तिलहन व दलहन की खेती में रूचि दिखाएं किसानः कृषि मंत्री

  • राज्य स्तरीय रबी उत्पादकता गोष्ठी को वीसी के माध्यम से कृषि मंत्री ने किया संबोधित

अरबिंद श्रीवास्तव, ब्यूरो चीफ 

बांदा। किसान कृषि उत्पादन के साथ-साथ पशुपालन, मत्स्य पालन तथा सब्जियों की भी खेती करें जिससे उनकी आमदनी में वृद्धि हो सके। किसान तिलहन व दलहन की खेती को अधिक से अधिक करें जिससे देश तिलहन व दलहन के उत्पादन में आत्म निर्भर बन सकें। कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने उपरोक्त विचार वी0सी0 के माध्यम से राज्य स्तरीय रबी उत्पादकता गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा 50 लाख कुन्तल उन्नति प्रजाति के बीजों की व्यवस्था की गयी है तथा सभी उन्नति प्रजाति के बीजों को समय से बीज गोदामों पर पहुंचाने के निर्देश दिये गये हैं। श्री शाही ने किसानों से अपील की कि वे उन्नति प्रजाति के बीजों का प्रयोग करें जिससे उनका उत्पादन बढ सके।

कृषि मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा पिछली सरकारों से अधिक गेंहॅॅू व धान की खरीद की गयी है जिससे किसानों को उनके उत्पादों का उचित मूल्य प्राप्त हो सका है। इसके साथ ही किसानों को कृषि उत्पादों का उचित मूल्य दिलाने के लिए उडद, मूंग तथा सरसों की खरीद करायी गयी। उन्होंने कहा कि भारत सरकार द्वारा सभी फसलों के एम0एस0पी0 में वृद्धि की गयी है। श्री शाही ने कहा कि गन्ना किसानों को उचित मूल्य दिलाने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा 25/-रू0 र्प्रति कुन्तल गन्ना के मूल्य में वृद्धि की गयी है। श्री शाही ने कहा कि किसानों की मेहनत और लगन से कृषि उत्पादन लगातार बढ रहा है।

कृषि राज्य मंत्री लाखन सिंह राजपूत ने इस अवसर पर बोलते हुए कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा किसानों की आमदनी को बढाने के लिए लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि बीमित किसानों को पिछले वर्षों की अपेक्षा काफी अधिक धनराशि का वितरण बीमा कम्पनियों द्वारा किया गया है। उन्होंने मा0 मंत्री जी, कृषि उत्पादन आयुक्त तथा अन्य सभी अधिकारियों का आभार व्यक्त किया।

कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि रबी में उत्पादन बढाने के लिए कार्ययोजना बनाकर प्रभावी कार्यवाही की जाए तथा किसानों को समय से बीज व खाद उपलब्ध करायी जाए। अपर मुख्य सचिव कृषि डॉ0 देवेश चतुर्वेदी ने कहा कि दलहन व तिलहन के आच्छादन को बढाया जाए तथा पराली का उचित प्रबन्धन किसानों से कराया जाए जिससे पराली जलाये जाने की घटनायें न हों।

निदेशक उद्यान आर0के0 तोमर, निदेशक पशुपालन डा0 एस0के0मलिक, निदेशक मत्स्य डा0 एस0के0सिंह, निदेशक कृषि अभियंत्रण नीरज श्रीवास्तव ने अपने-अपने विभाग की योजनाओं की जानकारी गोष्ठी में दी। निदेशक कृषि वी0के0सिंह ने गोष्ठी में प्रतिभाग करने के लिए सभी अधिकारियों तथा किसानों का आभार व्यक्त किया। गोष्ठी में प्रमुख सचिव सहकारिता, प्रमुख सचिव पशुपालन तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

आयुक्त चित्रकूटधाम मण्डल दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि मण्डल में रबी उत्पादन बढाने के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थायें कर ली गयी हैं। उन्होंने बताया कि तिलहन व दलहन के उत्पादन को बढाने के लिए आच्छादन बढाने की कार्ययोजना बना ली गयी है। श्री सिंह ने कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे किसानों का जागरूक करें कि वे पराली न जलायें तथा पराली का उचित प्रबन्धन करें।

जिलाधिकारी अनुराग पटेल ने जनपद में रबी उत्पादन कार्यक्रम के सम्बन्ध में जानकारी दी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि राज्य स्तरीय गोष्ठी में दिये गये निर्देशों का समय से अनुपालन किया जाए। गोष्ठी में संयुक्त विकास आयुक्त रमेश चन्द्र पाण्डेय, मुख्य विकास अधिकारी वेद प्रकाश मौर्य, संयुक्त निदेशक कृषि उमेश चन्द्र कटियार, उप निबन्धक सहकारिता, उप निदेशक कृषि प्रसार, उप निदेशक सूचना भूपेन्द्र सिंह यादव तथा कृषि विभाग के अधिकारी तथा प्रगतिशील किसान उपस्थित रहे।

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