आईआईटी-जेईई, नीट व अन्य कठिन प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं में उत्कृष्टता हासिल करने के लिए देना होगा उचित मार्गदर्शन और प्रशिक्षण



  • ग्रेविटी रेजीडेंसियल एकेडमी का आगाज, राष्ट्रीय महत्व के संस्थानों के लिए युवा प्रतिभाएं निखारने पर हुई चर्चा 

लखनऊ, उत्तर प्रदेश। राजधानी लखनऊ की प्रतिष्ठित कोचिंग ग्रेविटी क्लासेज और एसोसिएशन ऑफ मुस्लिम प्रोफेशनल्स की ओर से रविवार को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में एक सेमीनार का आयोजन किया गया। इसमें वक्ताओं ने युवाओं को राष्ट्रीय महत्व के संस्थानों में दाखिला दिलाने के लिए तैयार करने पर जोर दिया। इसके अलावा उन्होंने कहा कि आईएनआई हमारे देश में उच्च कुशल व्यक्तियों के विकास और संवर्धन में अहम भूमिका निभा रहे हैं। एम्स, आईआईटी, एनआईटी, आईआईएससी आदि उन चुनिंदा संस्थानों में से हैं, जो अपने उच्च शैक्षिक मानकों और अत्याधुनिक शिक्षण सुविधाओं के लिए जाने जाते हैं। प्रत्येक छात्र और अभिभावक इन प्रतिष्ठित संस्थानों में से किसी एक में दाखिला पाने की उम्मीद करते हैं।

वहीं, एसोसिएशन ऑफ मुस्लिम प्रोफेशनल्स कहा कहना है कि आईएनआई में छात्र प्रवेश बढ़ाने के मकसद से की जा रही पहल ग्रेविटी रेजीडेंसियल प्रोग्राम का भरपूर समर्थन करता है। बताया गया कि ग्रेविटी क्लासेज की ओर से छात्र और छात्राओं के लिए अलग-अलग रेजीडेंसियल कैंपस का आगाज किया जा रहा है।

वक्ताओं ने कहा कि इस मकसद को हासिल करने के लिए, हमारे बच्चों को आईआईटी-जेईई, नीट व अन्य कठिन प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं में उत्कृष्टता हासिल करने के लिए उचित मार्गदर्शन और प्रशिक्षण देना होगा। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि ग्रेविटी क्लासेज ऐसे उम्मीदवारों और उनके परिवारों को उनकी उम्मीदें पूरी करने और कामयाबी हासिल करने में मदद करने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है। इसी उद्देश्य से ही छात्र और छात्राओं के लिए दो अलग-अलग कैंपस का आगाज किया गया है। 

वक्ताओं ने शिक्षा के क्षेत्र में की जा रही ग्रेविटी क्लासेज की कोशिशों की सराहना भी की। जेईई-2024 के द्वितीय चरण में सफलता पाने वाले ग्रेविटी के 600 से अधिक बच्चों की कामयाबी का जिक्र भी यहां किया गया। सेमिनार में इंटीग्रल यूनिवर्सिटी के चांसलर प्रो. एस डब्ल्यू अख्तर मुख्य अतिथि रहे। दारुल उलूम नदवातुल उलेमा के मौलाना बिलाल अब्दुल हई हसनी ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। 

विशिष्ट अतिथि यूपी के पूर्व डीजीपी जावीद अहमद, केजीएमयू के प्रोफेसर डाॅ. कौसर उस्मान, एएमपी के अध्यक्ष आमिर इदरीशी व ध्येय आईएएस के निदेशक कमरुल हक खान ने विचार रखे। एएमपी के सेंट्रल इंडिया जोन हेड सैयद शोएब और पल्स हाॅस्पिटल के निदेशक डाॅ. अब्दुल अहद ने विचार रखे। डाॅ. शहनवाज खान ने भी सेमिनार को संबोधित किया। ग्रेविटी क्लासेज के निदेशक मो. अशफाक ने भी आभार जताया।

अन्य खबरों को पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें - 

चिकित्सा विशेष : हीमोफीलिया एक जन्मजात आनुवंशिक बीमारी - प्रो. मनोज कुमार 

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ