सहयोग समूह कोविड-19 से जुड़े है, 9 युवा जिला में कर रहे मरीजों की मदद

परिजनों का फोन आते ही, ब्लड, दवाई की व्यवस्था में जुट जाते है ये युवा

छतरपुर। कोरोना की दूसरी लहर के बीच संक्रमित होते है, जिला अस्पताल में कहीं एक्सीडेंट, कहीं डिलीवरी एवं बड़ी बड़ी बीमारियां आए दिन केस जिला अस्पताल में आते हैं । परिजन अस्पताल लेकर आते हैं और भटकते हैं। ऐसे में शहर के युवाओं का एक ग्रुप सहयोग के लिए आगे आ रहा है। यह सभी युवा शासकीय महाराजा महाविद्यालय छतरपुर में अध्ययन कर रहे हैं। राष्ट्रीय सेवा योजना का नाम लेकर परिजनों की मदद करते हैं। इस महामारी में सभी युवा 24 घंटे अपनी सेवाएं देने के लिए तैयार है। कोरोना महामारी में लगातार अपनी सेवाएं दे रहे हैं।

वैक्सीन सेंटर पर, कोरोना के प्रति जागरूकता अभियान, दीवाल स्लोगन, मास्क, सेनेटाइजर वितरण, अभियान, रोको रोको अभियान, टीका उत्सव, महा टीकाकरण अभियान,साथ में एनएसएस पाठशाला गरीब बच्चों फ्री कोचिंग पढ़ाना, वृक्षारोपण कार्यक्रम, पोषण अभियान, यह युवा लगातार  भारत सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा चलाए जा रहे अभियान में जागरूकता अभियान चलाते है। युवाओं कार्य एवं समाज सेवा का लाभ को देखते हुए जिले के कलेक्टर श्री शैलेंद्र सिंह  जी द्वारा को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया है। परिजनों के फोन आते ही ब्लड, दवाई भोजन की व्यवस्था में जुट जाते हैं। 

रात एक बजे एक्सीडेंट में 23 लोगो कराया था भर्ती

नीलेश तिवारी

बीएससी द्वितीय वर्ष का छात्र हूं। कुछ ऐसी कॉल भी आए जिसको सुनकर रोंगटे खड़े हो जाते थे ऐसे ही एक मामला महोबा बाईपास रोड पर जटाशंकर से यूपी जा रहे श्रद्धालुओं का ऑटो और टैक्टर की भिड़ंत हुई थी जिसमें 25:30 लोग घायल हुए थे। उनको तुरंत 108 की मदद से जिला अस्पताल ले जाकर उनको भर्ती करवाया और परिजनों को सूचना दी हमें खुशी है हमने इतने लोगों की जिंदगी बचाई।

27 मरीजों के लिए कराया ब्लड डोनेट

सोयल पूरी गोस्वामी

इस कोरोना महामारी में ब्लड बैंक में ब्लड नहीं होने के कारण परिजन काफी परेशान होते हैं। इस महामारी में कोई भी अपने घर से निकलने में डर रहा था। लेकिन यह युवा बहुत संघर्ष से परिजनों की कर रहे थे मदद युवाओं ने सभी के नंबर एकत्रित करते हुए जैसे है जिसका फोन आया उसके लिए कर देते थे ब्लड की व्यवस्था।

इस महामारी लगभग 50 बच्चो को फ्री दी ट्यूशन

पलक विस्वारी

महामारी में जब सभी स्कूल कॉलेज बंद थे इसमें शिक्षा पर कोई असर ना पड़े तो इन युवाओं ने मोहल्ले बस्तियों में जाकर बच्चों को फ्री ट्यूशन पढ़ाई। साथ में ऐसी भी घटना सामने आए जिसमें संपूर्ण लॉक डाउन होने के कारण सब अपने घर में थे जिसमें काफी परेशानी हुई कुछ परिवार ऐसे थे जो अपने बच्चों को पुस्तक नहीं दिला सकते थे। ऐसे में इन युवाओं ने  पेन कॉपी वितरित की।




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