प्रेमियों अगर मेहनत कर लो तो सब दिक्कतें खत्म हो सकती, सब भविष्यवाणियां कट सकती हैं

  • अभी सूखा क्या देखा? एक-एक दाने के लिए आदमी हो जाएगा मोहताज
  • अगर दो दिन के लिए बिजली बंद हो जाए तो क्या हाल होगा, एक गिलास पानी के लिए तरस जाएंगे

सीकर (राजस्थान)। बाबा जयगुरुदेव जी के आध्यात्मिक उत्तराधिकारी, इस समय के युगपुरुष पूरे समरथ सन्त सतगुरु उज्जैन वाले बाबा उमाकान्त जी महाराज ने 1 अक्टूबर 2022 प्रातः सीकर (राजस्थान) में दिए व अधिकृत यूट्यूब चैनल जयगुरुदेवयूकेएम पर लाइव प्रसारित संदेश में बताया कि अपने-अपने तौर-तरीके से आप प्रचार करो। सीकर में गुरु महाराज ने बहुत मेहनत किया। जो बगीचा उन्होंने लगाया अब इसमें फल निकलने का समय आ गया इसलिए इस बगीचे को बराबर सिंचाई गुडाई करके फल वाला बनाना है।

अब समय आ गया है, कैसे भी हो, लोगों को समझाओ

बराबर मेहनत करते रहो, चलते रहो, फेरी निकाल लो, यात्रा निकाल दो, एक दिन निकाल दो, दस दिन के लिए लगातार समय है तो निकाल दो। अभी कोई खेती में काम नहीं है तो लगातार निकल पड़ो। एक जगह, दूसरी तीसरी जगह जाओ सतसंग करो। जगह-जगह लोगों को खड़े होकर समझाओ, साइकिल मोटरसाइकिल कार ट्रेक्टर जैसे भी हो, निकलने का वक्त आ गया है। नहीं तो गुरु महाराज के लगाया हुए बगीचे को लोग सुखवा देंगे।


बराबर ध्यान रखने की जरूरत है कि लोग भटक न जाय

हमेशा हर तरह के लोग रहते हैं- अच्छे और बुरे। अच्छाई बुराई दोनों रहती है। इनका बीज खत्म नहीं होता है। धर्म कभी खत्म नहीं होता है। बहुत ज्यादा अधर्म होने पर प्रचारों की जरूरत पड़ती है। आप जब जाओगे और समझाओगे लोगों को और समझ में आ जाएगा।

एकै साधे सब सधे सब साधे सब जाय

एक गुरु के वचन को पकड़ लो कि बस प्रभु को प्राप्त कर लो। आप समझा कर चले आओगे और दूसरे लोग आएंगे, दूसरी तरफ मोड़ देंगे। इस समय पर बराबर ध्यान रखने की जरूरत है कि लोग भटक न जाएं।

नाली में पड़ी हुई रोटी खाने की इच्छा करेंगे लोग, ऐसा समय आ रहा है

प्रेमियों! अच्छा समय तो आएगा ही लेकिन यह बीच में समय बड़ा खराब है। भविष्यवाणी तो मैं नहीं करता हूं लेकिन समय-समय पर आगाह करता रहता हूं। अभी आपने सूखा को क्या देखा है, आदमी एक-एक दाने के लिए मोहताज न होने लग जाए तो देखना। नाली में पड़ी हुई रोटी को मन कह देगा कि इसको निकालकर भूख में खाले। हम यह नहीं चाहते हैं, गुरु महाराज भी नहीं चाहते थे कि भूखे मरे। प्रेमियों! अगर आप मेहनत कर ले गए तो यह दिक्कतें खत्म हो सकती हैं, सब की भविष्यवाणियां जो कह करके गए हैं, कट सकती हैं।

आदमी सुख साधन इकट्ठा करता चला जा रहा है, यही बनेगा दु:ख का कारण

गुरु महाराज जो बहुत पहले कह कर के गए थे कि ऐसा-ऐसा होगा लेकिन प्रेमियों ने प्रचार किया, आदेश का पालन किया, लोगों में सुधार लाए तो बहुत सी भविष्यवाणियां कट गई। कट भी सकती है, ऐसी बात नहीं है। अगर लोग नहीं मानेंगे, दो दिन के लिए घरों में बिजली बंद हो जाए तो क्या हाल होगा? पानी बंद हो जाए फिर लोग आपके आएंगे, कहेंगे, एक गिलास पानी दे दो। जितना ही आदमी सुख का साधन बनाता चला जा रहा है, समझ लो, अपने दु:ख में बदलने का कारण पैदा कर रहा है।

मेघराज को खुश करना सीखो

इसलिए थोड़ा सा अध्यात्म की तरफ लोगों को जोड़ने की जरूरत है, प्रभु पर विश्वास करने की जरूरत है। आप यह समझो पानी के लिए आदमी तड़प रहा है। अगर मेघराज बादल खुश हो जाएं, बरसा दें तो घर बैठे मिल जाएगा। लेकिन उन को खुश करना तो सीखो। प्रेमियों बराबर लगे रहो।

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