सिद्धार्थनगर। सरहद से सटे आयशा गर्ल्स कॉलेज, झंडानगर, वार्ड नंबर 3, कृष्णानगर नगर पालिका, कपिलवस्तु में शनिवार को मुस्लिम आयोग दुआरा आगामी जनगणना पर एक जन जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि मुस्लिम आयोग के सदस्य मिर्ज़ा अरशद बेग उपस्थित रहे। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि जनगणना में सभी मुस्लिम भाग लें। जब सरकार के पास आपके जनसंख्या का सही आंकड़ा होगा तब सरकार उसी अनुसार समुदाय के उत्थान एवं विकास हेतु नीति बनाएगी। उन्होंने कहा कि मुस्लिम आयोग मुस्लिम समुदाय शैक्षणिक व सामजिक विकास के लिए प्रतिबद्ध है। आपके सुझावों अनुसार आगे बढ़ेगा।
वहीं, विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद नेपाल मुस्लिम इत्तेहाद संगठन के केंद्रीय अध्यक्ष सेराज अहमद फारूकी ने कहा कि मुस्लिम समुदाय को जनगणना में पूरी जिम्मेदारी से भाग लेना चाहिए। उन्होंने ने कहा कि इसे आंदोलन के रूप में घर-घर तक ले जाने की ज़रूरत है। जनगणना के विभिन्न कॉलम को बहुत सावधानी पूर्वक भरा जाना चाहिए।
जबकि राष्ट्रीय मदरसा संघ नेपाल के अध्यक्ष व विशिष्ट अतिथि डॉ. अब्दुल गनी अलकुफी ने मुस्लिम समुदाय से उर्दू को जनगणना में पहली भाषा के रूप में शामिल करने और बच्चों का नाम मुस्लिम सभ्यता और संस्कृति के नाम पर रखने का आग्रह किया। उन्होंने ऐसे समय में भी जनगणना पर जन जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने में मुस्लिम आयोग के काम की सराहना की और मुस्लिम समुदाय के सभी सदस्यों से जनगणना में भाग लेने की अपील की।
उन्होंने आयोग से कहा कि नेपाल का राष्ट्रीय मदरसा संघ हमेशा आपके साथ है। सभी मुसलमानों को आयोग के माध्यम से अपने मौलिक अधिकारों की लड़ाई लड़नी चाहिए। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय मदरसा संघ के महासचिव मौलाना मशहूद खान नेपाली ने कहा कि धार्मिक स्थलों के बजट में मुस्लिम समुदाय के साथ भेदभाव किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पूरे मुस्लिम समुदाय को एक साथ आगे आना चाहिए।
इण्डो नेपाल सामजिक मंच के अध्यक्ष व जसपा के प्रदेश प्रवक्ता अकरम पठान ने कहा कि उन्होंने लुंबिनी में एक मदरसा बोर्ड बनाने की मांग की है। पठान ने कहा कि मुस्लिम समुदाय के हर फर्ज को अपनी ज़िम्मेदारी समझनी होगी और जनगणना में भाग लेना होगा। उन्होंने मुस्लिम आयोग को जनगणना के बारे में जन जागरूकता फैलाने का सुझाव दिया। कार्यक्रम के अध्यक्ष व मुस्लिम आयोग के सदस्य मोहम्मद दीन अली ने कहा कि मुस्लिम आयोग वक्ताओं के सुझावों पर अमल करते हुए आगे बढ़ेगा। आप समय समय पर अपने सुझाव हमे देते रहिए।
उन्होंने कहा कि मुस्लिम समुदाय को जनगणना में भाग लेना चाहिए और मुस्लिम समुदाय के सभी सदस्यों को मुस्लिम आयोग को आगे ले जाना चाहिए। कार्यक्रम को सीनियर सहाफी और शायर ज़ाहिद आज़ाद झंडानगरी ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर हाजी अब्दुल कलाम खान, महताब आलम, अब्दुल नूर, मौलाना जहीर अहमद बरेलवी, साजिद, एम्बार्क इंटरनेशनल के अध्यक्ष मिर्ज़ा राशिद बेग, मुश्ताक खान, तारिक़ अज़ीज़ आदि के अलावा मुस्लिम समुदाय के प्रबुद्धजन मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन सगीर ए खाकसार ने किया।
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