ईस्ट न्यूज ब्यूरो
छतरपुर। कोरोना संक्रमण काल में एनएसएस की भूमिका सराहनीय रही है। इसमें मानवीयता के कई उदाहरण सामने आए हैं। रक्तदान से किसी की भी जान बचाई जा सकती हैं। रक्तदान से बढ़कर कोई अन्य दान नहीं होता। रक्तदान के ऐसे पुनीत कार्य शासकीय महाराजा महाविद्यालय में पढ़ने वाली राष्ट्रीय सेवा योजना की स्वयंसेविका पलक बिश्वरि ने पहली बार रक्तदान किया। खास तौर से लॉकडाउन एवं कर्फ्यू के चलते जब शहर में मरीजों की संख्या तेजी बढ़ती जा रही है। ऐसे में राष्ट्रीय सेवा योजना की स्वयंसेविका पलक ने रक्तदान किया। महामारी जैसे समय में जब संपूर्ण लॉकडाउन है।
पलक ने बताया कि यह जानकारी मुझे एनएसएस के स्वयंसेवक नीलेश तिवारी ने जानकारी दी AB पॉजिटिव ब्लड की सख्त आवश्यकता है तो महामारी में पलक बिश्वरि ने जिला अस्पताल में अपना रक्तदान देकर उसके बाद महिला ने और इस बच्चे को नया जीवन दिया सभी से आग्रह है कि ऐसी महामारी ऐसे संकट में सभी एक दूसरे की मदद करें जितनी ज्यादा से ज्यादा हो सके मदद करें रक्तदान से बढ़कर कोई पुण्य काम नहीं होता है। इस मौके पर नीलेश तिवारी, वैशाली सोनी स्वयंसेवक मौजूद रहे।
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