अरविंद श्रीवास्तव, ब्यूरो चीफ
बांदा। सूखे ने बुंदेलखंड को तबाही के उस मुकाम पर लाकर खड़ा कर दिया था जहां से वापस लौटने पर लंबा संघर्ष जारी है बावजूद इसके कुरूना के संक्रमण काल ने आम आदमी को तोड़ कर रख दिया। ऐसे में जनपद से सटे कई इलाकों में बांदा कोविड-19 सपोर्ट ग्रुप में रोज खाने कमाने वाले मलिन बस्ती से लेकर पगडंडियों तक में गुजर-बसर करने वाले सैकड़ों चूल्हो को गर्म रखने में मदद करने का काम किया है।
बलखंडी नाका से लेकर कई बार अलीगंज समेत काशीराम कॉलोनी पहला तिंदवारी बिसंडा इलाकों में पहुंचने के लिए मुख्य मार्ग से कच्ची सड़क पर चलना पड़ेगा जहां गांव के कई कस्बे सन्नाटे में डूबे हैं सपोर्ट ग्रुप की ममता पांडे ने बताया कि पिछले 4 दिनों से यह वितरण सेवा जारी है ऐसे में इन मुस्लिमों के बीच ग्रुप की सूखी राशन सामग्री परेशान चेहरों में सुकून देती नजर आती हैं।
मुस्लिमों के बीच समाजवादी पार्टी के नगर अध्यक्ष प्रदीप निगम लाला, योग गुरु प्रकाश साहू व बार एसोसिएशन के प्रवीण निगम एडवोकेट सहित बुंदेलखंड कनेक्ट के समन्वय अरुण निगम ने तकरीबन तीन दर्जन परिवारों को सूखा राशन किट वितरित की जिसमें आवश्यकता की सभी सामग्रियां शामिल है।
इसमें कई ऐसी महिलाएं भी थी जो विधवा हो चुकी है और पड़ोस के लोगों से खर्च चलाने के लिए कर्जदार हो गई तो कुछ कर लॉकडाउन ने काम धंधा छीन लिया ग्रुप के देवेंद्र कुमार व राजेंद्र कुमार बताते हैं कि गांव की स्थिति ठीक नहीं है मनरेगा योजना से जैसे तैसे लोगों को काम मिल जाता था लेकिन लॉकडाउन में भुखमरी की कगार पर खड़ा कर दिया है मुफलिसो के बीच राशन बांटने से सचमुच सुख मिल रहा है।
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