- भाजपा सरकार की नीतियों के विरुद्ध उग्र प्रदर्शन
- समाजवादियों ने लगाए सरकार विरोधी नारे
बांदा। गुरूवारर को पंचायत चुनाव में धांधली के विरोध में प्रदेशव्यापी प्रदर्शन के तहत आज समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देशन पर ब्लाक प्रमुख एवं जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव में लोकतंत्र की की गई हत्या, महिला उत्पीड़न, बिगड़ती कानून व्यवस्था ,बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी, स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली व कार्यकर्ताओं पर फर्जी केस लगाने व अन्य मुद्दों के विरोध में जनपद के समाजवादियों ने प्रदर्शन कर मांगो का ज्ञापन एसडीएम सदर को दिया। जनपद बांदा में जिला अधिकारी कार्यालय में भारी संख्या में समाजवादियों ने पहुंचकर से ज्ञापन दिया। इस दौरान भारी संख्या में पुलिस बल उच्चाधिकारियों सहित मुस्तैद रहा।
ज्ञापन देने में मुख्य रूप से जिलाध्यक्ष विजय करन यादव,पूर्व जिलाध्यक्ष इमरान अली राजू, पूर्व जिलाध्यक्ष शमीम बांदवी, पूर्व जिलाध्यक्ष बी.पी. यादव, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष शकील अली, ओम नारायण त्रिपाठी ष्विदितष्,जिला उपाध्यक्ष प्रदीप यादव, प्रियांशु गुप्ता जिलाकोषाध्यक्ष,वरिष्ठ अधिवक्ता अशोक दीक्षित, यूथ ब्रिगेड से राजन चंदेल, मुशीर अहमद जिलाध्यक्ष अल्पसंख्यक, सुरेंद्र मिश्र जिलाध्यक्ष अधिवक्ता, द्वारिका यादव, महिलासभा जिलाध्यक्ष उर्मिला वर्मा, नगर अध्यक्ष नीलम गुप्ता, मुलायम यादव, अशोक श्रीवास, लाखन सिंह, आशीष श्रीवास्तव, दिनेश यादव, अर्जुन यादव, प्रदीप परिहार, श्रीकांत यादव, अर्जुन यादव, सलिल यादव सहित सुशील त्रिवेदी व लक्ष्मीकांत शुक्ला आदि वरिष्ठ समाजवादी नेता मौजूद रहे।
पंचायत चुनाव में धांधली के विरोध में सपाईयों का जोदार प्रदर्शन
तहसील परिसर पर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता एवं पदाधिकारियों के द्वारा मौजूदा सरकार में हो रही लोकतंत्र की हत्या,बिगड़ी कानून व्यवस्था बेरोजगारी ब्लाक प्रमुख के चुनाव मेघाघली को लेकर प्रदर्शन किया गया। उप जिलाधिकारी के माध्यम से 16 सूत्रीय ज्ञापन राष्ट्रपति को भेजा
आज गुरूवार को तहसील परिसर में समाजवादी पार्टी द्वारा विभिन्न समस्याये को लेकर16 सूत्रीय ज्ञापन उप जिलाधिकारी महेंद्र प्रताप के माध्यम से राष्ट्रपति को भेजा पूर्व विधायक विशंभर सिंह यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव एवं पार्टी के आवाहन पर आज समाजवादी पार्टी द्वारा तहसील मे जोरदार प्रदर्शन कर सरकार के खिलाफ कहा कि जो जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव व ब्लाक प्रमुख के चुनाव सीधे जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक चुनाव लड़ रहे थे।
मनमानी ढंग से अन्य पार्टी के नामांकन पत्र को कैंसिल किया गया। यह लोकतंत्र की हत्या है और इस सरकार में लोकतंत्र की हत्या हुई हैं, वहीं सरकार के द्वारा बेरोजगारी महंगाई आदि समस्याओं को लेकर प्रदर्शन किया गया है पूर्व मन्त्री शिवशंकर सिह पटेल ने कहा कि इस सरकार मे भ्रष्टाचार बढा हुआ है सरेआम लोकतन्त्र की हत्या हो रही है इस सरकार मे कोई सुने वाला नही ऐसी सरकार को उखड फेंकना है इस प्रदर्शन में समाजवादी पार्टी को रोकने को लेकर चारों तरफ सड़कों पर पुलिस के द्वारा बैरिकेडिंग लगा दी गई, और किसी को आने नही दिया गया।
इस मौके पर पूर्व मंत्री शिवशंकर सिंह पटेल, पूर्व विधायक विशंभर सिंह यादव, डा० रामऔतार शिवहरे ,पूर्व चेयरमैन सूर्यपाल सिंह यादव, जिला पंचायत सदस्य इन्द्रजीत यादव , विधानसभा अध्यक्ष लाखन निषाद ,दिलीप सोनी , राम भवन चन्द्र वसी, ज्ञानसिह यादव, राजेन्द्र सिह, अखिलेश पाल, केके महन्त पुत्तनसिह जयकिशन जैकी, मूलचन्द्र अर्चना पटेल सहित तमाम कार्यकर्ता मौजूद रहेवही सुरक्षा की दृष्टि से उप जिलाधिकारी महेंद्र प्रताप, क्षेत्राधिकारी सियाराम, मरका थाना प्रभारी रामआसरे सरोज,कमासिन थाना प्रभारी राम आश्रय, बिसंडा थाना प्रभारी नरेंद्र प्रताप सिंह, बबेरू कोतवाली प्रभारी विनोद कुमार, सहित चारों थाना का भारी संख्या पर पुलिस फोर्स मौजूद रहा।
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में धांधली को लेकर सपाइयों ने एसडीएम को दिया ज्ञापन
प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के अंतर्गत जिला पंचायत अध्यक्ष ब्लाक प्रमुख के चुनाव में गुंडागर्दी और लोकतंत्र की हत्या भाजपा राज में हुई उसकी कोई कल्पना नहीं थी। 8 जुलाई 2001 को प्रमुख पद के नामांकन के समय विपक्ष के प्रत्याशी प्रस्ताव को समर्थकों महिलाओं के साथ शर्मनाक घटना अभद्रता और पूर्व स्पीकर श्री माता प्रसाद पांडे के साथ धक्का-मुक्की और उन्हें चोट पहुंचाने की कोशिश इन घटनाओं से जाहिर है कि स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव के बाद भी मानी है।
3 जुलाई 10 जुलाई को जिला पंचायत एवं ब्लाक प्रमुख के चुनाव में सत्ता पक्ष के प्रत्याशियों को जिताने के लिए शासन का दुरुपयोग कर कई कदम आगे निकल चुकी है। वहीं कृषि कानून महिलाओं से दुर्व्यवहार स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली और समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर कैसे लगाएं और प्रशासन द्वारा सत्ता के दुरुपयोग की ओर भी आकर्षित करने को लेकर आवाज बुलंद की।
वहीं समाजवादी पार्टी ने महामहिम राष्ट्रपति के नाम भेजे गए ज्ञापन में एसडीएम पैलानी रामकुमार एवं सी ओ सदर सत्य प्रकाश शर्मा की मौजूदगी में तहसील परिसर में 16 सूत्री मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा इसमें किसानों को उनकी फसल का लाभकारी मूल्य दिया जाए। न्यूनतम समर्थन मूल्य एमएसपी की गारंटी दी जाए प्रदेश में किसानों के गन्ने का बकाया भुगतान 15000 करोड़ों रुपए तत्काल दिए जाएं किसानों पर जो काला कृषि कानून थोपा जा रहा है।
उसे तत्काल वापस लिया जाए बढ़ती महंगाई डीजल पेट्रोल रसोई गैस खाद बीज कीटनाशक दवाएं कृषि यंत्र पर रोक लगाई जा बेरोजगार नौजवानों को रोजगार दिया जाए उत्तर प्रदेश किया जाए महिलाओं के साथ हो रहे अपराध पर रोक लगाई जाए तत्काल बंद किया जाए। ज्ञापन देने वालों में विधानसभा अध्यक्ष अमर सिंह यादव अशोक सिंह और दीपक सिंह और मनोज निगम अच्छेलाल निषाद अमर सिंह यादव रामनरेश यादव सेक्टर प्रभारी विजय सिंह यादव तालिब खान रामपुर आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे।
विरोध प्रदर्शन करने जा रहे सपाइयों को किया नजरबंद
गुरुवार को भाजपा सरकार के खिलाफ लोकतंत्र की हत्या, धांधली, बिगड़ती कानून व्यवस्था, बढ़ती महंगाई व महिलाओं से दुर्व्यवहार के विरोध में तहसील मुख्यालय पर प्रदर्शन व ज्ञापन देने जा रहे सपाइयों को स्थानीय प्रशासन ने नजरबन्द किया। जिसमें जिला उपाध्यक्ष ब्रजेश सिंह पटेल के आवास में जिला उपाध्यक्ष लोहिया आकाश कान्हा, विमल द्विवेदी सहित तमाम कार्यकर्ताओं को नजर बंद कर तहसील जाने व विरोध करने से प्रशासन ने रोक दिया।
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