प्रतीकात्मक चित्र |
- पत्रकारों पर फर्जी कार्यवाही करने के लिए सदैव तत्पर नानपारा पुलिस
- तथाकथित बीजेपी नेता की फर्जी शिकायत पर की गई कार्यवाही
- तथाकथित बीजेपी नेताओं का संगठन से कोई वास्ता नहीं-श्याम करण टेकड़ीवाल
अरबिंद श्रीवास्तव, ब्यूरो चीफ
बहराइच। जनपद की कोतवाली नानपारा पुलिस ने इंडियन रिपोर्ट्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष पर फर्जी तहरीर के आधार पर धारा 107/116 के तहत कार्यवाही कर दी है। ज्ञात हो कि अब्दुल रहीम पुत्र कलूटे उर्फ जब्बार खान निवासी चीनी मिल गुलालपुरवा नानपारा खुद को भारतीय जनता पार्टी समर्थक मोर्चा का प्रदेश अध्यक्ष बताता है अपनी पत्नी और भाई जो कि खुद को बीजेपी समर्थक मोर्चा का ज़िलामहामंत्री बताता है की पत्नी की तरफ से फर्जी आरोप लगाते हुए प्राथना पत्र कोतवाली नानपारा में दिया।
जिसको लेकर तत्काल हेड कॉन्स्टेबल विनय मौर्या अन्य एक कांस्टेबल के साथ उनके आवास पर पहुँच गए और अपनी वर्दी की धौंस दिखाते हुए कहा कि तुम्हारे खिलाफ तहरीर दी गई है। ऐश जहां और सिमरन के नाम से तो ईरा अध्यक्ष ने पूछा कि यह लोग कौन है मैं जानता भी नहीं हूं तो पुलिस कर्मियों ने अब्दुल रहीम का नाम बताया कि यह लेकर आया था कोतवाली चलो तो पत्रकार ने कहा कि ऐसे ही कोई फर्जी तहरीर दे तो आप लोग कोतवाली ले जाने के लिए आ जाते हैं।
पहले मामले की जांच पड़ताल करें कि सही है या गलत है तो पुलिस कर्मियों ने रहीम को फोन करना शुरू कर दिया और रहीम ने फोन अपना बंद कर लिया ईरा प्रदेश अध्यक्ष राशिद अली ने पुलिस कर्मियों को बताया कि अब्दुल रहीम पूर्व में उनके संगठन ईरा से जुड़ा था और अवैध कार्यों में लिप्त होने के कारण उसे संगठन से निकाल दिया गया था इसी कारण रंजिशन फर्जी तहरीर दूसरे के जरिये दिलवाई है।
जिससे उनकी छवि को खराब कर सके कोई मामला है ही नहीं तो पुलिस कर्मी जबरन कोतवाली चलने को कहने लगे इस ईरा अध्यक्ष ने कहा कि कोतवाली प्रभारी से बात करा दो अगर वह बोलते हैं तो मैं चलने को तैयार हूं तो पुलिस कर्मी धमकी देते हुए गए कि अभी मुकदमा दर्ज करवाता हूँ और रंजिश में फर्जी तहरीर पर ईरा प्रदेश अध्यक्ष पर धारा 107/116 की कार्यवाही कर दी है।
प्रदेश अध्यक्ष अली ने कहा कि कोर्ट और शासन के लाख दिशा निर्देश जारी किए जाने के बाद भी पुलिस पत्रकारों का उत्पीड़न बंद नहीं कर रही है कोई भी पत्रकार अगर किसी मामले में तहरीर दे तो पुलिस उसकी गहनता से पड़ताल करती है।
उसके बाद कोई भी कार्यवाही नहीं करती है और अगर कोई भी व्यक्ति फर्जी तहरीर पत्रकार के विरुद्ध दे दे तो तत्काल पुलिस पत्रकारों के घरों का अपमानित करने के लिए व चक्कर लगाना शुरू कर देती है और बहुत तेज़ी से मुकदमा दर्ज करने की कार्यवाही बिना छानबीन के शुरू कर देती है।
पुलिस ने इस कार्यवाही में जिन दो गवाह समसुद्दीन व प्रमोद वर्मा का नाम दिखाया है उनको पत्रकार जानते तक नहीं है फर्जी गवाह भी पुलिस ने दिखा दिए हैं ईरा प्रदेश अध्यक्ष राशिद अली ने कहा कि देश मे लगता है कि कानून व्यवस्था बची ही नहीं है और पुलिस द्वारा पत्रकारों का उत्पीड़न कभी भी बंद नही किया जाएगा।
प्रदेश अध्यक्ष अली ने बताया कि उक्त प्रकरण की जानकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष अभय सिंह महासचिव मोहम्मद जहांगीर को दे दी गई है राष्ट्रीय महासचिव ने सभी प्रदेशों के अध्यक्षों को इस संबंध में अपने अपने प्रदेश में विरोध प्रदर्शन करने का आदेश जारी कर दिया है।
"तथाकथित इन नेताओं का भारतीय जनता पार्टी से कोई भी वास्ता नही है और बीजेपी समर्थक मोर्चा बीजेपी का कोई भी संगठन नहीं है। अगर इनके विरुद्ध कोई शिकायत मुझे प्राप्त होती है तो मैं संगठन स्तर से इन तथाकथित नेताओं पर कार्यवाही करूँगा।" - श्याम करण टेकड़ीवाल, जिलाध्यक्ष, भारतीय जनता पार्टी, बहराइच
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