अंग्रेज भारत में चाय कैसे, कब क्यों लाये - बाबा उमाकान्त जी


भारत आगे क्यों नहीं बढ़ पा रहा है

आने वाली पीढ़ी को कमजोर कैसे किया जा रहा है

इतिहास से सबक सीखने पर जोर देने वाले, विकराल होती जा रही समस्या और उसके समाधान को सरल शब्दों में बताने समझाने वाले, लोकतंत्र सेनानी, इस समय के पूरे समरथ सन्त सतगुरु, परम दयालु, त्रिकालदर्शी, दुःखहर्ता, उज्जैन वाले बाबा उमाकान्त जी महाराज ने 24 मार्च 2023 प्रातः उज्जैन आश्रम में दिए व अधिकृत यूट्यूब चैनल जयगुरुदेवयूकेएम पर लाइव प्रसारित संदेश में बताया कि अंग्रेजों ने सबसे पहले यह काम किया कि ढूंढा कि लोगों को किस चीज की आदत डाल दें। जैसे किसी को खाने, घूमने,अच्छा पहनने आदि की आदत पड़ जाती है तो आदमी उस आदत का गुलाम, व्यसनी (लत) हो जाता है। तो अंग्रेजों ने लत डाला। ऐसी-ऐसी चीजों को लेकर आये। चाय यहां कोई नहीं पीता था। चाय का आविष्कार अंग्रेजों ने किया था। बड़े-बड़े टैंक में बनाकर चौराहों पर फ्री पिलाते थे। लगातार दो-चार दिन पिलाने के बाद एक पुड़िया पकड़ा देते थे कि घर ले जाओ, जैसे हम बनाते हैं, ऐसे ही बनाना।

कब हुआ?

जब अंग्रेज खेत में घूमता हुआ गया। किसान खेत में जुताई कर रहा था। उसकी औरत मटके में पानी, चार मोटी-मोटी तवा भर आकार की रोटीयां, साग ले आई। किसान ने हाथ-पैर-मुंह धोया। भारतीय परम्परा के अनुसार अंग्रेज को भी एक रोटी, उसके ऊपर साग रख करके दिया। अंग्रेज नहीं समझा क्योंकि बोली नहीं समझते थे। तो देखता रहा कि यह क्या करता है। किसान ने अपनी रोटियों पर साग रखा, पहले साग थोड़ा टेस्ट किया। तो अंग्रेज ने साग खा लिया और रोटी वापस देते हुए बोला Take your Plate टेक योअर प्लेट यानी अपना यह बर्तन वापस ले लो। लेकिन जब अंग्रेज ने देखा कि किसान तो प्लेट भी खाता चला जा रहा है तब सोचा सबसे पहले इनकी खुराक को खत्म करना होगा। कमजोर होंगे तबही इनसे जीत पाएंगे। तो लोगों को कमजोर बनाने के लिए तरह-तरह की चीजें यहाँ लाने लग गए।

आगामी पीढ़ी को कमजोर कैसे किया जा रहा है

भारत के नौजवानों में भी भगत सिंह, चंद्रशेखर, अशफ़ाक उल्ला खां, राजेंद्र लाहिड़ी जैसे शहीदों की तरह का खून है। तो उनके वंशजों को इस समय कैसे कमजोर किया जा रहा है? तरह-तरह की चीजों को परोस करके। किसमें परोस करके? यूट्यूब, गूगल, तरह-तरह से सिनेमा में, अन्य साधनों से, उनके चरित्र को गिरा करके, उनके खान-पान को खराब करके, उनकी ताकत को खत्म किया जा रहा है। प्रचार कर देते हैं अंडा खाओ, ताकत बढ़ेगी? अंडा क्या करती है? दिन में अंडा खाते हैं, रात को अंडा देने लग जाते हैं (सब निकल जाता है) तो शक्ति क्षीण हो रही, जवानी की ताकत खत्म हो रही है।

भारत क्यों आगे नहीं बढ़ पा रहा है

तमाम अपराध किस वजह से हो रहे हैं? फांसी लोग लगा रहे हैं। औरतें अपराध की प्रवृत्ति में फंसी जा रही हैं। जिस देश की देवियां शराब पीने लग जाए, नंगी नाचने लग जायें, उस देश का क्या हाल होगा? भारत जैसे धर्म परायण देश में ऐसी हालत हो रही है। भविष्य क्या होगा? इस पर लोगों को विचार करने की, सोचने की जरूरत है। शहीद दिवस, मुक्ति दिवस के सप्ताह में लोगों को इस बात के लिए सोचने की जरूरत है। बहुत प्रयास करो, बहुत अच्छे कपड़े पहना दो ,अच्छे मकान में रख दो, बहुत तरक्की दिखा दो लेकिन शरीर में ताकत ही न रहे, बुद्धि ही न काम करे, जो चीज शरीर की बुद्धि तेज, शक्ति प्रखर करती है, वही इनके अंदर न रह जाए तो सोचो क्या आप आगे बढ़ सकते हो? तरक्की कर सकते हो?

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