मांस, मछली, अंडा मत खाना और शराब जैसा बुद्धि नाशक नशा का सेवन मत करना : बाबा उमाकान्त



जोधपुर (राजस्थान)। भारत के भविष्य- नौजवानों की चिंता करने वाले, उनके जीवन को बर्बाद करने वाली विदेशियों की योजना को सबको बताकर बचाने का मौक़ा देने वाले, नशामुक्ति का सन्देश देने वाले, वक़्त के पूरे देहधारी समर्थ सन्त सतगुरु दुःखहर्ता, उज्जैन वाले बाबा उमाकान्त जी महाराज ने पूर्णिमा सतसंग कार्यक्रम में अधिकृत यूट्यूब चैनल जयगुरुदेवयूकेएम पर लाइव प्रसारित संदेश में बताया कि मांस, मछली, अंडा मत खाना और शराब जैसा बुद्धि नाशक नशा का सेवन मत करना। जिससे आदमी होश में नहीं रह जाता है, वह कोई भी चीज आप न खाना न पीना, चाहे शराब, अफीम, कोकीन, गांजा, भांग, चाहे नशीली गोलियां जो बहुत आ गई बाजार में। अब तो ऐसी-ऐसी दवाइयां, पाउडर आ गए 10 ग्राम का पाउडर 30-40 हजार का, 1 किलो का पाउडर 1 करोड रुपए का, ऐसा नशे का बना दिया। विदेश से भारत के होनहार बच्चों के लिए आ रहा। सबसे बड़ी दुश्मनी, इस तरीके से वह अदा कर रहे हैं की पता भी न चले।

पद, पैसा आ जाने पर आने वाली कमियों से बचो

पहले राजा लोग एक-दूसरे के ऊपर हमला कर देते थे और लूटपाट करके ले आते थे। जब देखते थे कि कोई राजा जबरदस्त हो गया है, कभी भी हमारे ऊपर हमला कर सकता है, उसकी कमियों का पता लगते थे। पद पैसा वाले आदमी की कमी क्या हो जाती है? जिस चीज से बचना चाहिए, उसी में आदमी फंस जाता है। जैसे पद, पैसा का दुरुपयोग करने लगता है, फिर पर नारी पर उसकी नजर चली जाती है फिर सर्वनाश का रास्ता खुल जाता है।

पहले शत्रु राजा को बिना तीर तलवार के कैसे मार देते थे

राजा लोग भोगी होते थे जो कमजोर राजा होते थे। जैसे कोई लड़की पैदा हुई, उसको थोड़ा-थोड़ा जहर पिलाने लगते थे। तो हजम करते-करते उसका पेट का मैदा उसी तरह का हो जाता था। दारू पिलाने, नशा कराने वाले क्या करते हैं? पहले थोड़ा-थोड़ा पिलाते हैं। वही जब बर्दाश्त कर लेता तो बोतल का बोतल पी जाता है। पहले एक-एक, दो चम्मच किसी चीज में डाल देते हैं, शरबत, कोका-कोला, तमाम पेय पदार्थ में डाल देते हैं। तो कन्या जब तैयार कर लेते थे, जिनके अंग-अंग में जहर पैदा हो जाता था, उनको राजा के यहां भेज देते थे। सेवा में पहुंच जाती थी। झाड़ू लगाती, कपड़ा धोती, दोस्ती कर लेती, रसोई में घुस जाती और भोजन बनाकर के खिलाते हैं, अपना जूठा उसी में डाल देती, जहर हो जाता था। तो भी मृत्यु नहीं हुई तो राजा से प्रेम कर लेती। राजा भोग करता था उनसे, खत्म हो जाता था। बिन मारे बैरी मरे, बिना तीर-तलवार के मार देती।

सर्वनाश करने वाला नशे का सेवन मत करना

गुरु महाराज ने बताया कि अगर ध्यान नहीं रखोगे तो नौजवानों की जवानी बर्बाद हो जाएगी। यही हाल नशेबाजी का रहा तो कुछ दिन के बाद यह पागलों की तरह से इधर-उधर भटकते, फिरेंगे, रोड पर नंगे नाचेंगे, गाड़ी ट्रेन को रोकने के लिए आगे खड़े हो जाएंगे, कटकर मर जाएंगे। इसलिए बच्चे-बच्चियों का ध्यान रखो। ऐसे नशे का आप लोग सेवन मत करना। लोगों को भी बताना। जो सर्वनाश करने वाला है, उस नशे का सेवन मत करना।

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