भक्तिमान पाण्डेय
रामसनेहीघाट, बाराबंकी। भारी बरसात और तेज रफ्तार आंधी ने रामसनेही घाट में तबाही का मंजर पैदा कर दिया जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया और लोगों को जान से हाथ धोना पड़ा तों कोई घायल हो गया। तों दूसरी तरफ बनीकोडर में एक महिला के साथ जाकों राखें साइयां मार सके ना कोई कि कहावत चरितार्थ हो गई।
जानकारी के अनुसार पूरे शुकलन मजरे सूपामऊ निवासी आशीष शुक्ला की 60 वर्षीय वृद्ध व विधवा मां अपने कच्चे मकान में मौजूद थी। लेकिन चंद सेकेंड के सौभाग्य से जीवन बाल बाल बच गया। वृद्ध मा मां प्यास लगने पर जैसे ही मकान से बाहर आई तैसे ही कच्चा घर भर-भराकर गिर गया। जिससे जाकों राखें साइयां मार सके ना कोय की कहावत चरितार्थ हो गई, मां को सही सलामत देखकर आशीष ने भगवान को बार बार धन्यवाद दिया।
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