शिवम सिंह, संवाददाता
बांदा/जसपुरा। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार चाहे जितने दावे करें की गरीब तबके के बच्चों के लिए स्कूलों में समय से व्यवस्थाएं की जा रही हैं लेकिन बांदा जिले में कोटेदार और विद्यालय के प्रधानाध्यापक द्वारा बच्चों का हक मिलकर बंदरबांट करते नजर आ रहे हैं। आपको बताते चलें कि पूरा मामला जसपुरा विकासखंड के ग्राम पंचायत आमारा का है। जहां पर आमारा ग्राम पंचायत क्षेत्र में 9 विद्यालयों का खाद्यान्न कोटेदार राजेंद्र प्रसाद द्वारा गबन किया गया है।
वही ग्राम प्रधान अशोक कुमार विश्वकर्मा ने जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर बताया की आमारा ग्राम पंचायत में नव विद्यालय हैं जिसमें 2 विद्यालय में एक में ही समृद्ध है। प्रधान अशोक कुमार विश्वकर्मा ने आरोप लगाते हुए बताया की कोटेदार द्वारा 1 सितंबर 2020 से 28 फरवरी 2020 तक खाद्यान्न तथा माह मार्च का अतिरिक्त खाद्यान्न जो आज तक नहीं बांटा गया हैं। यह खाद्यान्न लगभग 200 कुंटल होता है जो प्रधानाध्यापक और कोटेदार द्वारा मिल बांट कर बंदरबांट कर लिया गया है।
तथा जून जुलाई-अगस्त का खाद्यान्न अभी तक गोदाम जसपुरा से कोटेदार द्वारा नहीं उठाया गया और ना ही बच्चों को बांटा गया जब यह जानकारी सभी अध्यापकों से जब ग्राम प्रधान ने लिखित लिया तो यह जानकारी हुई और मौके पर ग्राम प्रधान कोटेदार के यहां जाकर पूछा तो कोटेदार द्वारा यह कहा गया कि अध्यापकों झूठ बोल रहे हैं। ग्राम प्रधान अशोक कुमार विश्वकर्मा द्वारा कोटेदार के खिलाफ जांच कराकर कार्रवाई की मांग की है।
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