालदर्शी उज्जैन वाले बाबा उमाकान्त जी महाराज ने 20 सितंबर 2022 प्रातः दिए व अधिकृत यूट्यूब चैनल जयगुरुदेवयूकेएम पर लाइव प्रसारित संदेश में प्रेमियों को जीते जी देवी-देवताओं के दर्शन, मुक्ति-मोक्ष व प्रभु प्राप्ति का रास्ता नामदान देते हुए अपने संदेश में बताया कि मांस, मछली अंडा मत खाओ। 

अंडा मांस मछली शराब का सेवन मत करो

कोई भी नशे का सेवन मत करो जिससे बुद्धि खराब हो जाए, पागल हो जाओ, अपने-पराए का ज्ञान खत्म हो जाए, मां बहन बहू बेटी की पहचान आंखों से खत्म हो जाए। शराब अफीम कोकीन तमाम नशे की गोलियां नौजवानों का जीवन बर्बाद कर दे रही हैं, तरक्की में उनके रोड़ा ब्रेकर बन रही हैं। कोई भी नशे का सेवन मत करो। बच्चों को समझाते रहो। बुरे लोगों के साथ करने की वजह से बुराई आ रही है। अच्छे लोगों का साथ करो तो बिगड़ी  आदत सुधर जाएगी। मेहनत ईमानदारी की कमाई करो, इस पर भरोसा करो तो उससे आपको बरकत मिल जाएगी। दिल दु:खा कर मार काट कर लाओगे तो उसी तरह से चला जाएगा।

जो प्रारब्ध भाग्य में नहीं होता वह भी वक्त के समर्थ गुरु दे सकते हैं

जो प्रारब्ध में होता है वह मिलता ही है। वक्त के गुरु प्रभु की दया जब हो जाती है तो जो भाग्य में नहीं रहता वह भी मिल जाता है। तो उस पर करो भरोसा। लोभ लालच मत करो। किसी के आगे हाथ मत फैलाओ। जो खुद मांगता रहता है उससे क्यों मांगते हो? उनसे क्यों नहीं मांगते हो जो हमारे गुरु महाराज जैसे गुरु से, जो गुरु महाराज के शिष्य है उनसे क्यों नहीं मांगते हो? जो कुछ कहना है, मांगना है, गुरु से मांगो।

अगर वाद के चक्कर में पड़ोगे तो कब धन इज्जत पर  हमला हो जाए, कुछ कहा नहीं जा सकता

किसी भी जाति मजहब का, देशी-विदेशी, पढ़ा लिखा अनपढ़ गरीब-अमीर हो, सबको नामदान देता हूं। हमको तो जीवों से मतलब है क्योंकि सबको प्रभु ने बनाया। ये कई धर्म जातियां तो आदमी ने बनाया। इस समय जहर की तरह जो काम कर रहा है विनाश की तरफ ले जाकर लोगों को खड़ा कर दे रहा है- जातिवाद भाई भतीजावाद आतंकवाद नक्सलवाद माओवाद आदि यह जो वाद पैदा कर दिया लोगो ने, ये इंसान को बारूद के ढेर पर खड़ा कर दे रहा है। हम इस चक्कर में नहीं पड़ते हैं। आप भी इस चक्कर में मत पड़ो नहीं तो शरीर धन घर बाल बच्चों की कोई गारंटी नहीं रहेगी, कब किसके मन में आ जाए, कब किसके ऊपर हमला कर दे, कब किसके धन और इज्जत पर हमला कर दे। इस समय जो जहर फैल रहा है, कुछ नहीं कहा जा सकता, इससे दूर रहो इसलिए हम भी इसमें नहीं पड़ते और आपको भी नहीं पड़ना चाहिए।

जितने भी जीव हैं, सबमें प्रभु की अंश जीवात्मा है, इसलिए हम सब से प्रेम करते हैं

देखो सबका खून हड्डी मांस शरीर की बनावट आंख कान नाक मुहं टट्टी पेशाब का रास्ता सबके एक जैसा। जितने भी जीव हैं, सब प्रभु के ही अंश है। जो उसको देखता है वह सबसे प्रेम करता है इसलिए हम सबसे प्रेम करते हैं, सबको अपना मानते हैं।

मांसाहार जारी रहा तो धरती नाराज होकर तबाही मचाएगी

महाराज जी ने 21 सितंबर 2022 को प्रातः कपूरथला (पंजाब) में दिए संदेश में बताया कि -

घिरी बदरिया पाप की बरस रहे अंगार। सन्त न होते जगत में तो जल मरता संसार।।

पशु-पक्षियों के इस धरती पर बहते खून से कुदरत नाराज होकर अतिवृष्टि अनावृष्टि भूकंप ला रही है। अगर इसी तरह धरती पर खून बहता रहेगा तो धरती सबक सिखाएगी लोगों को, जगह-जगह जब यह हिलेगी, फटेगी, आदमी धंसता हुआ दिखाई पड़ेगा। जो उसको पकड़ करके खींचेगा उसको भी समा लेगी यह धरती। इसलिए आप हर जीव पर दया करो, रक्षा करो, सबके अंदर उस मालिक की रूह है अंश है।

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