इटवा तहसील में राजकीय बालिका इंटर कॉलेज व डिग्री कॉलेज न होने की वजह से छात्राएं परेशान


राजेश शास्त्री

सिद्धार्थ नगर। देश की प्रगति के लिए सबसे अहम भूमिका शिक्षा की होती है। शिक्षा के बिना जीवन अधूरा है। कहा जाता है प्रथम गुरु मां होती है, जब मां ही पढ़ी लिखीं नहीं होगी तो संतान कैसे शिक्षित होगा इस सब की परेशानी का एक कारण यह भी है कि इटवा तहसील में राजकीय बालिका इंटर कॉलेज व डिग्री कॉलेज नहीं है।

जिसकी वजह से बालिकाओं को कई किलोमीटर घर से दूर जाना पड़ता है इसलिए छात्राएं प्राइवेट कालेज मे प्रवेश ले लेती है और स्कूल कॉलेज प्रतिदिन नहीं जाती घर बैठकर पढ़ाई करती है सिर्फ परीक्षा देने जाती है कुछ छात्राएं तो इंटर भी उत्तीर्ण नहीं कर पाती और कुछ तो इंटर उत्तीर्ण करके ग्रेड्यूशन नहीं कर पाती है।

आजकल की घटनाओं को देखते हुए कोई माता-पिता बाहर नहीं भेजना चाहते पढ़ने के लिए इसलिए कोई छात्रा तो इंटर उत्तीर्ण करके पढ़ाई नहीं कर पाती और कुछ इंटर भी उत्तीर्ण नहीं कर पाती। इसलिए केंद्र सरकार और राज्य सरकार से विनम्र निवेदन है कि इटवा तहसील में राजकीय इंटर कॉलेज व डिग्री कॉलेज की जल्द व्यवस्था को जाए। कुछ महीनों पहले विस्कोहर बाज़ार मे राजकीय डिग्री कॉलेज की नींव पड़ी लेकिन अभी तक निर्माणाधीन ही बनी हुई है।

   

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