भारत रत्न स्व.अटल बिहारी वाजपेयी स्मृति राज्य स्तरीय फुटबॉल प्रतियोगिता
भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष सहजानंद राय ने किया उद्घाटन
देवरिया। भारत रत्न स्व अटल बिहारी वाजपेयी स्मृति राज्य स्तरीय फुटबॉल प्रतियोगिता का उद्घाटन मैच बैतालपुर स्थत पंचमुखी हनुमान मंदिर प्रांगण में नेपाल और बलिया के बीच खेला गया। जिसमें नेपाल की टीम ने बलिया को 3:0 से हराकर सेमीफ़ाइनल में प्रवेश किया। मैच के शुरुआती दौर में ही अच्छे तालमेल और छोटे-छोटे पास के ज़रिए नेपाल के खिलाड़ियों ने बलिया की टीम पर दबाव बनाना शुरू कर दिया। इसका नतीजा यह हुआ कि मैच के बीसवें मिनट में नेपाल की टीम के जर्सी नंबर 11 के खिलाड़ी मनीष कुमार ने शानदार गोल कर दिया। बलिया की टीम ने गोल की बराबरी का प्रयास तो किया लेकिन इसी बीच नेपाल के मनीष कुमार ने दूसरा गोल करके अपनी टीम को 2:0 से बढ़त दिया दी। दूसरे हाफ़ के खेल में भी नेपाल की तरफ़ से मनीष ने तीसरा गोल किया। बलिया की टीम शुरू से ही इस दबाव से नहीं उबर सकी और उसका कोई खिलाड़ी गोल करने में सफल नहीं हो सका।
इसके पूर्व कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भारतीय जनता पार्टी के क्षेत्रीय अध्यक्ष सहजानंद राय ने प्रतियोगिता का उद्घाटन करते हुए कहा कि अटल जी के नेतृत्व में भारत ने परमाणु क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल किया। वह एक कुशल राजनीतिक होने के साथ ही शानदार कवि और राष्ट्रीय भावना से भरे हुए थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता और प्रधानाचार्य डाक्टर अजय मणि त्रिपाठी ने कहा कि अटल जी ने भारत को आंतरिक सुरक्षा के सवाल पर जिस प्रकार से मज़बूती दी उस परंपरा को नरेन्द्र मोदी आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं।
कार्यक्रम के संयोजक और भाजपा नेता सिद्धार्थ मणि त्रिपाठी ने स्वागत भाषण करते हुए आगंतुकों के प्रति आभार व्यक्त किया। जबकि मुख्य अतिथि को स्मृति चिन्ह अध्यक्ष अजय कुमार त्रिपाठी ने भेंट किया। संचालन सनत कुमार पांडेय डब्बू ने किया। इस अवसर पर भाजपा ज़िलाध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह, ज़िला पंचायत सदस्य विनय जायसवाल, दीपक द्विवेदी, राजेश मिश्रा, अरविंद पांडेय, जीतेन्द्र सिंह, गिरिजेश मणि, त्रिलोकी जायसवाल, डबलू बरनवाल, अनिरुद्ध सिंह, विजय सिंह, अजय सिंह, उमेश धर द्विवेदी, भरत मणि त्रिपाठी, अश्वनी पांडेय, सतीश उपाध्याय, बजरंगी मणि, कौशल किशोर, प्रदीप जायसवाल प्रमुख रूप से मौजूद रहे। निर्णायक श्रीराम यादव, नीरज कुमार श्रीवास्तव, रामेश्वर कुमार, अशोक कुमार तथा कमेंट्री कृतनाथ मणि ने किया।
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