जयगुरुदेव नाम ध्वनि बोलने से अक्ल (बुद्धि) आ जाएगी
बाबा जयगुरुदेव जी ने एक करोड़ लोगों को बोरा पहनाया
मुम्बई निजधामवासी बाबा जयगुरुदेव जी के आध्यात्मिक उत्तराधिकारी, पूरे समरथ सन्त सतगुरु, परम दयालु, त्रिकालदर्शी, दुःखहर्ता, उज्जैन वाले बाबा उमाकान्त जी महाराज ने 26 सितम्बर 2021 सांय कल्याण आश्रम, मुबंई (महाराष्ट्र) में दिए व अधिकृत यूट्यूब चैनल जयगुरुदेवयूकेएम पर लाइव प्रसारित संदेश में बताया कि जिनको नामदान देने का हुकुम मिलता है, उन्ही के मुंह से जब सुनते हैं तो लाभ मिलता है। उन्हीं (शिष्यों) में से कोई साधक निकल आते हैं जिसको फिर वह अधिकार देकर चले जाते हैं कि हमारे न रहने के बाद यह नाम दान देंगे, जीवो की संभाल ये करेंगे।
हाथ जोड़ना, सिर ढकना, बाबा जयगुरुदेव जी महाराज ने सिखाया
महाराज जी ने 3 अक्टूबर 2021 प्रातः उज्जैन आश्रम में बताया कि पहले गुरु महाराज हाथ जोड़ते थे तो हाथ जोड़ना तो गुरु महाराज ने ही लोगों को सिखाया। सिर ढकना, घर की मर्यादा, पति पत्नी बच्चे मां भाई-भाई का फर्ज क्या होता है, गृहस्थ आश्रम में कैसे रहना चाहिए और भी बहुत कुछ गुरु महाराज ने सिखाया। लोगों ने उस चीज को पकड़ा। अब भी घरों में वही चीज, वही संस्कार चला आ रहा है। देखो जिन सतसंगियों ने गुरु महाराज की बातों को पकड़ लिया, ध्यान भजन करते हैं, नियम का पालन करते हैं उनके घर में सुख-शांति है। बाकी अशांति का ही संसार है, सब लोग दुखी है।
बाबा जयगुरुदेव जी ने एक करोड़ लोगों को बोरा पहनाया
महाराज जी ने 15 फरवरी 2021 पेंड्री आश्रम, दुर्ग (छत्तीसगढ़) में बताया कि गुरु महाराज ने एक करोड लोगों को बोरा टाट पहनाया था। उस समय पूरे हिंदुस्तान में एयर कंडीशन, गाड़ीयां, बंगले कम हुआ करते थे। लेकिन उस समय भी एयर कंडीशन में रहने वालों ने भी बोरा टाट पहन लिया। दिन में दो-तीन बार कपडे बदलने वालों ने भी बोरा टाट पहन लिया। उस समय बोरा जल्दी मिलता भी नहीं था और कोई सिलने को भी तैयार नहीं होता था। तो एक-एक बोरे के कपड़े को कई दिन पहनना पड़ता था। कभी तो ऐसी हालत हो जाती थी कि कपडा फट जाता था और बोरा जल्दी मिलता नहीं था। हम तो खुद भुक्तभोगी है क्योंकि हम खुद पहनते थे।
जयगुरुदेव नाम ध्वनि बोलने से अक्ल (बुद्धि) आ जाएगी
महाराज जी ने 27 सितंबर 2021 सायं धुले (महाराष्ट्र ) में बताया कि कहीं भी जाओ, जयगुरुदेव नाम की ध्वनी बोल कर के जाओ, कोई दिक्कत परेशानी आवे, आंख बंद करके जयगुरुदेव नाम की ध्वनी बोलना शुरू कर दो। सोचो कि क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए। ऐसी हालत जब हो तो जयगुरुदेव नाम की ध्वनी बोलना शुरू कर दो तो अक्ल बुद्धि आ जाएगी। जयगुरुदेव नाम वर्णात्मक नाम है। उसमें इस समय मालिक प्रभू की पूरी शक्ति है। जब प्रभु को इस नाम से पुकारोगे तो वह देखेगा और आपकी श्रद्धा भक्ति भाव प्रेम के अनुसार वह आपको दया देगा, फायदा आपको मिलेगा।
धरती पर नाम दान देने का अधिकार एक को ही होता है
महाराज जी ने 26 सितंबर 2021 सायं कल्याण आश्रम, मुंबई में बताया कि देखा गया है कि नाम दान देने वाला इस धरती पर एक समय में एक ही होता है। पावर उसी को होता है। उसी का लगाया हुआ पौधा फल देता है। बाकी नामदान कोई भी देने लग जाए, वह जमेगा नहीं, विकसित होना तो दूर की बात है। जैसे बीज जमीन में पहले जमता है फिर पौधा विकसित होता है तो जमेगा ही नहीं।
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