सरकार के पैसे से धर्म की बेल नहीं बढ़ सकती - बाबा उमाकान्त जी

देश सेवा करने के लिए कैसे लोगों की जरूरत है

उज्जैन (म.प्र.)। राजकोष का पैसा क्यों अशुद्ध है, क्यों उपयोग में नहीं लेना चाहिए इसका सही कारण बताने वाले, सबको सुख प्राप्त होने का उपाय बताने वाले, पक्के देश भक्त, आगामी बुरे समय से चेताने वाले, इस समय के महापुरुष, पूरे समरथ सन्त सतगुरु, परम दयालु, त्रिकालदर्शी, दुःखहर्ता, उज्जैन वाले बाबा उमाकान्त जी महाराज ने 1 जनवरी 2020 प्रातः उज्जैन आश्रम में दिए व अधिकृत यूट्यूब चैनल जयगुरुदेवयूकेएम पर लाइव प्रसारित संदेश में बताया कि प्रेमियों! सरकार से कुछ मत लेना। सरकार से एक पैसे (प्राप्त करने) की इच्छा न रखो। सरकार के पैसे से धर्म का काम नहीं हो सकता है, धर्म की बेल नहीं बढ़ सकती है क्योंकि राजकोष का पैसा मुर्गा गाय भैंसा आदि कटने का, हिंसा हत्या जो लोग करते हैं, उनके टैक्स का पैसा, वही सब होता है। तो वह आपके लिए अच्छा नहीं रहेगा। आप अपनी मेहनत ईमानदारी की कमाई का साफ सुथरा पैसा जहां लगाओगे, वहां आपको कामयाबी मिलेगी। अगर पैसे से धर्म का काम होने को होता तो सारा देश आज क्रिश्चियन हो गया होता। कहीं कुछ हो रहा है? उस पैसे का कोई कहीं असर नहीं हो रहा है। आप मेहनत की कमाई का अपना लगाना। और मेहनत करके एक-दुसरे का जो कई जन्मों का लेना-देना है, उसे काट लो।

राम राज्य जैसी व्यवस्था लाने की जरूरत है

महाराज जी ने 21 फरवरी 2020 प्रातः लखनऊ में बताया कि राम राज्य जैसी व्यवस्था को लाने की आवश्यकता है। दैहिक दैविक भौतिक तापा, रामराज्य काहु नहीं व्यापा। कोई कोढ़ी अपाहिज लूला लंगड़ा था ही नहीं। सब सुंदर सब वीरे शरीरा। ऐसी व्यवस्था बना दी जाए, ऐसा खान-पान चाल-चलन लोगों का सही किया जाए कि रोग मुक्त देश प्रदेश हो जाए। रोगमुक्त यह अवध हो जाए। लड़ाई झगड़ा से लोग दूर हो जाए। प्रकृति खुश हो जाए। समय पर जाड़ा गर्मी बरसात देने लग जाए। जैसे पहले काश्तकार अपने खेत में खड़ा होकर पानी मांगता, बादल बरस जाते थे। विद्मते पूरम उसने जब जब तब का मांगे बारी देह जल रामचंद्र की राज। ऐसी व्यवस्था बन जाए, सब लोगों को इस बात को सोचने की जरूरत है।

देश सेवा करने के लिए कैसे लोगों की जरूरत है

महाराज जी ने 3 मार्च 2019 दोपहर लखनऊ में बताया कि गाय, बकरा आदि का मांस खाने वाले लोगों में मानवता के एक कण जैसी कोई भी चीज नहीं रहती हो, वह अपनी मां की क्या इज्जत सेवा करेंगे? वह धरती माता के क्या वफादार होंगे? क्या उनकी सेवा करेंगे? इसीलिए हमने तो रिसर्च करके देखा, देश सेवा के लिए शाकाहारी सदाचारी नशा मुक्त और सेवाभावी देशभक्तों की अब लोगों को जरूरत है। इसलिए हम तो सब से यही कहते हैं कि बच्चों को लेकर आओ। आगे अच्छे लोगों की ही जरूरत पड़ेगी। और आप भी अच्छे लोगों की तलाश करो, अच्छे लोगों का समूह बनाओ, अच्छे लोगों के साथ रहो। और जो बुरे हैं उनको आप अच्छा बना लो।

इस समय पर इंसान बारूद के ढेर पर खड़ा हुआ है

महाराज जी ने 30 जनवरी 2021 दोपहर अमरेली गुजरात में बताया कि आप इतिहास उठाकर देख लो, त्रेता द्वापर (युग परिवर्तन के समय भारी जन धन हानि) में यही हुआ तो क्या कलयुग में नहीं होगा? इस वक्त पर तो इंसान बारूद के ढेर पर खड़ा हुआ है। कभी भी आग लग जाए, धवस्त हो जाये, इस वक्त पर आदमी की जिंदगी का कोई ठिकाना नहीं है। आगे का खराब समय संकेत देने लग गया। इससे भी अधिक और खराब समय आएगा। आदमी, पशु पक्षियों की मृत्यु बहुत होगी। बहुत खराब सामय आ जाएगा। तो ऐसे समय में हम और आप बगैर अपना काम बनाए हुए अगर दुनिया से चले गए तो इस जीवात्मा को कष्ट तकलीफ झेलनी पड़ेगी।

ज्येष्ठ पूर्णिमा के अवसर पर पूज्य सन्त बाबा उमाकान्त जी के कार्यक्रम

3 व 4 जून 2023 को सायं और प्रात: सतसंग एवं नामदान कार्यक्रम, सतसंग स्थान: मेला मैदान के पास ( स्टेडियम में) तीर्थ गुरु पुष्कर राज, अजमेर, राजस्थान। 3 जून को सम्मान समारोह- प्रातः 10 बजे से साधु, महन्त समाज का और सायं 8:30 बजे से बुद्धिजीवी, पत्रकार, अधिकारियों का सम्मान समारोह समय परिस्तिथि अनुकूल होने पर होगा।

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