सूरज सिंह, विशेष संवाददाता
बाराबंकी। हनुमान मंदिर के पुजारी की हत्या का खुलासा पुलिस ने कर दिया। शुक्रवार को एएसपी दक्षिणी मनोज कुमार पाण्डेय ने पत्रकारों से वार्ता करते खुलासा किया है। वार्तालाप करते हुए एएसपी ने बताया कि बीती 25/26 मई की मध्यरात्रि टिकैतनगर थानाक्षेत्र खमौली स्थित हनुमान मंदिर में वर्ष 2018 से पुजारी के रूप रामसनेहीघाट थानाक्षेत्र के भुडेहरी गांव निवासी सुरेश चंद्र चौहान की निर्मम हत्या करके शव को मंदिर परिसर में ही स्थित उनके बिस्तर पर रक्तरंजित अवस्था मे पड़ा हुआ पूजा करने आये एक श्रद्धालु ने देखा तो उसके होश उड़ गए और श्रद्धालु चीखते वहां से भगा और लोगों को पुजारी के शव पड़े होने की जानकारी दी।लोगों को जानकारी होने के बाद आस-पास के इलाके में ख़बर जंगल में आग की तरह फैल गई। सूचना मिलने पर स्थानीय टिकैतनगर पुलिस के साथ एसपी यमुना प्रसाद, सीओ रामसनेहीघाट पंकज कुमार सिंह, कोतवाल टिकैतनगर नारदमुनि सिंह समेत भारी पुलिस महकमा खमौली गांव पंहुचा। एसपी यमुना प्रसाद ने 24 घण्टो के अंदर खुलासा कर देने की बात कही थी।
स्थानीय कोतवाल समेत पुलिस की टीमो को खुलासे के लिये गठित कर दिया। लेकिन पर्याप्त सबूत न मिल पाने के कारण हत्यारे तक पंहुचकर पुलिस पीछे हटती रही। सर्विलांस और मैनुअल इंटेलिजेंस के बाद पुलिस हत्यारे सराय बरई निवासी चौराहे पर मृतक पुजारी घटना वाली शाम को अपनी साइकिल से पंहुचे थे और कहा था कि आज अपना गेहूं बेचकर आया हूं जो गेहूं बेचने के बाद रुपये मिले हैं 10 हजार व सुबह जाकर रामसनेहीघाट में स्थित बैंक खाते में रुपये जमा करके आऊंगा वहां पर पहले से खड़े हत्यारोपी देशराज पुत्र स्वर्गीय सम्पत राम वहीं पर खड़ा हुआ था और उसे रूपयों की खास जरूरत थी क्योंकि एक व्यक्ति ने पहले उससे कह रखा था कि 50 हजार रुपए दे दो मै तुम्हारी शादी करवा दूंगा। वहीं पास में चौराहे पर लगे सीसीटीवी में हत्यारोपी साफ साफ दिखाई दिया जिसके बाद पुलिस ने उसके बारे में पता लगाना शुरू किया तो पुलिस को उसके विरुद्ध पर्याप्त साक्ष्य मिल गए।
पुलिस ने तत्काल उसको उठाकर गहनता से पूंछताछ शुरू की तो उसने अपने मुंह से अपना जुर्म स्वीकार कर लिया और बताया कि मेरी आर्थिक स्थिति काफी खराब है शादी भी नही हो पा रही है वहीं एक व्यक्ति ने मेरी मदद के लिये कहा कि मुझे 50 हजार रुपये दे दो तो मै तुम्हारी शादी करवा दूंगा मै शराब का लती हो गया हूं शराब का जुगाड़ न हो पाने पर धतूरे के बीज का भी सेवन कर लिया करता हूं और उस दिन पुजारी ने अपने मुंह से कहा था कि 10 हजार रुपये मेरे पास में हैं सुबह में रामसनेहीघाट बैंक जाकर जमा कर आऊंगा। लालच बस मै हनुमान मंदिर पंहुचा और पुजारी का पैसा लेने के नियत से उनके कमरे में घुस गया और सो रहे पुजारी जग गए जिससे वो मुझे पहचान न पाए पास में रखा सरिये से उनके ऊपर प्राण घातक प्रहार कर दिया जिससे उनकी मौत हो गई मै हत्या वाले दिन भी शराब के नशे में था। और उनकी जान चली गई।
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