- स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने शुरू किया छिड़काव
- सीएमओ ने बताए डेंगू से बचने के उपाए
बांदा। मथुरा व फिरोजाबाद जनपदों में डेंगू से मौतों के बाद स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। प्रदेश के अन्य जनपदों में डेंगू से बचाव व इसकी रोकथाम के लिए आवश्यक कार्रवाई के निर्देश जिलाधिकारियों को दिए गए हैं। इसी के तहत मुख्य चिकित्साधिकारी डा. वीके तिवारी ने लोगों से हर स्तर पर सजगता बरतने की सलाह दी है। उनका कहना है कि इस मौसम में थोड़ी सी लापरवाही भी सेहत पर भारी पड़ सकती है। सीएमओ ने बताया कि प्रदेश के कुछ जनपदों में डेंगू फैल गया है। डीएम आनन्द कुमार सिंह के निर्देश पर जनपद में स्वास्थ्य विभाग की टीमें छिड़काव करते हुए लोगों को जागरूक करने में जुट गई हैं। उन्होंने बताया कि डेंगू रोग एडिज मच्छर के काटने से होता है। इससे बचने के लिए सफाई का ध्यान रखना जरूरी है। बचाव ही इलाज है। स्वास्थ्य टीमें शहरी व ग्रामीणों क्षेत्रों में छिड़काव के साथ-साथ पंपलेट बांटकर लोगों को जागरूक कर रही हैं।
उन्होंने लोगों से अपील की है कि घर में कूलर, बाल्टी, घडे तथा ड्रम का पानी साप्ताहिक अन्तराल पर बदलते रहें। कूलर का पानी निकालने के बाद उसकी टंकी, दीवारों को स्क्रब से साफ करके 4-5 घंटे सूखने दें जिससे दिवारों से चिपके लार्वा भी मर जायें। पानी रखने वाली टंकी एवं बर्तनों का ढक्कन अच्छी तरह बंद रखें। घरों के आस-पास पानी एकत्रित न होने दें। मिट्टी का तेलध्जला हुआ मोविल आयल का छिड़काव करें। बुखार होने पर नजदीक के राजकीय चिकित्सालय पर निशुल्क जांच एवं उपचार कराएं।
बुखार रोगी का रखें ख्याल
जिला मलेरिया अधिकारी पूजा अहिरवार ने बताया कि घर पर बुखार के रोगी का खास ख्याल रखें। उसे मच्छरदानी के बिना न रहने दें अथवा ऐसे कमरे में रोगी की देखभाल करें, जिसके खिड़की तथा दरवाजों पर जालियां लगी हों। पूरे बांह के कपड़े पहने बुखार का रोगी बिना रक्त की जांच कराए दवा का इस्तेमाल न करें तथा खाली पेट दवा न खाएं। एस्प्रिन, डिस्प्रिन, आइबू्रप्रोफेन, डिकलोफेनक, एसीक्लोफेने, निमुसिलाइड एवं काट्रीसोन, स्टीरायड औषधियां का हरगिज न लें। इनसे रोगी की स्थिति गम्भीर हो सकती है। रक्तस्राव हो सकता है।
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