भक्तिमान पाण्डेय
बाराबंकी। योगी की रैली में जाने के लिए वाहनों का काफिला सुबह से सड़क पर खड़ा होने लगा जिसमे बैनर झंडे बंधे थे जिससे लग रहा था कि सभी बाराबंकी में आयोजित रैली में भाग लेने के लिए तैयार है। सभी को रैली में जाना था किंतु सभी वाहनों के बेतरतीब तरीके से होने वाली दूसरों की परेशानी से अनभिज्ञ थे। इस जाम को नितंत्रित करने के लिए एक भी पुलिस की मौजूदगी नही थी। जिस कारण स्कूल वाहन, किसान, नौकरी वाले सहित अन्य वर्ग के लोग एक घण्टे से अधिक समय तक जाम से जूझते रहे। सुबह आठ बजे से ही भिटरिया चौराहे से थोड़ी दूर स्थित भाजपा कार्यालय पर वाहन एकत्रित होने लगे। जैसे जैसे वाहनों का काफिला बढ़ा तो सड़क पर जाम की स्थित उत्पन्न हो गई सुबह के समय विद्यालय सहित विभन्न कार्यालयों को लोग जाने के लिए लोग जल्दी में रहते है किंतु एक घण्टे से अधिक समय तक सड़क पर जाम से सभी लोग परेशान होते रहे।
एक निजी विद्यालय के वाहन में बच्चे बैठे थे और वाहन सड़क के बीच वाहनों में फंस गया। चालक ने बताया कि आधे घण्टे से ज्यादा समय से खड़े है और आगे अभी और बच्चो को स्कूल ले जाना है। वही सीएचसी से रेफर मरीज को ले जा रही एम्बुलेंस भी जाम में फंसी और लगातार सायरन बजाने पर किसी के कान में जू नही रेंगी तो वहां के स्थानीय लोगो ने पीछे से कुछ गाड़ियां हटवाई और एम्बुलेंस को दूसरे रास्ते से ले जाया गया। एम्बुलेंस में जा रहे मरीज मंशाराम को सीने में दर्द के कारण रेफर किया गया था।
वही, फायर का वाहन जिसकी तैनाती बाराबंकी में थी उसके इंचार्ज प्रदीप मिश्र स्वयं वाहनों को हटाने के लिए जद्दोजहद करते देखे गए। प्रदीप मिश्र ने बताया कि काफी देर से जाम में है। भिटरिया चौराहे पर मात्र दो होमगार्ड की तैनाती दिखाई पड़ी जो लगभग एक किलोमीटर तक लगी गाड़ियों की कतारों को हटाने के लिए नकाफी रही। वही अपने खेतों में दवा डलवाने के लिए बाइक में दवा छिड़कने की मशीन लिए थे जो जल्दी पहुंचने के लिए धीरे-धीरे आगे बढ़ रहे थे।
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