उठापटकी का ये 2023 का साल अच्छों के लिए अच्छा और बुरों के लिए बुरा होगा

बाबा उमाकान्त जी महाराज ने दिया समाज के हर वर्ग के लिए नव वर्ष का विशेष सन्देश

आने वाले संकट से पहले ही आगाह कर बचाने का उपाय बताने वाले, इस समय के युगपुरुष, पूरे समरथ सन्त सतगुरु, त्रिकालदर्शी उज्जैन वाले बाबा उमाकान्त जी महाराज ने नव वर्ष कार्यक्रम में 1 जनवरी 2023 प्रातः उज्जैन आश्रम में दिए व अधिकृत यूट्यूब चैनल जयगुरुदेवयूकेएम पर लाइव प्रसारित संदेश में बताया कि आज 2022 का अंधेरा खत्म और 2023 का उजाला शुरु हुआ है। 

मजदूर, छात्रों, खेतिहर, व्यापारी, कर्मचारी, राजनेता वर्ग सबके लिए नव वर्ष का सन्देश

यह साल उठा पटकी का रहेगा। अच्छों के लिए अच्छा, खराब के लिए खराब और कुछ लोगों के लिए तो बहुत खराब रहेगा। मजदूरी मेहनत जो करते हो, आप लोग ईमानदारी से काम करना, जितनी मजदूरी लो उससे ज्यादा काम करना। जितना आप अच्छे से अच्छा कर सकते हो उसे करके दिल को जीत लेना तो आपको काम की कमी नहीं रहेगी। इतना काम आता है कि और लोगों को रखकर काम करवाते हैं।

खेती करने वालों, हमें मालूम है कि आपकी बहुत मेहनत लगती है लेकिन आगे दवाओं की कमी पड़ेगी तो जरूरत वाली चीजों पर ध्यान दो जैसे अदरक हल्दी घृतकुमारी तुलसी। धान गेहूं की खेती में जो कम मुनाफा हुआ वह पूरा पड़ जाएगा। जिस क्षेत्र में जो चीज ज्यादा हो सकती है उसे करो। सरकार से प्रार्थना है कि जड़ी-बूटियों, गोमूत्र, गाय के गोबर आदि का, इन दवाओं का, लोगो को सिखवाकर उत्पादन शुरु करवाओ।

बच्चों को शुरू से ही शिक्षा के साथ हुनर की सिखाओ। कामयाबी तब नहीं मिलती जब जानकारी न रहे। सीखकर व्यापार करें, कारखाना लगाए तो कामयाब हो जाते हैं। सरकारी योजनाएं इसीलिए पूरा नहीं चल पाती। तब बच्चे नौकरी के चक्कर में नहीं भटकेंगे, अपना खोल लेंगे। पहली दूसरी तीसरी पांचवी दर्जा से ही बच्चों को हुनर सिखाया जाए तो विदेशियों को बुलाकर व्यापार कारखाने लगाने आदि की जरूरत नहीं पड़ेगी। सरकार प्रयास कर रही लेकिन थोड़ा और करे तो सोने में सुगंध जैसा हो जाएगा।

कर्मचारियों यह मत सोचो कि साठ की उम्र में रिटायर होंगे। इस साल बहुत से लोग रिटायर कर दिए जाएंगे और फिर उन्हें कहीं नौकरी भी नहीं मिलेगी। प्राइवेट में भी लोग नहीं लेंगे कि यह तो भ्रष्ट आदमी है। आप लोग अपने प्रारंभ, भाग्य, बाहुबल और प्रभु पर पूरा विश्वास करो। अपना दिल-दिमाग लगा कर के अपने विभाग को आगे बढ़ाओ। अकेले यह जिम्मेदार लोग क्या कर लेंगे। सब की जिम्मेदारी बनती है। आप सब जयगुरुदेव नाम से जुड़े हुए लोग ऐसा रहन-सहन बनाओ कि काम और देश का भी नाम हो जाए। शाकाहारी नशा मुक्त बनोगे तो (मांस खाने, शराब पीने आदि गलत कामों के लिए) खर्च नहीं रहेगा तो रिश्वत लेने की इच्छा जरूरत नहीं पड़ेगी। इस साल बहुतों की नौकरी चली जाएगी।

व्यापारियों मिलावट मत करना। मिलावट से कमाया हुआ धन आप अस्पताल में दे आओगे, मुकदमों में फंस जाओगे। कारोबार पत्नी का जेवर जमीन सब खत्म और जिस नाम को बढ़ाने के लिए मिलावट की, वह नाम भी खत्म हो जाएगा। अबकी 2023 में बहुत मिलावटखोर पकड़े जाएंगे। जब खुद मिलावट किया तो यूरिया वाला दूध मिलेगा और दवा भी मिलावटी खाने को मिलेगी फिर खूब दवा खाओगे, आराम नहीं आएगा। शुरुआत आप लोग अपने से करो तब तो दुसरे को कह सकते हो। 

 राजनेताओं कुर्सी जाने में देर नहीं लगेगी। सजग रहो। चाहे पक्ष की हो या विपक्ष की हो, यदि जनता भड़क गई तो कुर्सी चली जाएगी। भारतीय संस्कृति लाओ लेकिन दूसरे का विरोध करके नहीं। यह बात सत्य है कि यदि भारतीय संस्कृति आ गई तो पूरे विश्व को हरा-भरा बना देगी। अच्छी बातों को ही बताओ, नेगेटिव मत बोलो। जैसे अंग्रेजों में, मुसलमानों में भी अच्छे-बुरे दोनों रहे तो यदि कमियों को उजागर करोगे तो मन खराब हो जाएगा। पॉजिटिव बोलो जैसे गिलास आधा भरा है, न कि गिलास आधा खाली है। 

बुड्ढों सर्दी ठंडी अभी बढ़ेगी, सजग रहना। ठंडी में नसें ब्लॉक होती है, खून का दौरा कम हो जाता है। हार्ट अटैक की बीमारी बढ़ेगी। पीलिया की भी बढ़ेगी। लीवर खराब होने से पीलिया होता है। लीवर खराब होता क्योंकि बाजार की चीजें खाते हो। आगे लकवा भी बढ़ेगा। सर्दी जुखाम खांसी बुखार तो सामयिक हैं लेकिन अब वह जल्दी नहीं छोड़ेंगे।

भारत में शक्तियां काम कर रही है। भारत का नाम बढ़ रहा है। इस साल नुकसान होगा लेकिन भारत का नुकसान अन्य देशों की अपेक्षाकृत कम होगा। विश्व में जनहानि बीमारियां आपदाएं बहुत आएंगी। यदि आप, लोगों को धर्म परायण कर्म परायण बना लोगे तो बहुत बचत हो जाएगी। 

कर्मों की सजा इस साल लोगों को ज्यादा मिलती हुई दिखेगी। धन की, बरकत की कमी और परेशानियों में बढ़ोतरी होगी लेकिन जो लोग गुरु के दामन को बराबर पकड़े रहेंगे उनको शांति रहेगी। तकलीफ आने पर भी उनको आराम मिल जाएगा। जैसे किसी को दाद खाज खुजली हो गई और लगातार खुजला कर परेशान हो रहा है और किसी को कुछ छोटे-मोटे दाने ही  हुए गए तो थोड़े से में खत्म। तो गुरु भक्तों को तो जैसे छोटी मोटी ही तकलीफ होगी और अगर हंसते खेलते आप अपना जीवन भजन भक्ति में, गुरु आदेश पालन में निकाल दोगे तो अंत समय में गुरु महाराज आपकी संभाल कर लेंगे।


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